लंबी दूरी की मिसाइल के सहारे रूस को डराने की ताक में बैठे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की की मांग पर खुद अमेरिका और ब्रिटेन पीछे हट गए हैं. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की परमाणु धमकी के बाद अमेरिका और ब्रिटेन ने यूक्रेन को रुस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल की इजाजत देने से इंकार कर दिया है.
वाशिंगटन ने साफ तौर पर घोषणा की है कि लंबी मिसाइल को लेकर वो अपनी पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं करने वाला है. रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच लंबी वार्ता हुई है. चर्चा के बाद अमेरिका ने कहा है कि लंबी दूरी की मिसाइल को लेकर अभी कोई फैसला नहीं किया गया है.
हालांकि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और ब्रिटेन के विदेश मंत्री के कीव के संयुक्त दौरे को लेकर माना जा रहा था कि अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल की इजाजत की घोषणा कर सकता है.
लंबी दूरी की मिसाइल को लेकर पीछे हटे यूएस और यूके
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर ने वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की है. ये मुलाकात इसलिए महत्वपूर्ण मानी जा रही थी क्योंकि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की लगातार यूएस और ब्रिटेन से रूस पर लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल की इजाजत मांग रहे हैं. पर अब ब्रिटेन के पीएम ने साफ तौर पर कह दिया है कि रूस में लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल पर फैसला कुछ दिनों बाद होगा. पहले इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में उठाया जाएगा. इसके बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
पुतिन की धमकी को गंभीरता से ले रहे है: अमेरिका
व्हाइट हाउस (अमेरिकी राष्ट्रपति) के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने भी औपचारिक बयान देते हुए कहा है कि “यूक्रेन द्वारा लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल पर अभी कोई नया फैसला नहीं किया लिया गया है.”
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की कई महीनों से सहयोगियों से अनुरोध कर रहे हैं कि वे यूक्रेन को लंबी दूरी की अमेरिकी एटीएसीएमएस (एटाकैम्स) और ब्रिटिश स्टॉर्म शैडो सहित पश्चिमी मिसाइलों को रूस में गहराई तक दागने दें. जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की इस चेतावनी को गंभीरता से ले रहा है कि अगर यूक्रेन ने पश्चिमी देशों में निर्मित लंबी दूरी की मिसाइलें रुस पर दागीं तो पुतिन, नाटो देशों को संघर्ष में सीधे तौर पर शामिल मानेंगे. किर्बी ने कहा कि हम पुतिन की टिप्पणी को गंभीरता से ले रहे हैं.
पुतिन ने दी थी नाटो देशों को धमकी
दरअसल, जेलेंस्की के लंबी दूरी की मिसाइल के इस्तेमाल की इजाजत मांगने को लेकर रूसी राष्ट्रपति भड़के हुए हैं. व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि अगर रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइल से हमला होता है तो रूस इसे सीधे नाटो देश का हमला मानेगा. साथ ही पुतिन ने ये भी कहा था कि फिर नाटो देश अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. यहां तक की रुस ने पश्चिमी देशों के खिलाफ परमाणु हथियार तक इस्तेमाल करने की धमकी दी थी.