हिंद महासागर में हाल ही में हुए कई सफल ऑपरेशन के बाद पूरी दुनिया में भारतीय नौसेना की तूती बोल रही है. अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन से लेकर कई देश इंडियन नेवी की तारीफ कर चुके हैं. भारत की बढ़ती समुद्री ताकत से चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है. यही वजह है कि भुखमरी की हालत में पहुंच गए पाकिस्तान को चीन थमाने जा रहा है हंगोर क्लास की पनडुब्बी. चीन ने पाकिस्तान के लिए बनाई गई हंगोर क्लास की पहली पनडुब्बी को लॉन्च कर दिया है.
हंगोर क्लास पनडुब्बी को समुद्री परीक्षण के बाद पाकिस्तान को सौंप दिया जाएगा. लॉन्च की गई ये पनडुब्बी चीन और पाकिस्तान के बीच हुए एक समझौते का हिस्सा है. समझौते के तहत चीन, पाकिस्तान को आधुनिक तकनीक से लैस 8 पनडुब्बियां दे रहा है. लॉन्चिंग सेरेमनी का आयोजन चीन के वुचांग शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री ग्रुप (डब्ल्यूएसआईजी) के शुआंगलियू बेस पर किया गया. इस समारोह में पाकिस्तानी नौसेना प्रमुख एडमिरल नवीद अशरफ ने भाग लिया.
पाकिस्तान को सबमरीन की टेक्नोलॉजी सिखाएगा चीन
चीन कुल आठ हंगोर श्रेणी की पनडुब्बियां पाकिस्तान को देगा, जिनमें से चार का निर्माण चीन की वुहान शिपबिल्डिंग इंडस्ट्री ग्रुप (डब्ल्यूएसआईजी) करेगी जबकि बाकी चार सबमरीन का निर्माण खुद पाकिस्तान में किया जाएगा. बाकी चार हंगोर सबमरीन पाकिस्तान के कराची शिपयार्ड एंड इंजीनियरिंग वर्क्स (केएस एंड ईडब्ल्यू) करेगा. चीन और पाकिस्तान में हुए करार के तहत चीन पाकिस्तान को आधुनिक तकनीक सिखाएगा. ये पनडुब्बियां आधुनिक हथियारों और सेंसरों से लैस होंगी और दुश्मनों से बचते हुए दूर से ही उन पर हमला कर सकेंगी.
चीन के करीब आ रहा पाकिस्तान, क्या है इरादा?
हंगोर क्लास की पनडुब्बी के लॉन्चिंग कार्यक्रम के दौरान एडमिरल अशरफ ने चीन को खूब मक्खन लगाया. पाकिस्तान नेवी चीफ एडमिरल नवीद अशरफ ने कहा, ‘‘सदाबहार सहयोगी पाकिस्तान-चीन की मित्रता में सबमरीन एक नया आयाम जोड़ेगा और सबमरीन का मिलना दोनों देशों के बीच मजबूत सैन्य सहयोग को दर्शाता है.’’ एडमिरल अशरफ ने कहा कि “मौजूदा भू-रणनीतिक माहौल में समुद्री सुरक्षा के महत्व और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता सुनिश्चित करना जरूरी है. ये नई पनडुब्बियां पाकिस्तान-चीन की दोस्ती को मजबूत करेंगी और दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग को बढ़ावा देंगी.”
पाक-चीन में अच्छे सैन्य संबंध, भारत की नजर
पाकिस्तान के चीन के साथ अच्छे सैन्य संबंध हैं और दोनों देशों में द्विपक्षीय संबंधों में पाकिस्तान चीन से तमाम हथियार आयात करता है. पिछले साल भी पाकिस्तान नौसेना ने दो नवनिर्मित चीनी टाइप 54 ए/पी फ्रिगेट (जहाज) को शामिल किया था. इसके अलावा फरवरी में पाकिस्तान ने कराची शिपयार्ड एंड इंजीनियरिंग वर्क्स चीनी तकनीक की मदद से छठी हंगोर श्रेणी की पनडुब्बी बनाना शुरू किया था. पाकिस्तान के पास हंगोर सबमरीन आने के बाद भारत भी हाई अलर्ट है. ऐसी आशंका है कि पाकिस्तान इस पनडुब्बी पर परमाणु हमला करने में सक्षम बाबर-3 सबमरीन लॉन्च बैलिस्टिक मिसाइल को तैनात कर सकता है.
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