रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रुकवाने को लेकर जहां दुनिया भारत की ओर टकटकी लगाए हुए है, वहीं अब इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम को लेकर भी एस जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है. विदेश मंत्री एस जयशंकरने कहा है कि भारत, इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम का ‘पक्षधर’ है.
जयशंकर इनदिनों, सऊदी अरब की राजधानी रियाद में रणनीतिक वार्ता के लिए पहली भारत-खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) मंत्रिस्तरीय मीटिंग में हिस्सा ले रहे हैं.
इस दौरान एस जयशंकर ने फिलिस्तीन के हालात को भारत की सबसे बड़ी चिंता बताते हुए कहा कि “भारत, इजरायल-हमास युद्धविराम का पक्षधर है.”
ये बयान इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि एस जयशंकर ने कतर की मौजूदगी में बयान दिया है. कतर वो देश है जो हमास और इजरायल के बीच मध्यस्थता का काम कर रहा है.
इजरायल-हमास युद्धविराम का पक्षधर है भारत: एस जयशंकर
संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, बहरीन, ओमान, कतर और कुवैत के सामने एस जयशंकर ने इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग को प्रमुखता से उठाया है.
जयशंकर ने जीसीसी बैठक में कहा, “गाजा के मौजूदा हालात अब हमारी सबसे बड़ी चिंता है. इस संबंध में भारत का रुख सैद्धांतिक और एक समान रहा है. हम आतंकवाद और बंधक बनाने की घटनाओं की निंदा करते हैं, लेकिन निर्दोष नागरिकों की लगातार हो रही मौतों से हमें गहरा दुख है. किसी भी कार्रवाई में मानवीय कानून के सिद्धांतों को ध्यान में रखना चाहिए. हम जल्द से जल्द जंग रोकने का समर्थन करते हैं.” एस जयशंकर ने ये भी कहा कि “भारत लगातार दो-राष्ट्र समाधान के जरिये फिलिस्तीन के मसले के समाधान के लिए खड़ा है.”
रियाद में रूसी विदेश मंत्री लावरोव से मिले एस जयशंकर
रियाद में अपने रूसी विदेश मंत्री लावरोव से एस जयशंकर ने मुलाकात की. ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब कुछ दिन पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के साथ शांति के लिए भारत का नाम चीन और ब्राजील के साथ आगे किया है. रूस के राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने भी पिछले कहा था कि भारत यूक्रेन पर बातचीत शुरू करने में मदद कर सकता है, क्योंकि भारत के सिर्फ पुतिन से ही नहीं बल्कि जेलेंस्की और अमेरिका से भी अच्छे संबंध हैं.