पाकिस्तान का खुलकर साथ देने और भारत का विरोध करने वाले तुर्किए पर बड़ा एक्शन लिया गया है. सोशल मीडिया पर बायकॉट तुर्किए मुहिम छेड़े जाने के बाद भारत सरकार ने गुरुवार को तुर्की की ग्राउंड हैंडलिंग सर्विस प्रोवाइडर कंपनी सेलेबी एविएशन का सिक्योरिटी क्लियरेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है. सरकार की ओर से बताया गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में ये कदम उठाया गया है. पहलगाम नरसंहार के बाद तुर्किए ने भारत के अटैक की निंदा की थी. साथ ही पाकिस्तान ने भारत पर जो ड्रोन हमले किए थे, वो भी तुर्किए के ही थे. दावा किया जा रहा है कि जिस सेलेबी एविएशन पर चाबुक चला है, उस कंपनी में तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन की बेटी की हिस्सेदारी है.
सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की ग्राउंड हैंडलिंग रद्द
विमानन सुरक्षा निगरानी संस्था बीसीएएस ने गुरुवार को तुर्किए की ग्राउंड हैंडलिंग कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दी गई सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है. एक आदेश में, नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने कहा कि उसने सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया के लिए सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी है, जो तुर्की स्थित सेलेबी का हिस्सा है. सेलेबी की वेबसाइट के अनुसार, यह कंपनी नौ हवाई अड्डों (मुंबई, दिल्ली, कोचीन, कन्नूर, बैंगलोर, हैदराबाद, गोवा, अहमदाबाद और चेन्नई) पर सेवाएं देती है.
राष्ट्र की सुरक्षा के कारण तुर्किए की कंपनी पर एक्शन:मुरलीधर मोहोल
सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी रद्द होने पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा, “सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड तुर्की की कंपनी है, जो देश के कई एयरपोर्ट पर ग्राउंड सेवाएं देती है. तुर्की ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था. मौजूदा हालात को देखते हुए यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बन गया है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सेलेबी को देश में प्रतिबंधित कर दिया गया है.”
हम तुर्किए की कंपनी नहीं, एर्दोगन की बेटी की हिस्सेदारी वाली बात गलत- सेलेबी
सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया ने अपनी सफाई में सारे दावों को गलत बताया है. सेलेबी ने कहा कि यह किसी भी तरह से तुर्किए की कंपनी नहीं है. सच्चाई ये है कि यह भारतीय इंटरप्राइज है और भारत के प्रोफेनल्स ही इसकी देखरेख करते हैं. कंपनी ने कहा कि यह एक वैश्विक रूप से संचालित एविएशन कंपनी है, जिसका कोई राजनीतिक संबंध नहीं है. कंपनी ने अपने स्वामित्व के बारे में सोशल मीडिया पर चल रहे आरोपों को गलत बताया. सोशल मीडिया पर दावा किया गया कि तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन की बेटी सुमेये एर्दोगन सेलेबी में एक हिस्सेदार हैं. कंपनी ने कहा, “सेलेबी एविएशन एक वैश्विक कंपनी है, जो 65 सालों से तीन महाद्वीपों और छह देशों में ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो संचालन प्रदान करती है. भारत में सेलेबी ने 15 वर्षों से अधिक समय तक काम किया है. हम सीधे तौर पर 10,000 से अधिक भारतीयों को रोजगार देते हैं.”
बायकॉट तुर्किए का दिख रहा असर, फल विक्रेता और मार्बल कारोबारियों ने बायकॉट किया
तुर्किए द्वारा पाकिस्तान का खुलेआम समर्थन करने के बाद देशभर में ‘बॉयकॉट तुर्की’ अभियान ने जोर पकड़ लिया है. महाराष्ट्र के पुणे से लेकर राजस्थान के उदयपुर तक व्यापारियों ने तुर्की से आयातित वस्तुओं का बहिष्कार कर तुर्की को आर्थिक मोर्चे पर जवाब देने का ऐलान किया है. महाराष्ट्र के पुणे में व्यापारियों ने तुर्की से आयात होने वाले सेबों की बिक्री पूरी तरह बंद कर दी है. तो उदयपुर के व्यापारियों ने तुर्किये से मार्बल का आयात बंद कर दिया गया है.
जेएनयू- जामिया ने तुर्किए के यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू स्थगित किया जेएनयू और जामिया ने राष्ट्रीय सुरक्षा संबंधी चिंताओं के चलते तुर्की के इनोनू विश्वविद्यालय के साथ अपने एकेडमी समझौता स्थगित किया. जेएनयू ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा, ‘राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों से,जेएनयू और इनोनू विश्वविद्यालय, तुर्की के बीच हुआ एमओयू अगली सूचना तक स्थगित किया जाता है. जेएनयू राष्ट्र के साथ खड़ा है.’ इस समझौता ज्ञापन पर 3 फरवरी 2025 को साइन किए गए थे और इसकी वैधता 2 फरवरी 2028 तक थी. हैदराबाद स्थित मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी ने ऐलान किया कि वह तुर्की के युनुस एमरे इंस्टीट्यूट के साथ अपने एकेडमिशन एएमयू को तत्काल प्रभाव के खत्म करती है. यूनिवर्सिटी ने कहा- “पाकिस्तान में आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई के दौरान जब दोनों देशों के बीच तनाव हुआ तो तुर्की ने पाकिस्तान का साथ दिया. इसी वजह से यह फैसला लिया गया है.”