July 5, 2024
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भारत-शक्ति में हिस्सा लेने वाला तेजस क्रैश

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जिस स्वदेशी एलसीए तेजस फाइटर जेट ने पोखरण में ‘भारत-शक्ति’ एक्सरसाइज में हिस्सा लिया वो चंद मिनटों बाद ही जैसलमेर के एक रिहायशी इलाके में क्रैश हो गया. लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) के इतिहास में ये पहली बार है कि कोई तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. गनीमत ये रही कि क्रैश से पहले पायलट ने विमान से बाहर इजेक्ट कर दिया था.

दुर्घटना के बाद वायुसेना ने बयान जारी कर बताया कि “एक एलसीए तेजस विमान ऑपरेशन्ल उड़ान के दौरान क्रैश हो गया. पायलट सुरक्षित विमान से बाहर इजेक्ट (बाहर निकल आया) था. दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं.” 

ये एलसीए तेजस विमान उसी फॉरमेशन का हिस्सा था जो पोखरण में चल रही भारत शक्ति युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रहा था. जानकारी के मुताबिक, क्रैश से पहले पायलट इजेक्शन सीट के साथ बाहर निकल गया था. दुर्घटना के बाद ‘मार्टिन बेकर’ कंपनी ने एक्स अकाउंट पर लिखा कि आईएन-16जी की सीट के जरिए पायलट की जान बच गई. ये सीट मार्टिन बेकर कंपनी ही बनाती है. 

ये क्रैश ऐसे समय में हुआ है जब एलसीए का मार्क-1ए वर्जन इसी महीने आने वाला है. वायुसेना भी राजस्थान के नाल एयर बेस पर मार्क-1ए की पहली स्क्वाड्रन जल्द ही तैनात करने जा रही है. ऐसे में मंगलवार की घटना वायुसेना के लिए एक बड़ा झटका है. 

भारत-शक्ति अपनी तरह की पहली ट्राई-सर्विस युद्धाभ्यास है जिसमें सिर्फ स्वदेशी हथियारों का इस्तेमाल किया गया. वायुसेना के एलसीए तेजस, प्रचंड और डब्लू एस आई-रुद्र हेलीकॉप्टर के अलावा थलसेना के एमबीटी अर्जुन टैंक, धनुष तोप, पिनाका और बीएम-21 ग्रैड रॉकेट सिस्टम, शिल्का एंटी एयरक्राफ्ट गन और बीएमपी-2 कैरियर व्हीकल ने हिस्सा लिया. 

भारत शक्ति के जरिए देश की सेना की तीनों अंग यानी थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने ये प्रदर्शित किया कि अगर जरूरत हुई तो भारत स्वदेशी हथियारों से भी जंग के मैदान में उतर सकता है. 

करीब 50 मिनट तक पोखरण रेंज में हुई गोलाबारी के जरिए भारत ने दिखाया कि अगर दुश्मन देश ने फिर से मुंबई के 26/11 जैसा आतंकी हमला किया तो उसको कैसे मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा. 

इस दौरान सैनिकों और स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि “अगर भारत को विकसित देशों का श्रेणी में शामिल होने है तो तेल से लेकर हथियार तक सब देश में ही तैयार करने होंगे.” पीएम ने कहा कि पोखरण आज आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास और गौरव की त्रिवेणी बन गया है. ये वही पोखरण है जहां परमाणु परीक्षण किया गया था. 

पीएम ने पुरानी सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले जानबूझकर विदेशी हथियारों को तरजीह दी जाती थी. मोदी ने जवाहरलाल नेहरू के समय में हुए देश के पहले रक्षा घोटाले का भी जिक्र किया. 

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