रूस के सामरिक बेस पर यूक्रेन के स्वार्म-ड्रोन अटैक से अमेरिका, फ्रांस, इंग्लैंड समेत पूरी दुनिया अचंभित है. खुलासा हुआ है कि यूक्रेन ने एआई और सोवियत-काल के म्यूजियम की मदद से द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद पहली बार इतने बड़े हमले को अंजाम दिया है. हालांकि, यूक्रेनी राष्ट्रपति ने बताया है कि खुफिया एजेंसी ने ऑपरेशन को डेढ़ साल के प्लान के बाद अंजाम दिया है.
यूक्रेन ने म्यूजियम से टीयू 95 स्ट्रेटेजिक बॉम्बर्स की जानकारी हासिल की
यूक्रेन की इंटेलिजेंस एजेंसी एसबीयू ने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से सोवियत काल के टीयू-95 स्ट्रेटेजिक बॉम्बर्स पर हमले की तैयारी की. यूक्रेन ने अपने एफपीबी ड्रोन के एल्गोरिथ्म को इस तरह तय किया कि वे सीधे इन बॉम्बर्स पर ही जाकर गिरे. बम और एक्सप्लोजिव से लैस ड्रोन सीधे इन बॉम्बर्स पर ही जाकर गिरे. ये टीयू-95 बॉम्बर (विमान) यूक्रेन में सोवियत-काल के म्यूजियम में मौजूद थे.
रूस ने कुछ साल पहले इन बॉम्बर्स को अपग्रेड कर फिर से अपने जंगी बेड़े का हिस्सा बनाया है. रूस के पास अभी भी 55 ऐसे टीयू-95 बॉम्बर हैं.यूक्रेन ने रूस के जिन पांच एयरबेस पर अटैक किया, उन सभी पर स्ट्रेटेजिक बॉम्बर्स यानी न्यूक्लियर बम ले जाने में सक्षम विमान तैनात रहते हैं
ट्रोजन हॉर्स से ली प्रेरणा, किया रूस पर बड़ा हमला
रूस को हवाई मार्ग से भेदना बेहद मुश्किल है. रूस के एयर डिफेंस सिस्टम बेहद घातक है, जो दुश्मनों के एक भी ड्रोन और मिसाइल को सीमा में दाखिल नहीं होने देते है. ऐसे में यूक्रेन ने कुछ अलग ही प्लानिंग कर ली, जिसकी रूस को भनक तक नहीं लगी. ग्रीस की विश्व-प्रसिद्ध पौराणिक कथा, ट्रोजन-हॉर्स से प्रेरणा लेते हुए यूक्रेन ने इन ड्रोन को रूस के भीतर पहुंचा दिया. यूक्रेनी इंटेलिजेंस एजेंसी ने सड़क के रास्ते बड़ी संख्या में सिविलयन ट्रकों को रूस के पांच अलग-अलग प्रांतों में पहुंचा दिया
यूक्रेन ने ट्रकों मे फॉल्स सीलिंग बनाई, स्वार्म ड्रोन छिपाए
जिन ट्रकों के जरिए यूक्रेन ने रूस को हिला कर रख दिया. उन्हें यूक्रेनी इंटेलिजेंस एजेंसी ने खास तौर पर तैयार किया था. इन ट्रकों में फाल्स-सीलिंग तैयार की गई. इन फाल्स सीलिंग में यूक्रेन ने स्वार्म ड्रोन छिपाकर रख दिए थे. ये ड्रोन, बम और दूसरे एक्सप्लोजिव मटेरियल से लैस थे. यूक्रेन ने इन ट्रकों को रूस के चार स्ट्रेटेजिक एयरबेस के करीब ले जाकर खड़ा कर दिया. यूक्रेन, इस दौरान बॉर्डर पुलिस और एजेंसी को भी चकमा देने में नाकाम रहा.
सीन कुछ हॉलीवुड फिल्म की तरह रहा. रूसी एयरबेस के पास खड़े ट्रकों की सीलिंग रिमोट के जरिए खोली गई. सीलिंग के जरिए स्वार्म ड्रोन्स को बाहर निकाला गया, जिन्होंने रूसी एयरबेस पर खड़े स्ट्रेटेजिक बॉम्बर्स पर हमला कर दिया. ड्रोन अटैक में रूस के परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम विमानों में आग लग गई. रूस के पांच अलग-अलग एयरबेस पर एक ही तरीके से हमले किए गए. एयरबेस के अलावा रूस के न्यूक्लियर सबमरीन पर भी यूक्रेन ने अटैक किया. हमले में रूस का बहुत नुकसान हुआ है. कुर्स्क और एक ब्रायेंस्क प्रांत में यूक्रेन ने बम लगाकर रूस के रेलवे ब्रिज को उड़ा दिया, जिसके कारण 02 बड़े ट्रेन हादसे हुए. हादसे का वीडियो भी सामने आया है.
स्वार्म ड्रोन के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर पर रूस का हमला
यूक्रेन के हमलों का जवाब देने के लिए रूस ने भी यूक्रेन के उन एयरबेस पर ‘ओरेसनिक’ मिसाइल से अटैक शुरु कर दिए हैं, जहां स्वार्म-ड्रोन तैनात रहते हैं यहां कमांड एंड कंट्रोल सेंटर हैं. माना जा रहा है कि रूस चुप बैठने वाला नहीं हैं और इस बार यूक्रेन की मदद करने वाले नाटो देश भी रूस के गुस्से का शिकार बन सकते हैं.