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ईयू अध्यक्षा के विमान का GPS जाम, रूस पर लगाया आरोप

क्या सच में यूक्रेन के बाद यूरोप के देशों पर मंडरा रहा है रूस का खतरा. यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन के विमान के साथ बड़ा हादसा टला है, जिसे लेकर बुल्गारिया ने दावा किया है कि रूस की ओर से छेड़छाड़ की गई थी. बुल्गारिया का आरोप है कि ईयू अध्यक्ष के विमान का जीपीएस उस वक्त रूस ने ब्लॉक कर दिया, जब विमान बुल्गारिया की हवाई सीमा में था. राडार जाम करने के बाद उर्सुला वॉन डेर लेयेन के विमान को  प्लोवदिव एयरपोर्ट पर उतार लिया गया.

आपको बता दें कि ईयू अध्यक्ष रूस-बेलारूस से सटे देशों के चार दिवसीय दौरे पर हैं, इस दौरान ये घटना घटी. 

बाल-बाल बचीं ईयू अध्यक्ष, रूस पर बड़ा आरोप 

यूरोपीय यूनियन ने रूस पर बहुत गंभीर आरोप लगाए है. ईयू के अधिकारी ने कहा है कि रूस ने बुल्गारिया के ऊपर गुजर रहे यूरोपीय संघ के नेता के विमान का रडार जाम कर दिया, जिसके बाद विमान में तकनीकी खराबी देखी गई. जिसके बाद विमान को सुरक्षित तरीके से प्लोवदिव एयरपोर्ट पर उतार लिया गया. इस घटना से कोई नुकसान नहीं हुआ. 

ईयू अध्यक्ष के विमान का जीपीएस जाम किया गया: यूरोपीय आयोग की प्रवक्ता

यूरोपीय आयोग की प्रवक्ता एरियाना पोडेस्टा ने कहा, “हम पुष्टि कर सकते हैं कि जीपीएस जामिंग हुई थी। बुल्गारियाई प्राधिकरण ने हमें बताया है कि यह रूस की सीधी दखलंदाजी का नतीजा हो सकता है. यह घटना इस बात को बताती है कि वॉन डेर लेयेन का यह दौरा कितना जरूरी और संवेदनशील है.

संवेदनशील घटना के बाद ईयू अध्यक्ष पीछे नहीं हटी, तय दौरा जारी

बुल्गारिया की सीमा में वॉन डेर लेयेन के साथ जो घटना घटी, उसके बाद भी उन्होंने अपनी तय यात्रा जारी रखने का फैसला किया है. उर्सुला वॉन डेर लेयेन चार दिवसीय दौरे पर हैं. यह दौरा यूरोपीय संघ के उन देशों का है जो रूस और बेलारूस की सीमाओं से सटे हैं. 

उर्सुला, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की कट्टर आलोचक हैं और युद्ध को यूक्रेन पर थोपा गया मानती हैं. हाल ही में यूरोपीय नेताओं के प्रतिनिधिमंडल में उर्सुला भी थीं, जो व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने गया था. उर्सुला ने बार-बार यही कहा है कि पुतिन को बातचीत की टेबल पर आना चाहिए.

पिछले सप्ताह कीव पर हुए अटैक के बाद ईयू ने चेतावनी दी थी कि रूस ने हमले बंद नहीं किए तो और प्रतिबंध झेलने पड़ेंगे. आशंका जताई गई है कि ये कोई साधारण तकनीकी गड़बड़ी नहीं है, बल्कि यूरोप को चेतावनी देने के लिए रूस की सोची समझी साजिश हो सकती है.

हालांकि रूस ने इन आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

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