रक्षा मंत्रालय ने अगले 10 वर्ष के लिए देश की सेनाओं (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) की जरूरत को लेकर एक नई डॉक्ट्रिन जारी की है. ‘टेक्नोलॉजी पर्सपेक्टिव एंड कैपेबिलिटी रोडमैप-2025’ के नाम से जारी की गई इस डॉक्ट्रिन में जल, थल और आकाश सहित स्पेस, साइबर और कॉग्निटिव डोमेन में जरूरत पड़ने वाले करीब 200 हथियार और सैन्य उपकरणों की लिस्ट जारी की गई है ताकि देश की डिफेंस इंडस्ट्री इन जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करे.
थलसेना:
- 1. 500 हाइपरसोनिक मिसाइल के लिए स्क्रैमजेट प्रोप्लशन
- 2. 1800 फ्यूचर टैंक जिनमें सैटेलाइट इमेज के साथ ही यूएवी (ड्रोन) से भी लैस हो सकते हैं.
- 3. 400 लाइट टैंक, जिसमें मल्टीपल वेपन प्लेटफॉर्म लगाए जा सके.
- 4. 800 लॉएटरिंग वेपन (ड्रोन)
- 5. 400 यूएवी जिनसे मिसाइल भी दागी जा सकती है.
- 6. 700 रोबोट जो आईईडी बमों को निष्क्रिय कर सकते हैं.
- 7. नेक्स जनरेशन एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम)
- 8. 6 लाख आर्टिलरी (तोप) के गोले
- 9. 4000 जैमर जो ड्रोन को जाम कर सकते हैं.
- 10. सॉफ्टवेयर रेडियो–60 हजार
- 11. 70 हाई ऑल्टिट्यूड लॉन्ग रेंज (हेल) और मीडियम ऑल्टिट्यूड लॉन्ग रेंज (मेल) यूएवी–1500 किलोमीटर की रेंज और 60 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं.
वायुसेना:
- 1. 20 स्ट्रटोशिप एयरशिप–कम्युनिकेशन और इंटेलिजेस के लिए
- 2. 350 मेल यूएवी
- 3. 75 हाई ऑल्टिट्यूड शूडो सैटेलाइट
- 4. 100 वर्टिकल टेक ऑफ आरपीए (रिमोट पायलट एयरक्राफ्ट)
- 5. हाई एनर्जी लेजर सिस्टम
- 6. हाई पावर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेपन सिस्टम
- 7. स्टील्थ यूएवी
- 9. 800 एंटी स्वार्म ड्रोन
- 10. 20 डायरेक्ट एनर्जी वेपन
- नौसेना:
1. एक अतिरिक्त एयरक्राफ्ट कैरियर (फिलहाल भारतीय नौसेना के पास 02 विमान वाहक युद्धपोत हैं). (जीएसटी रिफॉर्म बड़ी खुशखबरी, सेना प्रमुख ने किया हथियारों पर खत्म करने का स्वागत) - 2. 10 नेक्सट जनरेशन डेस्ट्रोयर और फ्रिगेट (युद्धपोत)
- 3. 07 नेक्स्ट जनरेशन कोर्विट (छोटे युद्धपोत)
- 4. 10 माइन काउंटर मेजर वेसल
- 5. 05 फ्लीट सपोर्ट वेसल
- 6. 04 लैंडिंग प्लेटफॉर्म डॉक्स
- 7. 100 नेक्सट जेनरेशन फास्ट इंटरसेप्टर बोट
- 8. 20 अंडर वॉटर एंटी सबमरीन ड्रोन
- 9. एयरक्राफ्ट कैरियर पर तैनात करने के लिए मल्टी रोल हेलीकॉप्टर