रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दो टूक कहा है कि यूक्रेन जंग के लिए सीधे तौर से नाटो जिम्मेदार है. पुतिन ने कहा कि रूस की सुरक्षा की परवाह किए बगैर नाटो ने यूक्रेन की धरती से आक्रामक नीति अपनाई. पुतिन ने हालांकि, एक बार फिर कहा कि रूस वार्ता के लिए तैयार है.
शनिवार को पुतिन को जर्मनी के चांसलर ओलाफ शुल्ज का अप्रत्याशित रूप से फोन कॉल आया. पिछले दो साल में पहली बार जर्मनी के चांसलर ने रूस के राष्ट्रपति को यूक्रेन जंग रोकने के लिए फोन किया था.
जर्मनी के चांसलर के पुतिन को फोन करने से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की खिसिया गए हैं. अमेरिका राष्ट्रपति ट्रंप के जल्द यूक्रेन जंग खत्म करने के दावे के बाद पुतिन को दूसरे बड़े नाटो देश के राष्ट्राध्यक्ष ने फोन किया है. जेलेंस्की ने आरोप लगाया कि शुल्ज के फोन कॉल से पुतिन को अलग-थलग करने की कोशिशों को धक्का लगा है.
क्रेमलिन द्वारा जारी बयान के मुताबिक, पुतिन ने जर्मनी के चांसलर से यूक्रेन से विवाद का राजनीतिक और राजनयिक हल निकालने पर चर्चा की. पुतिन ने एक बार फिर दोहराया कि रूस ने कभी भी वार्ता से मना नहीं किया है. पुतिन ने उल्टा यूक्रेन पर बातचीत में खत्म करने का आरोप मढ़ा.
पुतिन ने हालांकि, शुल्ज को यूक्रेन से वार्ता के लिए रूस की पुरानी शर्तों को दोहराया. पुतिन ने शर्त रखी है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं किया जाएगा. साथ ही रूस ने यूक्रेन की जितनी भी जमीन पर कब्जा किया है वो वापस नहीं की जाएगी. साथ ही रूस की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
अमेरिका में ट्रंप की वापसी से यूरोपीय देश चिंतित हैं. क्योंकि ट्रंप ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन जंग को तो जल्द खत्म करवाएंगे ही, यूरोपीय देशों को भी अपनी सुरक्षा खुद करनी होगी. ऐसे में जर्मनी सहित दूसरे यूरोपीय देशों को रूस से खतरा पैदा होने लगा है. ऐसे में जर्मनी के चांसलर का पुतिन को फोन कॉल बेहद अहम हो जाता है.