स्वदेशी हथियारों में देश की सेनाओं के विश्वास को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से सेना के तीनों अंगों के वाइस चीफ ने एलसीए तेजस फाइटर जेट में एक साथ उड़ान भरी है. मौका है जोधपुर में चल रही मल्टीनेशन एयर एक्सरसाइज ‘तरंगशक्ति 2024’ (30 अगस्त-14 सितंबर).
देश के तीनों वाइस चीफ के लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) तेजस में फ्लाई करने से तरंगशक्ति एक्सरसाइज में हिस्सा ले रही मित्र-देशों की वायुसेनाएं भी तेजस के दम और क्षमताओं से परिचित हो सकती हैं.
थलसेना, वायुसेना और नौसेना के सहसेना प्रमुखों के एक साथ तेजस में उड़ान, क्रॉस-डोमेन सहयोग को भी दर्शाता है जो निकट भविष्य में देश में बनने जा रही थिएटर कमांड के लिए बेहद आवश्यक है.
सोमवार को जोधपुर एयरबेस पर वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एपी सिंह ने लीड फाइटर जेट (सिंगल सीटर) को खुद फ्लाई किया तो थलसेना के सह-प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस सुब्रमणी और नौसेना के वाइस चीफ वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन ने दो अलग-अलग टू-इन सीटर में फ्लाई किया. (https://x.com/iaf_mcc/status/1833183697480155578?s=46)
वायुसेना के प्रवक्ता, विंग कमांडर जयदीप सिंह के मुताबिक, देश की डिफेंस फोर्सेज के लिए ये एक ऐतिहासिक क्षण है कि तीनों सेना के वाइस चीफ स्वदेशी फाइटर जेट में उड़ान भरी.
इस फ्लाइट के दौरान तीनों एलसीए तेजस एयरक्राफ्ट ने जोधपुर के आसमान में उड़ान भरी. सोर्टी के बाद तीनों सह-सेना प्रमुखों ने मित्र-देशों की वायुसेनाओं की टुकड़ियों से भी मुलाकात की.
भारत में तरंगशक्ति नाम की पहली मल्टीनेशन एयर एक्सरसाइज का आयोजन हो रहा है (30 अगस्त-14 सितंबर). वायुसेना की तत्वाधान में होने जा रही तरंगशक्ति एक्सरसाइज सुलूर (तमिलनाडु) और जोधपुर एयरबेस में आयोजित की गई है.
इस युद्धाभ्यास में अमेरिका, इंग्लैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया समेत कुल 31 देशों की वायुसेना हिस्सा ले रही हैं.
तरंगशक्ति युद्धाभ्यास को दो चरणों में आयोजित किया गया है. पहला चरण सुलूर एयरबेस (तमिलनाडु) में 6 अगस्त से 14 अगस्त तक आयोजित हो चुका है. जबकि दूसरा फेज जोधपुर में 30अगस्त से 14 सितंबर तक आयोजित किया जा रहा है.
गौरतलब है कि सुलूर में पहले चरण की एक्सरसाइज के दौरान वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी सहित जर्मनी और फ्रांस के एयर फोर्स चीफ ने भी तेजस में उड़ान भरी थी.
भारतीय वायुसेना के रफाल, सुखोई, एलसीए तेजस, मिग 29, मिराज 2000 और जगुआर जैसे लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे. इसके अलावा भारत के एलसीएच प्रचंड और एएलएच मार्क-4 हेलीकॉप्टर भी युद्धाभ्यास में हिस्सा लेंगे. साथ ही अवॉक्स टोही विमान और सी-130 ट्रांसपोर्ट विमान भी तरंगशक्ति भी दिखाई पड़ेंगे.
‘तरंगशक्ति’ एक्सरसाइज के दूसरे चरण में भारतीय वायुसेना के अलावा अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, जापान, ग्रीस, यूएई और श्रीलंका की एयर फोर्स हिस्सा ले रही हैं. बांग्लादेश भी हिस्सा ले रही है लेकिन अपना एयरक्राफ्ट लेकर नहीं आ रही है.