रूस के रक्षा मंत्रालय ने भारत के संबंध में अमेरिका पर लगाया है सनसनीखेज आरोप. रूसी रक्षा मंत्रालय के खुफिया विभाग के प्रमुख इगोर कोस्त्युकोव ने एक कार्यक्रम में दावा किया है कि “अमेरिका एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को रूस के साथ अपने हथियार सौदों को पूरा करने से रोकने के लिए ब्लैकमेल कर रहा है.
इगोर का कहना है कि इन क्षेत्रों में अमेरिका अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है और इसलिए वो भारत समेत कुछ देशों को रूस के साथ हथियार सौदा नहीं होने दे रहा है.
रूसी खुफिया सैन्य अधिकारी का बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब विदेश मंत्री एस जयशंकर मॉस्को में हैं और अमेरिका के भारी दबाव के बावजूद भारत-रूस के संबंधों को प्रगाढ़ कर रहे हैं.
भारत, फिलीपींस, इंडोनेशिया को ब्लैकमेल कर रहा अमेरिका: रूसी रक्षा मंत्रालय
मास्को इंटरनेशनल सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए रूसी रक्षा मंत्रालय के मुख्य खुफिया विभाग के प्रमुख ने कहा कि, “अमेरिका का दिल्ली पर दबाव है, कि वो मॉस्को के बीच हथियार समझौता न करें. सिर्फ भारत ही नहीं, अमेरिका, एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को रूसी हथियार खरीदने से रोकने के लिए ब्लैकमेल कर रहा है.”
रूसी सैन्य अधिकारी ने कहा, “प्रतिबंधों की धमकी देकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को ब्लैकमेल करके, वाशिंगटन भारत को एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम, इंडोनेशिया को सुखोई एसयू-35 लड़ाकू विमान और एमआई-17 हेलीकॉप्टर, और फिलीपींस को एमआई-171 हेलीकॉप्टर देने के रूसी कॉन्ट्रैक्ट को पूरा करने से रोक रहा है.”
भारत-रूस के बीच 05 एस 400 की डील, 02 एयर डिफेंस सिस्टम की पूर्ति बाकी
इगोर कोस्त्युकोव ने दावा किया कि “अमेरिका एशियाई देशों को सीएएटीएसए (काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सैंक्शंस एक्ट) प्रतिबंधों के डर से ब्लैकमेल कर रहा है, ताकि वे रूस से हथियार न खरीदें.”
आपको बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर में एयर डिफेंस सिस्टम एस 400 ने कमाल का काम किया था. भारत और रूस के बीच 5 एयर डिफेंस सिस्टम का सौदा किया गया था. ये अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान डील की गई थी. जब जो बाइडेन सत्ता में आए तो अमेरिका ने रूस से भारत के एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने पर आपत्ति जताई थी.
भारत को रूस से 05 में से 03 एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी मिल चुकी है. लेकिन अभी भी 02, एस-400 की डिलीवरी नहीं दी गई है. रूस ने हाल ही में आश्वासन दिया है कि भारत को बाकी बचे एस-400 स्क्वॉड्रन 2027 तक मिल जाएंगे, लेकिन इस बीच डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर दबाव बनाना शुरु कर दिया है.
हाल ही में भारत पर रूस से व्यापार करने के कारण भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ थोपा गया है. हालांकि भारत ने अमेरिका के दबाव में आने से मना कर दिया है.
आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा भारत, डिफेंस आयात कम किया
रूसी अधिकारी का ये आरोप ऐसे समय में आया है जब पिछले कुछ सालों में भारत ने रूस के साथ साथ दूसरे देशों से भी हथियारों का आयात कम किया है. मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य के तहत भारत देश में ही हथियारों का निर्माण कर रहा है. हालांकि रूस के अलावा भारत, फ्रांस, इजरायल और अमेरिका जैसे देशों के साथ डिफेंस डील करता है.
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) के आंकड़ों के मुताबिक, 2014-2018 और 2019-2023 की तुलना में रूसी हथियार निर्यात करीब 53% घट चुका है