इजरायल और ईरान के बीच चल रही भयंकर जंग के बीच यूएन के मंच पर अमेरिका की किरकिरी हुई है. वो इसलिए क्योंकि इस संघर्ष को भड़काने वाले अमेरिका के राजनयिक ने सबसे सामने इजरायल को आतंकी देश बता डाला है. वहीं अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने बड़ा आरोप लगाते हुए दावा किया गया है कि ये संघर्ष सिर्फ बेंजामिन नेतन्याहू की सत्ता बचाने के लिए है.
अपनी सत्ता को बचाने के लिए नेतन्याहू ने किया ईरान पर अटैक: बिल क्लिंटन
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने मिडिल ईस्ट में बढ़ रहे तनाव के बीच चौंकाने वाला दावा किया है. क्लिंटन का आरोप है कि इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने अपनी सत्ता को बनाए रखने के लिए ईरान पर अटैक किया है. बिल क्लिंटन ने कहा है कि बेंजामिन नेतन्याहू कई वर्षों से ईरान के साथ युद्ध चाहते थे, क्योंकि ये युद्ध ही उनकी सत्ता को मजबूत करने का तरीका है. बिल क्लिंटन के मुताबिक इजरायल की घरेलू राजनीतिक चुनौतियों से ध्यान हटाने और अपनी गठबंधन सरकार को बचाने के लिए ईरान पर अटैक किया गया है.
अमेरिकी राजदूत की फिसली जुबान, ‘इजरायल’ को बताया आतंक का सौदागर
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका की कार्यवाहक स्थायी प्रतिनिधि डोरोथी शिया ने गलती से इजरायल को आतंक और तबाही फैलाने वाला देश बता दिया. हालांकि अमेरिकी राजदूत ने फौरन अपनी गलती सुधारते हुए कहा, कि उन्होंने ये सब ईरान के लिए कहा है, लेकिन तब तक उनकी फिसली जुबान की चर्चा सोशल मीडिया पर तेजी से होने लगी.
मिडिल ईस्ट में आतंक का स्त्रोत है ईरान: अमेरिकी राजनयिक
यूएन में अमेरिकी राजनयिक ने कहा, ईरान मिडिल ईस्ट में आतंक और अस्थिरता का सबसे बड़ा स्रोत है और उसके पास अब वो सभी संसाधन हैं जिनसे वह परमाणु हथियार बना सकता है, जो अमेरिका के लिए अस्वीकार्य है. सुरक्षा परिषद से अपील है कि ईरान पर सख्त दबाव बनाया जाए ताकि वह अपनी परमाणु महत्वाकांक्षाएं छोड़ दे. अब और तबाही नहीं होनी चाहिए. ईरान को अपनी राह बदलनी होगी.
ईरान ने यूएन में की आईएईए चीफ राफेल ग्रॉसी की शिकायत
ईरान ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के चीफ राफेल ग्रॉसी के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र महासचिव और सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के आगे शिकायत दर्ज कराई है.
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत अमीर-सईद इरावानी ने कहा है कि राफेल ग्रॉसी ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम को लेकर गलत सोच दिखाई है. ग्रॉसी की गलत बयानी के कारण सैकड़ों लोगों की मौत हुई और ईरान को युद्ध की ओर धकेला गया.
इजरायल ने कुद्स फोर्स की हथियार इकाई के चीफ को मारने का दावा किया
इजरायल ने ईरान के एक और खूंखार कमांडर को हमले में ढेर कर दिया है. इजरायली हमले में मारा गया बेहनाम शहरियारी ईरान की कुद्स फोर्स के हथियार आपूर्ति इकाई का कमांडर था. आईडीएफ ने बताया कि एक हवाई हमले में ईरानी कुद्स फोर्स की हथियार डिलीवरी यूनिट का कमांडर बेहनाम शहरियारी मारा गया है. आईडीएफ के मुताबिक बेहनाम को उस वक्त ढेर कर दिया गया, जब वह पश्चिमी ईरान में अपनी कार चला कर जा रहा था. इजरायली हमले में मारा गया शहरियारी ईरानी शासन की ओर से मध्य पूर्व में उसके सहयोगी संगठनों को हथियार भेजने के पूरे नेटवर्क की निगरानी करता थे. वो सीधे तौर पर हिज्बुल्ला और हमास आतंकियों से जुड़ा था और आतंकियों को हथियारों की आपूर्ति करता था.