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BSF जवानों के लिए जर्जर ट्रेन, रेलवे अधिकारियों पर गिरी गाज

ट्रेन में टूटी खिड़कियां, टूटी सीट, गंदे टॉयलेट्स वाली जर्जर बोगी मुहैया कराए जाने पर बीएसएफ जवानों का गुस्सा फूट पड़ा है. अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा ड्यूटी में जाने वाले बीएसएफ जवानों ने जर्जर बोगियों का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला तो तूफान मच गया.

बीएसएफ के जवानों ने सवाल उठाए तो रेलवे के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा.वहीं रेलवे ने सफाई देते हुए कहा है कि जर्जर हालत वाली बोगियों को ओवरहॉलिंग के लिए भेजा जाना था, जिन्हें  बीएसएफ की स्पेशल ट्रेन में जोड़ दिया गया था. हालांकि मामले को तूल पकड़ते देख 4 रेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है

अमरनाथ जा रहे सुरक्षाकर्मियों ने बनाया टूटी बोगियों का वीडियो

सोशल मीडिया पर बीएसएफ के उन जवानों ने ट्रेन की बोगियों का वीडियो शेयर किया है, जिन्हें अमरनाथ में सुरक्षा के लिए भेजा जा रहा था. बीएसएफ जवानों ने जो वीडियो साझा किया उसे देखकर ऐसा लगता है कि इस ट्रेन को लंबे समय से इस्तेमाल नहीं किया गया था. ट्रेन की खस्ता हालत है और खिड़की, दरवाजे, छत और बिजली उपकरण जर्जर हालत में है. ट्रेन में जबरदस्त गंदगी दिखाई पड़ रही है.

ये वीडियो इसी हफ्ते, त्रिपुरा के उदयपुर से रवाना हुई बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) की स्पेशल ट्रेन (नंबर 00709) के हैं, जिसे जम्मू जाना था. भारतीय रेल के नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर (एनएफ रेलवे) को ये स्पेशल ट्रेन मुहैया करानी थी. 

बीएसएफ की डिमांड को रेलवे ने किया नजरंदाज

3 जुलाई से जम्मू कश्मीर में शुरु होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए बीएसएफ के 1200 जवानों को इस ट्रेन से जम्मू जाना था. ट्रेन में उदयपुर (त्रिपुरा) के अलावा गुवाहटी, गोलपारा और कूचविहार (उत्तर बंगाल) से भी बीएसएफ के जवानों को लेकर जम्मू पहुंचना था. इनमें बीएसएफ के त्रिपुरा फ्रंटियर के अलावा गुवाहटी फ्रंटियर और मेघालय-कच्चर फ्रंटियर के जवान शामिल थे. बीएसएफ ने इस ट्रेन के लिए दो (02) एसी-2, दो (03) एसी-3 और 16 स्लीपर कोच और 04 जनरल सीटिंग (या सीटिंग कम लगेज) कोच की मांग की गई थी. लेकिन खराब हालत होने के चलते बीएसएफ के जवानों ने इस ट्रेन में जाने से इंकार कर दिया. बाद में एनएफ रेलवे ने दूसरी ट्रेन मुहैया करा दी. ये ट्रेन सोमवार को उदयपुर से जम्मू के लिए रवाना हुई.

हमारे जवानों ने कोई हंगामा नहीं किया: बीएसएफ 

बीएसएफ का स्पष्टीकरण भी सामने आया है, इसमें कहा गया है कि जवानों ने किसी प्रकार का विरोध या हंगामा नहीं किया था. जब भी बीएसएफ की टुकड़ी का मूवमेंट होता, तो बीएसएफ के अधिकारियों द्वारा ट्रेन का मुआयना किया जाता है, इसके बाद ही सभी जवान एक जगह से दूसरी जगह मूवमेंट करते हैं. रेलवे मंत्रालय ने मांग सुनते हुए दूसरे ट्रेन मुहैया करवा दी.

रेलवे ने आरोपों को गलत बताया

सोशल मीडिया पर हुए बवाल के बाद एनएफ फ्रंटियर रेलवे ने एक्स पोस्ट में अपनी सफाई दी. रेलवे ने कहा कि “यह आरोप गलत है कि बीएसएफ को यात्रा के लिए इस तरह का कोच मुहैया कराया गया था. कोच को आवश्यक रखरखाव, मरम्मत और सफाई के बाद ही यात्रा के लिए मुहैया कराया जाता है.”

रेलवे के मुताबिक, “यह वीडियो एक बिना जांचे गए कोच का है जिसे मरम्मत के लिए भेजा जा रहा था और यह बीएसएफ बलों की यात्रा के लिए नहीं था.”

जब ट्रेन की खराब हालत को लेकर रेलवे से संपर्क किया गया, तो रेलवे ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रेन बदल दी. अब नई ट्रेन के जरिए बीएसएफ के जवान अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुए.

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लिया एक्शन, 4 अधिकारी सस्पेंड

केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मामले को गंभीरता से लिया है. केंद्रीय रेल मंत्री ने कश्मीर में ड्यूटी पर जा रहे बीएसएफ कर्मियों को पुरानी ट्रेन उपलब्ध कराने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की. अलीपुरद्वार डिवीजन के चार अधिकारी निलंबित किए गए हैं.

जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है, उनमें अलीपुरद्वार के कोचिंग डिपो अधिकारी और अलीपुरद्वार डिवीजन के तीन वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर शामिल हैं.

सुरक्षाबलों की गरिमा और सुविधा सर्वोच्च है:अश्विनी वैष्णव

रेल मंत्री ने स्पष्ट किया है कि “सुरक्षा बलों की गरिमा और सुविधा सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस तरह की लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बीएसएफ कर्मियों की सुविधा और सम्मान का पूरा ध्यान रखते हुए अब उनके लिए अगरतला से एक विशेष ट्रेन की व्यवस्था की जा रही है. रेल मंत्रालय ने भी पूरी घटना की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं.भविष्य में ऐसी चूक दोबारा न हो, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.”

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