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भारत आने को आतुर ट्रंप, अपने दौरे की घोषणा की

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया है अपने भारत दौरे का ऐलान. एक बार फिर से भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए ट्रंप ने कहा है पीएम मोदी एक महान व्यक्ति हैं और जल्द भारत का दौरा करूंगा.

व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए, ट्रंप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बातचीत बहुत अच्छी चल रही है. लेकिन इस बीच एक बार फिर से रूसी तेल को लेकर एकतरफा दावा करने से नहीं चूके. ट्रंप ने कहा, भारत ने रूस से खरीदारी लगभग बंद कर दी है.

अगले साल भारत जाऊंगा- डोनाल्ड ट्रंप

भारत यात्रा को लेकर पूछे गए एक सवाल में ट्रंप ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक महान व्यक्ति हैं और वह मेरे मित्र हैं. हम बातचीत करते हैं और पीएम मोदी चाहते हैं कि मैं भारत जाऊं. मैं भारत जरूर जाऊंगा. अगले साल ये हो सकता है.”

इससे पहले व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने भी भारत के साथ अमेरिकी संबंधों को मजबूत बताया था और कहा था कि “ट्रंप और मोदी एक दूसरे को पसंद करते हैं. दोनों के बीच अक्सर बातचीत होती है.”

भारत संग व्यापार को लालायित अमेरिका, रूसी तेल पर ट्रंप ने फिर किया दावा

अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक बार फिर से इस बात को दोहराया कि भारत ने रूस के साथ तेल खरीद लगभग बंद कर दी है. कुछ दिनों पहले भी ट्रंप ने कहा था कि खुद पीएम मोदी ने बातचीत में इस बात का आश्वासन दिया था कि भारत, रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा. 

लेकिन इस बात से पूरी दुनिया वाकिफ है कि ट्रंप अपने किसी भी बात पर ज्यादा दिन टिक नहीं पाते हैं. पहले बेबुनियाद दावे करते हैं, फिर उन बातों तो तोड़ मरोड़ कर पेश करते हैं, और फिर धीरे से यू टर्न ले लेते हैं.

ट्रंप, रूसी तेल को लेकर कर रहे दावे, भारत ने कहा, राष्ट्रहित सर्वोपरि

ट्रंप के इस दावे पर विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि “ट्रंप और मोदी के बीच हुई इस बातचीत की जानकारी नहीं हैं.” यानि ऐसी कोई भी बातचीत होने को खारिज कर दिया गया. वहीं विदेश मंत्रालय ने कहा था कि ऊर्जा खरीद पर जो भी भारत के हित में होगा वो करेगा. भारत के लिए राष्ट्रहित सबसे पहले है.

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “भारतीय उपभोक्ता के हितों की रक्षा करना हमारी निरंतर प्राथमिकता रही है. हमारी आयात नीतियां पूरी तरह से इस उद्देश्य से निर्देशित होती हैं. उन्होंने कहा कि भारत की ऊर्जा नीति विविध सोर्सिंग के माध्यम से स्थिर कीमतों और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करने पर केंद्रित है. “

भारत पर टैरिफ लगा, तो हमारे पास विकल्प खुले, बंदूक के दबाव में नहीं करते हैं काम: पीयूष गोयल

अमेरिका के बार-बार व्यापार डील करने पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सटीक जवाब दिया था. ‘भारत पर कोई भी देश, खासकर अमेरिका, व्यापारिक समझौते के लिए दबाव नहीं बना सकता. भारत बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी डेडलाइन या दबाव में निर्णय नहीं लेगा.”

अमेरिका के टैरिफ दबाव को लेकर एक सवाल के जवाब ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “भारत लंबी सोच रखता है. हम किसी दबाव या जल्दबाजी में निर्णय नहीं लेते. अगर हम पर टैरिफ लगाया गया है, तो हम उससे निपटने के नए तरीके ढूंढ रहे हैं. नए बाजार तलाश रहे हैं, और घरेलू मांग को मजबूत बना रहे हैं. हमारी अर्थव्यवस्था बहुत लचीली है.”

आपको बता दें कि रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है. अमेरिका के इस कदम के बाद भारत ने अमेरिका से हो रही ट्रेड डील की समीक्षा की है और अमेरिका के आगे न झुकने का फैसला किया है. 

भारत की इस रणनीति के कारण ही अकड़ने वाले ट्रंप की अकड़ ढीली पड़ी और ट्रंप ने भारत को महान देश बताते हुए बार-बार पीएम मोदी की जमकर तारीफ कर रहे हैं और अब तो भारत आने की भी इच्छा जाहिर कर दी है.

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