जंग के मैदान में दुश्मन की हर हरकत पर पैनी नजर रखने के इरादे से भारतीय सेना का बैटलफील्ड सर्विलांस सिस्टम (बीएसएस) तैयार हो गया है. सेना ने इस सिस्टम को संजय नाम दिया है. क्योंकि महाभारत के संजय की तरह ये सर्विलांस सिस्टम भी बैटलफील्ड से बेहद दूर रहकर भी कमांडर को दुश्मन की हर आहट की सही सही जानकारी दे सकता है.
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार भारतीय सेना दुनिया के सामने अपने इस आधुनिक संजय को प्रदर्शित करने जा रही है. टीएफए ने सेना के इस संजय का मुआयना किया है और उसकी खूबियों के बारे में भी जाना है.
बीएसएस को गाजियाबाद स्थित सरकारी उपक्रम भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने तैयार किया है. बीएसएस में रडार लगे हैं ताकि दुश्मन के टैंक और मिलिट्री व्हीकल्स की आहट की चेतावनी भी कमांडर्स तक पहुंच सके.
कई सौ किलोमीटर दूर रहकर भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में दुश्मन देश के सैनिकों की मूवमेंट और सैन्य काफिले की जानकारी भी बीएसएस के जरिए पता की जा सकती है. क्योंकि, इसमें महाभारत के संजय की आंखों का काम करता है ड्रोन, जो ऊंचाई से जंग के मैदान की लाइव फीड मुहैया कराता है. (https://x.com/FinalAssault23/status/1880478115669111102)
ड्रोन की लाइव फीड को बीएसएस पर लगी एक बड़ी स्क्रीन पर देखा जा सकता है. ऐसे में दुश्मन के साथ-साथ अपने सैनिकों के एक्शन को भी दूर बैठकर देखा जा सकता है.
जानकारी के मुताबिक, बीएसएस को सेटेलाइट से भी जोड़ा गया है ताकि अंतरिक्ष से भी रणभूमि की निगरानी की जा सके.
दरअसल, जंग के मैदान की परिस्थितियों का रियल-टाइम में आंकलन कर सीनियर कमांडर बेहतर रणनीति बना सकते हैं. कई बार जंग के मैदान की टेरेन इत्यादि की भी सही सही जानकारी पता लगाना बेहद जरूरी होता है. (गणतंत्र दिवस: इंडोनेशियाई टुकड़ी कर्तव्य पथ पर करेगी कदम ताल)