सभी दुश्मन देशों को अपना मित्र बताने वाले अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब अब अपने मित्रों को कसने लगे हैं. पहले कट्टर प्रतिद्वंदी चीन को शपथ ग्रहण में आमंत्रित करके बेइज्जत किया तो अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन को तारीफ करने के बाद धमका दिया है.
ट्रंप ने कहा है कि पुतिन स्मार्ट हैं, समझदार हैं, लेकिन अगर बातचीत की टेबल पर नहीं आते हैं, तो रूस पर (अधिक) प्रतिबंध लगाए जा सकतें हैं.
चीन के बाद अब पुतिन के लिए क्या बोले ट्रंप?
डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावी कैंपेन से लेकर राष्ट्रपति बनने तक हर बार कहा है कि वो होते तो रूस-यूक्रेन युद्ध कभी नहीं होता. वो 24 घंटे के अंदर युद्ध रोकने का माद्दा रखते हैं. शपथ से एक दिन पहले भी ट्रंप ने कहा- कि वो तीसरा विश्व युद्ध नहीं होने देंगे. ऐसे में माना जा रहा है कि ट्रंप और पुतिन के बीच जल्द मुलाकात हो सकती है, क्योंकि चाहे ट्रंप हों या फिर पुतिन दोनों ने एक दूसरे से मिलने की इच्छा जताई है.
एक सवाल के जवाब ने ट्रंप ने कहा, “रूस कभी यूक्रेन में नहीं जाता, पुतिन के साथ मेरी बहुत मजबूत समझ थी, ऐसा कभी नहीं होता. पुतिन ने बाइडेन का अनादर किया, वो लोगों का अनादर करते हैं. पुतिन स्मार्ट हैं. मैं, पुतिन से किसी भी समय मिलने के लिए तैयार हूं, लेकिन अगर पुतिन, यूक्रेन के मुद्दे पर वार्ता की मेज पर नहीं आते हैं तो रूस पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है.” (https://x.com/TrumpWarRoom/status/1881838186030387254)
युद्ध में रूस बहुत अच्छा नहीं कर रहा: डोनाल्ड ट्रंप
ट्रम्प ने पुतिन के बारे में कहा, “रूसी राष्ट्रपति पुतिन रोमांचित नहीं हो सकते, क्योंकि वो इतना अच्छा नहीं कर रहे हैं. वह इसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन रूस बहुत अच्छी स्थिति में नहीं है. मुझे लगता है कि वह उस युद्ध को समाप्त करने के लिए अच्छी स्थिति में होंगे.”
ट्रंप ने युद्ध में रूस को हुए आर्थिक नुकसान का जिक्र किया. ट्रंप ने कहा, “रूस बड़ी मुसीबत में पड़ने वाला है, अगर उनकी अर्थव्यवस्था पर नजर डालें तो महंगाई बढ़ गई है. मैं उनके साथ बहुत अच्छा रहा. मुझे उम्मीद है कि वह एक सौदा करना चाहेंगे. जेलेंस्की एक सौदा करना चाहते हैं, लेकिन मुझे नहीं पता पुतिन मानेंगे या नहीं. पुतिन से जल्द बात करने की व्यवस्था की जा रही है.”
यूक्रेन में मौत का आंकड़ा अधिक है
ट्रंप ने कहा, “हम जेलेंस्की से बात कर रहे हैं. हम बहुत जल्द राष्ट्रपति पुतिन से बात करने जा रहे हैं, और हम देखेंगे कि यह सब कैसे होता है. हम बहुत जल्द इस पर विचार करेंगे.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने हालांकि, ये भी कहा कि जितना मीडिया में आंकड़ा बताया जा रहा है उससे कहीं ज्यादा लोग (और सैनिक) यूक्रेन में मारे गए हैं.
बातचीत से पहले ही पुतिन ने बता दिया है ट्रंप को अपना रुख
ट्रंप और पुतिन एक दूसरे से बातचीत करने के लिए भले ही तैयार हैं. लेकिन ट्रंप और पुतिन के बीच टकराव देखा जा सकता है. ट्रंप ने जहां रूस पर प्रतिबंध की बात करके पुतिन को भड़का दिया है तो वहीं पुतिन ने भी कह दिया है कि “स्थाई शांति की बात होगी तभी बात की जाएगी, सीजफायर जैसी कोई चीज करने के लिए रूस तैयार नहीं है, क्योंकि सीजफायर से दुश्मन देश (यूक्रेन) को सिर्फ ताकत बढ़ाने का मौका मिलता है.”
पुतिन और शी जिनपिंग के बीच हुई वीडियो कॉल
ट्रंप भले ही खुद को ताकतवर दिखाने की कोशिश कर रहे हों लेकिन रूस और चीन भी उनपर दबाव बनाने में पीछे नहीं हैं. रूसी राष्ट्रपति और चीनी राष्ट्रपति ने वीडियो कॉल पर लंबी बातचीत की है. अमूमन बातचीत का वीडियो रिलीज नहीं किया जाता है, लेकिन क्रेमलिन ने बातचीत का वीडियो शेयर किया है. जिसमें शी और पुतिन एक दूसरे को मित्र कहते हैं.
इस बातचीत में पुतिन ने कहा, “मॉस्को और बीजिंग के बीच सहयोग राष्ट्रीय हितों की व्यापक समानता और प्रमुख शक्तियों के बीच संबंध हैं. हम अपने संबंधों को मित्रता, आपसी विश्वास और समर्थन, समानता और आपसी लाभ के आधार पर बनाते हैं. ये संबंध आत्मनिर्भर हैं, घरेलू राजनीतिक कारकों और वर्तमान वैश्विक स्थिति से स्वतंत्र हैं.” (शी-पुतिन की वीडियो कॉल, ट्रंप की बेइज्जती से भिन्नाया चीन)