By Himanshu Kumar
भारत और श्रीलंका के बीच मदुरू ओया में चल रही साझा युद्धाभ्यास ‘मित्र-शक्ति’ में भारतीय सेना के के-9 (श्वान दस्ते) का सदस्य ‘ज़ैक’ चर्चा का विषय बना हुआ है. बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल का ज़ैक रेडियो-गाइडेड डायरेक्शन कंट्रोल में प्रशिक्षित है जिसका इस्तेमाल एंटी-टेरेरिस्ट ऑपरेशन में किया जाता है.
श्रीलंका के मदुरू ओया स्थित श्रीलंकाई सेना प्रशिक्षण स्कूल में भारत-श्रीलंका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास मित्र-शक्ति के 10वें संस्करण का आयोजन किया जा रहा है (12- 25 अगस्त). संयुक्त अभ्यास का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत उप-पारंपरिक परिदृश्य में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के लिए दोनों पक्षों की संयुक्त सैन्य क्षमता को बढ़ाना है. यह अभ्यास सेमी-अर्बन यानी अर्ध-शहरी वातावरण में ऑपरेशन्स पर केंद्रित है.
भारतीय सेना की तरफ से राजरिफ की एक बटालियन के 106 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं. श्रीलंकाई सेना की तरफ से गजाबा रेजीमेंट की एक टुकड़ी शिरकत कर रही है. भारतीय सेना की तरफ से लेकिन आकर्षण का केंद्र है ज़ैक श्वान.
भारतीय सेना के मेरठ स्थित आरवीसी सेंटर एंड कॉलेज के डॉग ट्रेनिंग फैकल्टी में प्रशिक्षित ज़ैक की उम्र सिर्फ़ ढाई साल है, लेकिन वह अभी से ही विशेष सामरिक अभियानों में उल्लेखनीय कौशल दिखा रहा है. ज़ैक को विशेष कॉर्डन एंड सर्च ( सीएएसओ यानी कासो), सर्च एंड डेस्ट्रॉय (सीएसडीओ यानी साडो) और फाइटिंग इन बिल्टअप एरिया (एफआईबीयूए), जंगल सर्च और एरिया सैनिटाइजेशन में प्रशिक्षित किया गया है. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1823603271824543807?s=46)
युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रहे भारतीय सेना के एक अधिकारी ने टीएफए को बताया कि ज़ैक को लेजर गाइडेड असॉल्ट और वैपन-रिट्रीवल के विशेष कौशल में प्रशिक्षित किया गया है. जैक को रेडियो-गाइडेड डायरेक्शन कंट्रोल प्रशिक्षण मिला हुआ है. इसके जरिए ज़ैक, हेड-माउंटेड टैक्टिकल कैमरों के माध्यम से वास्तविक समय की वीडियो निगरानी प्रदान कर सकता है. यह क्षमता उनकी चुपके और हमले की दक्षता को बढ़ाती है, जिससे वे उच्च जोखिम वाले ऑपरेशनों में अमूल्य बन जाते हैं.
भारतीय सेना के मुताबिक, ज़ैक जैसे उच्च प्रशिक्षित के9 को सीआई-सीटी यानी काउंटर इनसर्जेंसी और काउंटर टेरेरिस्ट ऑपरेशन में बड़े पैमाने पर तैनात किया जा रहा है. जैक की क्षमताओं का प्रदर्शन मित्र-शक्ति के दौरान भी किया जा रहा है. जैक की टुकड़ी की कमान संभालने वाले मेजर ऋषि शर्मा के अनुसार, “ज़ैक एक फोर्स-मल्टीप्लायर है और हमारे अधिकतर टेक्टिकल अभियानों में फर्स्ट रेस्पॉन्डर है.