वार-क्राइम के लिए इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री याव गैलेंट के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भड़क गए हैं. बाइडेन ने साफ कर दिया है कि इजरायल की तुलना आतंकी संगठन हमास से नहीं कर सकते हैं. इजरायल-हमास जंग के बीच अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय यानी आईसीसी ने सख्ती दिखाते हुए नेतन्याहू और गैलेंट के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के शीर्ष प्रॉसिक्यूटर ने ‘वार-क्राइम’ (युद्ध के दौरान अपराध) के लिए इजरायल और हमास के नेताओं और प्रमुखों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आईसीसी ने नेतन्याहू और याव गैलेंट के अलावा हमास नेता याह्या सिनवार और मोहम्मद दियाब को मानवता के खिलाफ जघन्य अपराधों को अंजाम देने वाले वैश्विक नेताओं की सूची में डाल दिया है. नेतन्याहू और गैंलेट के आईसीसी के वारंट का अमेरिका ने विरोध किया है. वारंट पर सवाल खड़े करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपमानजनक बताया है और कहा है कि “इजरायल और हमास के बीच कोई समानता नहीं है. इजरायल की सुरक्षा के लिए किसी भी धमकी को लेकर हम हमेशा उसके साथ खड़े हैं.” आईसीसी ने साल 2023 में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ भी अरेस्ट वारंट जारी किया था.
नेतन्याहू के वारंट पर भड़के जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ जारी अरेस्ट वारंट की कड़े शब्दों में निंदा की है. जो बाइडेन ने कहा, “हम इजरायल की सुरक्षा के लिए खतरों के खिलाफ उसके साथ खड़े हैं.”
नेतन्याहू और इजरायली सेना का बचाव करते हुए जो बाइडेन ने कहा कि “गाजा में हमास आतंकवादियों के खिलाफ इजरायली सेना अपने सैन्य अभियान में नरसंहार नहीं कर रही है. इजरायल और हमास में कोई समानता नहीं. नेतन्याहू के खिलाफ अरेस्ट वारंट बेहद ही अपमानजनक है. हम सिनवार और हमास के बाकी हत्यारों को खत्म करने के लिए इजरायल के साथ खड़े हैं. हम हमास को हराना चाहते हैं और हम ऐसा करने के लिए इजरायल के साथ मिलकर काम करेंगे, आईसीसी का अरेस्ट वारंट बिलकुल अस्वीकार्य है.” उधर फ्रांस ने इजरायल के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट का समर्थन किया है.
अरेस्ट वारंट की बेंजामिन नेतन्याहू ने की निंदा
बेंजामिन नेतन्याहू ने भी आईसीसी के फैसले की निंदा की है. आईसीसी के आरोपों को वास्तविकता से कोसों दूर कहते हुए नेतन्याहू ने कहा है कि ”मैं हेग प्रॉसीक्यूटर द्वारा लोकतांत्रिक इजरायल और हमास के सामूहिक हत्यारों के बीच की गई तुलना को कड़े शब्दों के साथ अस्वीकार करता हूं.” नेतन्याहू ने कहा कि “आतंकी हमलों के खिलाफ इजरायल को बचाव करने का अधिकार है.”
क्या है आईसीसी, जिसने अरेस्ट वारंट दिया ?
अंतरराष्ट्रीय आपराधिक अदालत की स्थापना 2002 में हुई थी जो नीदरलैंड के द हेग में स्थित है. आईसीसी, युद्ध के दौरान मानवता के खिलाफ अपराधों, नरसंहार और हमले संबंधी अपराधों के लिए लोगों के खिलाफ केस चलाती है. इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के मुख्य प्रॉसिक्यूटर करीम खान ने ये गिरफ्तारी वारंट की घोषणा की है. करीम खान साल 2021 से इंटरनेशनल क्रिमिनल लॉ और इंटरनेशनल ह्यूमन राइट लॉ में प्रॉसिक्यूटर हैं. 54 साल के करीम खान स्कॉटलैंड के एडिनबर्ग से हैं और मूल रूप से पाकिस्तानी हैं.
अरेस्ट वारंट के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेंगे: इजरायल काट्ज
आईसीसी के अरेस्ट वारंट पर इजरायली विदेश मंत्री ने जवाबी कार्रवाई की बात कही है. विदेश मंत्री इजरायल काट्ज ने बयान जारी करते हुए कहा है कि “इजरायली नेताओं के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट का ये कदम एक ऐतिहासिक अपमान है. हम जवाबी कार्रवाई करने की कसम खाते हैं.”
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने किया इजरायल का दौरा
गाजा में पिछले करीब आठ महीने से जारी जंग को रुकवाने की कोशिश में है अमेरिका. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने रविवार को इजरायल का दौरा किया. जेक सुलिवन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू समेत कई नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात की है. जेक सुलिवन की कोशिश है कि गाजा में सीजफायर को लेकर नेतन्याहू को मनाया जाए. साथ ही गाजा पर शासन को लेकर भी चर्चा की गई.
आईसीसी भले ही इजरायल के पीएम के खिलाफ वारंट की तैयारी कर रहा हो, लेकिन इजरायल इसे मान्यता नहीं देता. क्योंकि इजरायल इस अदालत का सदस्य नहीं है. हालांकि, फिलिस्तीनी क्षेत्र को 2015 में इस कोर्ट के अधिकार क्षेत्र में शामिल किया गया था. इजरायल के अलावा अमेरिका, चीन और रूस सहित कई देश न्यायालय के क्षेत्राधिकार को स्वीकार नहीं करते हैं.