सिंगापुर के कंटेनर शिप में लगी भयंकर आग से चीनी यात्रियों को बचाने के लिए चीन ने भारतीय नेवी और कोस्ट गार्ड को थैंक्यू कहा है. सोमवार को केरल के कोच्चि में सिंगापुर के एक कंटेनर शिप में विस्फोट के बाद भयंकर आग लग गई थी. इंडियन कोस्ट गार्ड और भारतीय नेवी के जहाज फौरन कंटेनर शिप एमवी वान हा में फंसे यात्रियों के रेस्क्यू में जुट गए. कोस्ट गार्ड ने 22 क्रू मेंबर्स में से 18 को बचा लिया, जिसमें 6 चीनी नागरिक भी थे.
तत्काल और पेशेवर बचाव कार्य के लिए भारतीय नेवी- तटरक्षक बल को धन्यवाद:चीन
दिल्ली स्थित चीनी दूतावास में प्रवक्ता यून जिंग ने भारतीय नेवी और कोस्ट गार्ड का आभार व्यक्त किया है. यून जिंग ने कहा, “9 जून को एमवी वान हा 503 ने केरल के अझिक्कल से 44 समुद्री मील दूर जहाज पर विस्फोट और आग का सामना किया. जहाज पर कुल 22 चालक दल के सदस्यों में से 06 चीनी नागरिक हैं. हम भारतीय नौसेना और तट रक्षक को उनके तत्काल और पेशेवर बचाव कार्य के लिए धन्यवाद देते हैं. हम आगे की खोज कार्यों को सफल और घायल चालक दल के सदस्यों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.”
नेवी-कोस्टगार्ड ने चीनी नागरिकों समेत 18 की बचाई जान
कोच्चि के करीब अरब सागर में सिंगापुर के एक कंटेनर-जहाज में लगी आग के बाद भारतीय कोस्ट गार्ड ने 18 क्रू मेंबर्स को बचाया है, जिनमें 6 चीनी नागरिक भी हैं. वहीं चार (04) क्रू-मेंबर्स के लापता हैं, जिन्हें तलाश किया जा रहा है.
कोस्टगार्ड के मुताबिक, मालवाहक जहाज में विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई. जिस वक्त सिंगापुर के एमवी वान हा जहाज में कुल 22 क्रू-मेंबर्स मौजूद थे. आग लगते ही 18 सदस्य, लाइफ-गार्ड और छोटी बोट्स के जरिए जहाज से बाहर निकल गए. इन सभी को बाद में नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज ने सुरक्षित बचा लिया. लेकिन चार सदस्य (02 ताइवान नागरिक, 01 इंडोनेशियाई और 01 म्यांमार नागरिक) घटना के बाद से लापता है.
इंडियन कोस्ट गार्ड के मुताबिक कंटेनर शिप एमवी वान हा 503 से इमरजेंसी अलर्ट मिला था. यह जहाज 7 जून 25 को 22 क्रू मेंबर्स के साथ श्रीलंका के कोलंबो पोर्ट से मुंबई के लिए रवाना हुआ था, जिसे 10 जून को पहुंचना था. यह पोत सिंगापुर से संयुक्त अरब अमीरात की ओर जा रहा था और अरेबियन सी में प्रवेश कर चुका था, तभी इसमें भीतर से एक विस्फोट हुआ जिसके बाद तेज आग लग गई.
जहाज में विस्फोट की वजह साफ नहीं
विस्फोट का कारण फिलहाल साफ नहीं है लेकिन समुद्री सुरक्षा अधिकारियों का मानना है कि यह जहाज के इंजन रूम में हुआ था. घटना की जानकारी मिलते ही, भारतीय नौसेना के आईएनएस शार्दुल और कोस्ट गार्ड के विमानों को तत्काल रवाना किया गया. आग लगने के बाद जहाज बंदरगाह से लगभग 10-15 डिग्री झुका हुआ है. भारतीय तटरक्षक बल के मुताबिक कोच्चि से आईसीजी जहाज समर्थ को बचाव दल के साथ तैनात किया है.
हादसे की जानकारी मिलते ही कोस्टगार्ड के 5 जहाज रेस्क्यू के लिए उतारे
जहाज में आग लगने की खबर पास से ही गुजर रहे एक दूसरे मालवाहक जहाज एमवी वेलेंसिया ने मुंबई स्थित मेरीटाइम रेस्क्यू कोर्डिनेशन सेंटर (एमआरसीसी) को दी थी. एमआरसीसी ने नौसेना के साथ-साथ तटरक्षक बल को भी अलर्ट जारी किया. ऐसे में कोस्टगार्ड ने अपने पांच जहाज, आईसीजीएस सचेत, अभिनव, समुद्र-प्रहरी, राजदूत और अरनवेष सहित एक इंटरसेप्टर बोट सी144 को आग बुझाने और रेस्क्यू मिशन के लिए तैनात किया. ये सभी जहाज आग बुझाने के यंत्रों सहित समंदर में प्रदूषण की रोकथाम के साजो सामान से लैस हैं.
तटरक्षक बल ने मिशन में 02 डोर्नियर एयरक्राफ्ट को भी तैनात किया है ताकि वान हा जहाज पर आसमान से निगरानी रखी जा सके.