मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की माफी का कुछ असर नहीं हुआ है. राज्य में एक बार फिर से हिंसा भड़क गई है. मणिपुर के कांगपोकपी जिले में भीड़ ने जिला कलेक्ट्रेट के कार्यालय पर हमला बोला दिया है.
कुकी लोगों की मांग है कि इलाके से केन्द्रीय बलों को हटाया जाए. अपनी मांग को लेकर लोगों ने जिला कलेक्ट्रेट पत्थरबाजी की. हमले में एसपी घायल हुए हैं. मामला बिगड़ता देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और हल्का लाठीचार्ज किया.
ये हिंसा ऐसे समय में हुई है जब शुक्रवार को ही मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला ने शपथग्रहण की है. कांगपोकपी जिला मणिपुर के उन क्षेत्रों में से एक है, जहां कुकी और अन्य आदिवासी समुदायों की बहुलता है. इस क्षेत्र में पहले भी विवाद और हिंसा की घटनाएं सामने आ चुकी हैं.
जिला कलेक्ट्रेट दफ्तर पर कुकी संगठनों का आक्रमण
मणिपुर के कांगपोकपी इलाके में उस वक्त बवाल मच गया जब कुकी संगठनों से एसपी कार्यालय को घेर लिया और तोड़फोड़ की कोशिश की. कुकी संगठन के लोगों ने पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी की. पुलिस के मुताबिक- कुकी संगठन सैबोल गांव में 31 दिसंबर को सुरक्षा बलों द्वारा महिलाओं पर लाठीचार्ज के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
लोग गांव में बीएसएफ और सीआरपीएफ की तैनाती का विरोध कर रहे हैं. सुरक्षाबलों की तैनाती हटाने की मांग के लिए लोग डीसी कार्यालय में इकट्ठा हुए और देखते ही देखते प्रदर्शन उग्र हो गया. लोगों ने पत्थरबाजी की और दूसरे हथियार भी फेंके और डीसी कार्यालय में खड़े पुलिस के वाहनों में तोड़फोड़ की. (https://x.com/Varsha_0012/status/1875228818778288429)
उयोकचिंग से सुरक्षाबल हटाने की मांग
कांगपोकपी एक कुकी बाहुल्य इलाका है. कांगपोकपी के उयोकचिंग पर सुरक्षाबलों की तैनाती है. लोगों की मांग है कि उयोकचिंग इलाके से फौरन बीएसएफ और सीआरपीएफ के जवानों को हटाया जाए. केन्द्रीय बलों की तैनाती के विरोध में जब लोग उग्र हुए तो पुलिस ने लोगों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और हल्का लाठीचार्ज किया. लोगों का आरोप है कि पुलिस के लाठीचार्ज में कई महिलाएं घायल हुई हैं.
आर्मी के शिविर से लापता व्यक्ति के खोज के पैनल सदस्य को भेजा गया बम
मणिपुर में मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (एमईएस) के सुपरवाइजर कमल बाबू 25 नवंबर से कांगपोकपी जिले के बेहद सुरक्षित लेइमाखोंग आर्मी कैंप से लापता हैं. कमल बाबू की तलाश के लिए बनाई गई ज्वाइंट एक्शन कमेटी के सदस्य के घर पर एक बम और धमकी भरा नोट मिला है. नोट में लिखा था, “जेएसी कमल बाबू को आखिरी चेतावनी. आपको जेएसी को भंग कर देना चाहिए और एक नई जेएसी बनानी चाहिए. कोई भी ठेकेदार नई जेएसी का सदस्य नहीं होना चाहिए. सभी मुद्दे भड़काने वाले मारे जाएंगे, केसीपी.”
अधिकारी कमल बाबू का पता लगाने के लिए हवाई सर्वेक्षण समेत सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. इस बीच मणिपुर मंत्रिमंडल ने कमलबाबू के लापता होने के मामले को सीबीआई को सौंपने की मंजूरी दे दी है. कमल बाबू मैतई से ताल्लुक रखते हैं.
मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला ने ली शपथ
इस बीच पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने मणिपुर के 19वें राज्यपाल के तौर पर शपथ ली है. अजय भल्ला को मणिपुर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी कृष्णाकुमार ने शपथ दिलाई. अजय कुमार भल्ला ने राइफल्स के जवानों द्वारा दिए गए गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण किया. अजय भल्ला इंफाल में मुख्यमंत्री एन.बीरेन सिंह ने स्वागत किया.