अभी तक डोनाल्ड ट्रंप पर अटैक और हमले की साजिश का खुलासा होता रहा है पर अमेरिका के वर्जीनिया से एक ऐसे शख्स को एफबीआई ने पकड़ा है, जो हर रोज बाइडेन की तस्वीरों पर निशानेबाजी करता था.
सिर्फ इतना ही नहीं एफबीआई ने उस शख्स के ठिकाने से इतिहास में विस्फोटकों का सबसे बड़ा भंडार खोजा है. ब्रैड स्पैफोर्ड नाम के शख्स को अवैध तरीके से शॉर्ट बैरल राइफल रखने के लिए हिरासत में लिया था, पर जब एफबीआई ने उसकी निशानदेही पर रेड की तो विस्फोटकों का इतना बड़ा स्टोरेज मिला है जिससे बड़े पैमाने पर तबाही मचाई जा सकती थी.
अमेरिका के घर से मिले पाइप बम, मच सकती थी तबाही
एफबीआई को आरोपी ब्रैड स्पैफोर्ड की जमीन से 150 से अधिक स्पष्ट विस्फोटक उपकरण मिले, जिन्हें प्रारंभिक रूप से एफबीआई के इतिहास में तैयार विस्फोटक उपकरणों की संख्या के हिसाब से सबसे बड़ी जब्ती माना गया है. एफबीआई बम टेक्नीशियन्स ने घटनास्थल पर उपकरणों का एक्स-रे किया, जिसके बाद खुलासा किया गया कि आरोपी ने भारी मात्रा में पाइप बम तैयार किया था. अधिकतर बम एक अलग गैराज में पाए गए, जिन्हें रंग के अनुसार अलग-अलग स्टोर किया गया था. कुछ पर हाथ से ‘घातक’ लेबल लगाया गया था, और लिखा गया था ‘डोन्ट टच.’
एफबीआई द्वारा बरामद हैंड ग्रेनेड के पैच पर लिखा गया था- ‘नो लाइव मैटर्स. ये नारा चरमपंथियों का नारा है, जो हिंसा से जुड़े हुए हैं.’ वहीं एफबीआई की टीम ने आरोपी से डायरी भी खोजी है, जिसमें विस्फोटक बनाने के तरीके लिखे हुए थे.
जो बाइडेन की तस्वीर पर निशानेबाजी करता था आरोपी
आरोपी के पड़ोसियों से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है. पता चला है कि निशानेबाजी के लिए शख्स जो बाइडेन की तस्वीर का इस्तेमाल करता था. आरोपी स्पैफोर्ड पर शक साल 2023 में कुछ महीने पहले गहराया था, जब एक पड़ोसी ने एफबीआई को ये बताया था कि स्पैफोर्ड विस्फोटक बनाता है. एक ऐसे ही विस्फोटक में शख्स अपनी तीन अंगुलियों को गवां चुका है. बाद में जांच के बाद शख्स को 17 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया. पर जब उसकी निशानदेही पर जांच शुरु हुई तो इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक मिला कि एफबीआई भी हैरान रह गई है. एफबीआई ने गिरफ्तारी गुप्त रखी थी, पर इसी हफ्ते कोर्ट में दी गई जानकारी के बाद स्पैफोर्ड को लेकर खुलासा हुआ है.
कोर्ट में जबरदस्त बहस चल रही है कि आरोपी को छोड़ा जाए या नहीं. पर सवाल ये है कि स्पैफोर्ड क्या अकेले ही तबाही का सामान बना रहा था. या अमेरिका में एक बड़ी साजिश रची जा रही थी? ये वो सवाल हैं जिनका खुलासा एफबीआई ने सुरक्षा कारणों से नहीं किया है.