कोलंबिया में राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान सनसनीखेज वारदात हुई है. राजधानी बोगोटा में कंजरवेटिव डेमोक्रेटिक सेंटर पार्टी के सीनेटर और 2026 राष्ट्रपति चुनाव उम्मीदवार मिगुएल उरीबे तुर्बे पर बेहद करीब से गोली मारी गई है. मिगुएल उरीबे की हालत गंभीर है, उन्हें बचाने की हर संभव कोशिशें की जा रहीं हैं.
कोलंबिया के रक्षा मंत्री ने इस बात की पुष्टि की है, कि उरीबे को गोली मारने वाले संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. मिगुएल उरीबे तुर्बे राष्ट्रपति चुनाव के प्रबल दावेदार हैं. उरीबे पूर्व राष्ट्रपति जूलियो सीजर टर्बे के पोते हैं. उनके दादा जूलियो टर्बे 1978 से 1982 तक कोलंबिया के 25 वें राष्ट्रपति थे. वहीं उरीबे की मां प्रसिद्ध पत्रकार डायना टर्बे थीं, जो 1991 में पाब्लो एस्कोबार के मेडेलिन कार्टेल द्वारा अपहरण और रेस्क्यू ऑपरेशन में मारी गई थीं.
रैली के दौरान राष्ट्रपति उम्मीदवार को गोली मारी
कोलंबिया में राष्ट्रपति उम्मीदवार मिगुएल उरीबे पर एक कार्यक्रम के दौरान जानलेवा हमला हुआ. सार्वजनिक पार्क में रैली को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति उम्मीदवार को गोली मार दी गई. फायरिंग का वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्हें तीन गोलियां मारी गईं, एक गोली पीठ, गर्दन जबकि तीसरी गोली सिर के पीछे के हिस्से में लगी. फायरिंग की घटना के बाद मौेेके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई. चीखपुकार मच गई, वहीं खून से लथपथ मिगुएल उरीबे को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत बेहद नाजुक है.
संदिग्ध गिरफ्तार, अटैक के पीछे कुछ और लोग भी शामिल: रक्षा मंत्री
कोलंबिया के रक्षा मंत्री पेड्रो सांचेज ने बताया कि एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है. संदिग्ध से पूछताछ की गई है. पता किया जा रहा है कि क्या अन्य लोग भी इस घटना में शामिल थे. राष्ट्रपति ऑफिस ने कड़े शब्दों में इस हमले की निंदा की है.
वामपंथी बयानबाजी का परिणाम है हमला: मार्को रुबियो
उरीबे पर हुए हमले पर ट्रंप प्रशासन के विदेश मंत्री (सचिव) मार्को रुबियो ने निंदा की है. रुबियो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि यह हमला लोकतंत्र के लिए सीधा खतरा है. यह हमला कोलंबियाई सरकार के हाई लेवल से आने वाली हिंसक वामपंथी बयानबाजी का परिणाम है.
कोलंबिया के वामपंथी प्रशासन के मुखर आलोचक हैं उरीबे
उरीबे ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के केनेडी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है. वे प्रगतिशील सुधारों के आलोचक और कोलंबिया के रूढ़िवादी आंदोलन की एक मजबूत आवाज हैं. राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो के वामपंथी प्रशासन के मुखर आलोचक, उरीबे ने 2026 के चुनावों से पहले खुद को एक प्रमुख रूढ़िवादी नेता के रूप में स्थापित किया है. कोलंबिया में इस चुनाव में लहर उरीबे के पक्ष में मानी जा रही है.
चुनाव के दौरान कई बड़े नेताओं की हत्या की कोशिश
कोलंबिया में चुनावी हिंसा का इतिहास पुराना है. 1990 के दशक में कई बड़े नेताओं पर जानलेवा हमले किए गए थे. इसके अलावा दुनिया की बात की जाए तो डोनाल्ड ट्रंप पर पिछले साल 13 जुलाई को पेंसिल्वेनिया की एक रैली के दौरान हमला किया गया था. 20 साल के हमलावर ने ट्रंप को मारने की कोशिश की थी, लेकिन सीक्रेट सर्विस एजेंट्स के चलते ट्रंप के कान के पास गोली छूकर निकल गई थी. हमलावर को सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने मौके पर ही ढेर कर दिया था.
ट्रंप से पहले जुलाई 2022 में जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की भी एक रैली के दौरान हत्या की गई थी. जापान के नारा शहर में शिंजो आबे एक चुनावी कैंपेन में अपना भाषण दे रहे थे, उसी वक्त हमलावर ने पीछे से फायरिंग की. मौके पर ही शिंजो गिर पड़े थे. गंभीर तौर पर घायल आबे की कुछ घंटों में मौत हो गई थी.
34 साल पहले बोगोटा में ही उरीबे की पत्रकार मां की हुई थी हत्या
मिगुएल उरीबे की मां प्रसिद्ध पत्रकार डायना टर्बे थीं. डायना टर्बे को साल 1990 में मशहूर ड्रग माफिया पाब्लो एस्कोबार के आदेश पर एक सशस्त्र समूह द्वारा किडनैप किया गया था. पाब्लो एस्कोबार ने जाल बिछाकर डायना टर्बे को अगवा करवाया था. डायना टर्बे को गुरिल्ला नेता स्पेनिश पादरी के इंटरव्यू के लिए बुलाया गया था. अज्ञात कॉलर के कहने पर डायना इंटरव्यू के लिए गई थीं, और फिर कैमरामैन के साथ ही उन्हें किडनैप कर लिया गया. पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु
किया. रेस्क्यू के दौरान पुलिस और माफिया के बीच जमकर फायरिंग हुई, जिसमें डायना टर्बे की मौत हो गई, जबकि कैमरामैन को बचा लिया गया था.