खाड़ी देश जॉर्डन में सुरक्षाकर्मियों की गोली लगने से एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई है. जॉर्डन का दावा है कि भारतीय नागरिक, जॉर्डन से इजरायली बॉर्डर में घुसने की कोशिश कर रहा था.
मारे गए भारतीय की पहचान केरल के रहने वाले 47 वर्षीय थॉमस गेब्रियल परेरा के रूप में की गई है, जो तिरुवनंतपुरम के करीब थुम्बा का निवासी था. जॉर्डन में भारतीय दूतावास ने कहा, “हमें दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों में एक भारतीय नागरिक की दुखद मृत्यु के बारे में पता चला है. हम स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं और मामले पर कार्रवाई कर रहे हैं.”
इजरायल-जॉर्डन सीमा पर 2 भारतीयों को गोली मारी, एक की मौत
बताया जा रहा है कि टूरिस्ट वीजा पर गए 4 भारतीयों में से 2 को जॉर्डन से इजरायली सीमा में अवैध तरीके से घुसने के आरोप में गोली मारी गई.
मारे गए शख्स थॉमस ग्रेबियल के एक साथी एडिसन को भी जॉर्डन सेना ने गोली मारी थी, लेकिन इलाज के बाद उसे वापस भेज दिया गया है. गेब्रियल और एडिसन चार सदस्यीय समूह का हिस्सा थे, जो एक एजेंट की मदद से जॉर्डन से इजरायल की सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे. चारों तीन माह के पर्यटक वीजा पर जॉर्डन पहुंचे थे.
जॉर्डन से लाया गया दूसरा भारतीय, उसने क्या बताया
दो दिन पहले केरल वापस लौटे शख्स एडिसन ने अपने रिश्तेदारों को बताया कि “जॉर्डन की सेना ने उन्हें सीमा पर रोक लिया, लेकिन जब वे भागने की कोशिश कर रहे थे, तो सैनिकों ने उन पर गोलियां चला दीं. गेब्रियल को कथित तौर पर सिर में गोली लगी थी, जबकि एडिसन के पैर में चोट आई थी और उसे जॉर्डन की सेना के अस्पताल में ले जाया गया था.”
एडिसन के एक रिश्तेदार ने बताया, “उसे समुद्र के किनारे गोली लगी थी. बाद में उसे एहसास हुआ कि वह सुरक्षा बलों के एक कैम्प में था, जहां गोली लगने से घायल हुआ था. कुछ दिनों बाद उसे जॉर्डन की जेल में डाल दिया गया और बाद में वापस भारत भेज दिया गया. दो और भारतीय भी जॉर्डन की जेल में हैं.”
मारे गए शख्स ने परिवार से वेलंकन्नी जाने की बात कही थी
जॉर्डन से बचकर लौटे एडिसन की वापसी के बाद ही गेब्रियल के परिवार को पता चला कि वह जॉर्डन गया था. परिवार का दावा है कि जब पांच फरवरी को जब वह घर से निकला था, तो तमिलनाडु में ईसाई धार्मिक स्थल वेलंकन्नी जाने की बात कही थी.
ग्रेबियल के रिश्तेदारों ने बताया कि “दूतावास के माध्यम से उन्हें आधिकारिक तौर पर गेब्रियल की मौत की सूचना दी गई. यह घटना उनके जॉर्डन जाने के पांच दिन बाद 10 फरवरी को हुई.” मछुआरा समुदाय से आने वाले थॉमस और एडिसन दोनों ऑटोरिक्शा चलाते थे.
भारतीय दूतावास ने क्या दी है जानकारी?
भारतीय दूतावास ने परिवार को पत्र लिखकर पूरी जानकारी दी है. जॉर्डन में भारतीय दूतावास की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि भारतीय अधिकारी, थॉमस की पहचान सत्यापित करने के लिए अस्पताल जाएंगे. सत्यापन के बाद थॉमस के पार्थिव शरीर को भारत लाने की व्यवस्था की जाएगी.
भारतीय दूतावास ने पूरी घटना को लेकर अपने औपचारिक बयान में जानकारी साझा की, जिसमें कहा गया, “ये घटना बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण है. मामले पर कार्रवाई कर रहे हैं. मृतक के शव को भारत वापस ले जाने के लिए जॉर्डन के अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. शख्स के परिवार को उसकी मौत की सूचना दे दी गई है और हर संभव कांसुलर सहायता प्रदान किया जा रहा है.” (https://x.com/indiainjordan/status/1896208742187995497?s=46)