गाजा में ‘वर्ल्ड सेंट्रल किचन’ की एक गाड़ी पर हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर बिफर गए हैं. घटना के बाद दोनों के बीच फोन पर बातचीत हुई जिसमें बाइडेन ने साफ लफ्जों में कहा है कि गाजा में अमानवीय कार्रवाई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. मंगलवार को सेंट्रल किचन की एक गाड़ी पर इजरायली एयर-स्ट्राइक में सात लोगों की जान चली गई थी जिसमें अमेरिका, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के नागरिक शामिल थे.
वर्ल्ड सेंट्रल किचन की गाड़ी पर हुए हमले के बाद पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फोन पर बात हुई है. दोनों के बीच बातचीत को दुनियाभर के देश इसलिए भी प्राथमिकता दे रहे है, क्योंकि राफा पर हमले की प्लानिंग को लेकर बाइडेन और नेतन्याहू के बीच मनमुटाव हुआ था. बाइडेन ने अपने बयान में राफा को इजरायल के लिए रेडलाइन बताया था तो नेतन्याहू ने कहा था कि हमारे लिए कोई रेडलाइन नहीं है.
हमास के खिलाफ जंग में अकेले पड़ रहे हैं नेतन्याहू !
बाइडेन और नेतन्याहू के बीच फोन पर हुई बातचीत में बाइडेन ने साफ-साफ कह दिया है कि गाजा युद्ध के लिए अमेरिकी समर्थन आम नागरिकों और सहायता कर्मियों की सुरक्षा के लिए उठाए गए नए कदमों पर निर्भर करेगा. व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी करके बताया है कि “राष्ट्रपति बाइडेन ने इजरायल को आम नागरिकों और सहायता कर्मियों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाने की जरुरत को स्पष्ट कर दिया है. राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया कि गाजा के संबंध में अमेरिकी नीति इजरायल की तत्काल कार्रवाई के आकलन से ही निर्धारित की जाएगी.’ इसके अलावा बाइडेन ने नेतन्याहू से ये भी कहा कि तत्काल युद्ध-विराम की जरूरत है (https://x.com/WhiteHouse/status/1776037153098588473).
नेतन्याहू ने मानी बाइडेन की बात ?
इजरायल ने हमास के अटैक के बाद से गाजा में सुरक्षाबलों की तैनाती की है. ऐसी कड़ी तैनाती की गाजा में रहने वाले आम लोगों को राहत-सामग्री तक नहीं पहुंचाई जा पा रही है. गाजा के लोगों को राहत सामग्री ना पहुंचाए जाने को लेकर दुनियाभर में इजरायल का विरोध किया जा रहा है. कहा जा रहा है कि गाजा के लोग भूखे मर रहे हैं. ऐसे में बाइडेन से बातचीत के कुछ ही घंटों बाद गाजा के लोगों के लिए राहत की खबर आई है. इजरायल ने गाजा में अधिक मानवीय सहायता के लिए एरेज सीमा क्रॉसिंग को फिर से खोलने की मंजूरी दे दी है. इरेज बॉर्डन यानि हनौन के अलावा इजरायल के बंदरगाह अशदोद को भी खोलने की मंजूरी दी गई है. इरेज क्रॉसिंग इजरायल और उत्तरी गाजा पट्टी के बीच सीमा पर है.
मारे गए थे अलग-अलग देशों के सहायता कर्मी
पिछले दिनों गाजा में इजरायल के हवाई हमलों में ग्लोबल एनजीओ ‘वर्ल्ड सेंट्रल किचन’ समूह के लिए काम करने वाले छह अंतरराष्ट्रीय सहायता कर्मियों और उनके फिलिस्तीनी ड्राइवर की मौत हो गई थी. इस हमले में उन लोगों की मौत हुई थी, जिनका जंग से कोई लेना देना नहीं था. मृतक वो लोग थे जो लोगों को खाद्य सामग्री और दूसरी मदद पहुंचा रहे थे. ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका समेत कई राष्ट्राध्यक्षों ने इजरायली हमले की निंदा की थी. इजरायल ने भी अपनी गलती मानते हुए कहा था कि सैन्य ऑपरेशन में कई बार ऐसा होता है. हमले की जांच करेंगे और दोबारा ऐसी गलती नहीं दोहराएंगे (Israel Hamas war: निशाने पर मानवीय सहायता).