1 मई (बुधवार) की सुबह सुबह दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में बच्चे पहुंचे ही थे कि तमाम स्कूलों को छावनी में बदल दिया गया. स्कूलों में पुलिस, बम स्क्वायड, डॉग स्क्वायड और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां सायरन बजाते हुए पहुंच गई. एक-दो स्कूलों में नहीं बल्कि 100 से ज्यादा स्कूलों में धमकी वाला ईमेल मिलने के बाद हड़कंप मच गया. धमकी में स्कूल में बम रखा होने की खबर के बाद अफरा-तफरी मच गयी.
दिल्ली के बेहद ही हाईप्रोफाइल माने जाने वाले चाणक्यपुरी के संस्कृति स्कूल, वसंत कुंज के दिल्ली पब्लिक स्कूल और साकेत के एमिटी स्कूल, मदर मैरी स्कूल समेत नोएडा के भी कई स्कूलों को बम से उड़ा देने की धमकी दी गई. आनन फानन में कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई, कुछ स्कूल ने अभिभावकों को बच्चों को वापस ले जाने का नोटिस जारी कर दिया, तो कुछ स्कूलों में बच्चों के माता-पिता खुद ही बच्चों को लेने स्कूल में पहुंच गए. 5-6 घंटे तक सभी स्कूल में पैनिक की स्थिति रही. एक-एक क्लास रूम की जांच की गई. गहन तलाशी अभियान के बाद पुलिस और गृह मंत्रालय ने ईमेल और कॉल को हॉक्स (फर्जी) करार दे दिया है.
सभी स्कूलों की जांच में कुछ नहीं मिला:दिल्ली पुलिस
100 से ज्यादा स्कूलों में बम रखे जाने की कॉल के बाद दिल्ली पुलिस, फायर ब्रिगेड, बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचे. स्कूलों को खाली कराने के बाद कोना कोना खंगाला गया. जांच के बाद दिल्ली पुलिस को किसी भी स्कूल में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है. दिल्ली पुलिस प्रवक्ता सुमन नलवा ने कहा, “कई स्कूलों ने हमसे संपर्क किया है कि उन्हें अपने परिसर में बम होने के बारे में एक ईमेल मिला है. दिल्ली पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया है लेकिन कुछ भी अप्रिय नहीं मिला है. मैं सभी से कहना चाहती हूं कि घबराएं नहीं. धमकी वाले ईमेल की जांच की जा रही है.” (https://x.com/DelhiPolice/status/1785547503263490376)
हॉक्स कॉल, जांच में कुछ नहीं मिला: गृह मंत्रालय
दिल्ली और एनसीआर में मिले धमकी भरे ईमेल के बाद गृहमंत्रालय ने आपात बैठक बुलाई. इस बैठक में आईबी चीफ समेत जांच अधिकारी मौजूद रहे, धमकी भरे फोन पर गृह मंत्रालय का कहना है, “घबराने की जरूरत नहीं है. ऐसा लग रहा है कि यह फर्जी कॉल है. दिल्ली पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां प्रोटोकॉल के मुताबिक जरूरी कदम उठा रही हैं.” दिल्ली के उप राज्यपाल वी के सक्सेना ने भी दिल्ली पुलिस कमिश्नर से पूरी रिपोर्ट मांगी है. (https://x.com/PIBHomeAffairs/status/1785557541717778546)
धमकी भरे ईमेल का क्या है रशिया से कनेक्शन ?
दिल्ली पुलिस की अब तक की तफ्तीश में पता चला है कि सभी स्कूलों को एक जैसा ईमेल ही भेजा गया है. विदेश का आईपी एड्रेस है. धमकी वाले मेल के आखिर में डॉट कॉम में सभी मेल को सीसी किया गया है. पुलिस के मुताबिक जो ईमेल भेजे गए हैं उसके डोमेन में ‘आरयू’ लिखा है. आरयू, ‘रशिया’ की तरफ इशारा करता है. ऐसे में ईमेल का सर्वर रशिया का लग रहा है. आईपी एड्रेस के जरिए मेल भेजने वाले की पता करने की कोशिश की जा रही है. दिल्ली पुलिस की साइबर सेल और स्पेशल सेल भी पता लगाने में जुटी हुई है कि क्या ईमेल रूस से भेजा गया है या फिर भारत में ही बैठे किसी शख्स या संगठन ने आरयू नाम से बरगलाने की कोशिश की है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल मामले की जांच कर रही है. शक इस बात का भी है कि क्या किसी शख्स ने ईमेल किया है या ईमेल के पीछे कोई संगठन है ? या किसी ने जानबूझकर भारत और रुस के मजबूत संबंधों में सेंध लगाने के इरादे से ऐसा किया है.
तीसरे चरण की वोटिंग से पहले शरारत या साजिश ?
7 मई को लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण का मतदान होना है. उससे पहले इतनी बड़ी संख्या में स्कूलों को मिली धमकी से प्रशासन अलर्ट हो गई है. चूंकि धमकी मास लेवल पर है, इसलिए मेल भेजने वाले की जांच में केंद्रीय एजेंसियां भी जुट गई हैं. पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि क्या वाकई ईमेल के पीछे धमकी देना था या फिर किसी ने ईमेल भेजकर कोई शरारत की है. कई बार पहले भी स्कूलों में धमकी दी जा चुकी हैं, जिसकी जांच में पता चला था कि शरारत में, मजाक में या फिर परेशान होकर किसी ने हॉक्स कॉल की थी. लेकिन पहले एक या दो स्कूलों को ही ऐसी धमकी मिलती थी. इस बार संख्या 100 तक पहुंच गई है.
ईमेल में क्या लिखा था ?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूलों में भेजे गए ईमेल में ‘काफिर’, ‘जिहाद’ और धार्मिक उन्माद से जुड़ी बातें लिखी गई हैं.
इंटरपोल की मदद लेगी जांच एजेंसियां
जांच एजेंसियों को शक है कि ईमेल भेजने के लिये जिस आईपी एड्रेस का इस्तेमाल हुआ, उसका सर्वर विदेश में मौजूद है. जांच में पता चला है कि ईमेल भेजने के लिए एक ही आईपी एड्रेस का इस्तेमाल किया गया है. रूस का नाम भी सामने आने के बाद पुलिस इंटरपोल की मदद ले सकती है.
दिल्ली एनसीआर में ये पहली बार है कि इतने बड़े लेवल पर स्कूलों को धमकाया गया है. लिहाजा पुलिस और प्रशासन ने चौकसी बढ़ा दी है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही ईमेल किसने भेजा है, क्यों भेजा है इसका पुलिस और जांच एजेंसियां खुलासा कर देंगी.