July 5, 2024
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Gagan-Shakti के लिए थलसेना देगी logistics सपोर्ट

चीन-पाकिस्तान मोर्चे पर अपनी सैन्य क्षमताओं को एक साथ आंकने के उद्देश्य से भारतीय वायुसेना की मेगा एक्सरसाइज गगन-शक्ति अगले महीने शुरु होने जा रही है. दस दिनों (1-10 अप्रैल) तक होने जा रही इस एक्सरसाइज में 10 हजार वायु-सैनिकों सहित फाइटर जेट, मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे. वायुसेना की इस एक्सरसाइज के लिए पूरा लॉजिस्टिक सपोर्ट थलसेना द्वारा दिया जा रहा है. 

जानकारी के मुताबिक, लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए थलसेना ने गगन-शक्ति युद्धाभ्यास के लिए बेंगलुरु, चेन्नई. चंडीगढ़, दिल्ली और कानपुर में 12 पैसेंजर ट्रेन को तैयार रखा है. खाने-पीने और सोने की सुविधाओं से लैस ये ट्रेन महज तीन दिनों के भीतर देश के चारों कोनों से वायु-सैनिकों को पश्चिमी और उत्तरी सीमा पर मोबिलाइज करेंगे. इन पैसेंजर ट्रेन को थलसेना ने संयुक्त-एक्सप्रेस नाम दिया है. 

वायुसेना की इस एक्सरसाइज के लिए थलसेना ने खास ऑपरेशन रेल मोबिलाइजेशन प्लान (ओआरएमपी) तैयार किया है ताकि देश के अलग-अलग हिस्सों से 10 हजार सैनिकों को एक्सरसाइज एरिया में जल्द से जल्द भेजा सके. साथ ही वायुसेना को जरूरी एम्युनेशन को डिपो से ऑपरेशन एरिया में ट्रांसपोर्ट किया जा सके (https://x.com/FinalAssault23/status/1772610549336957411?s=20).

संयुक्त एक्सप्रेस के लिए वायुसेना के लिए दो ट्रेन गोला-बारूद के लिए रखी गई हैं ताकि एम्युनेशन डिपो से एक्सरसाइज वाले इलाकों तक पहुंचाया जा सके. क्योंकि गगन-शक्ति एक्सरसाइज तो चीन-पाकिस्तान सीमा पर एक साथ यानी टू-फ्रंट पर होगी लेकिन वायुसेना के लड़ाकू विमान और अटैक हेलीकॉप्टर पोखरण रेंज में सोडो-टारगेट को निशाना बनाएंगे. ये सभी एयरक्राफ्ट देश के अलग-अलग एयरबेस से उड़ान भरेंगे. 

गगन-शक्ति एक्सरसाइज के लिए लाइसन एंड मूवमेंट सपोर्ट को थलसेना के मूवमेंट कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (एमसीओ) पूरी तरह से मदद प्रदान करेगा. एक्सरसाइज के दौरान एमसीओ इस एक्सरसाइज के लिए आर्मी हेडक्वार्टर में बनाए गए खास कंट्रोल सेल के साथ मिलकर समन्वय करेंगे. वायुसैनिकों की छोटी टुकड़ियों के लिए एमसीओ कार्यालय भारतीय रेल की ट्रेन में अलग से कोच की व्यवस्था भी करेगा.

आखिरी गगन-शक्ति एक्सरसाइज वर्ष 2018 में हुई थी. उस दौरान चीन ने भी भारतीय वायुसेना की ताकत की दाद दी थी और यूएस एयरफोर्स से तुलना की थी. पिछले महीने ही वायुसेना ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में ‘वायुशक्ति’ एक्सरसाइज की थी जिसमें 100 सेे ज्यादा फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर ने हिस्सा लिया था. लेकिन गगन-शक्ति एक्सरसाइज में फाइटर जेट के साथ-साथ मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी हिस्सा लेंगे. माना जा रहा है पाकिस्तान से सटी गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू कश्मीर की सीमा से लेकर चीन से सटी पूर्वी लद्दाख, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश तक इस एक्सरसाइज को 10 दिनों के भीतर किया जाएगा (पोखरण में वायुसेना का ‘वज्रपात’, सहमा पाकिस्तान).

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