भारतीय नौसेना ने एक बार फिर से दिखाई है दरियादिली. एक ऑपरेशन चला कर इंडियन नेवी ने मलेशियाई जहाज में सवार पांच (05) चीनी नागरिकों की मदद की है. नेवी की मलेशियाई जहाज पर फंसे चीनी नागरिकों के बचाने की घटना ऐसे वक्त में प्रकाश में आई है, जब मलेशिया की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के महानिदेशक राजा दातो नुशीरवान बिन जैनल आबिदीन भारत दौरे पर हैं.
मलेशियाई अधिकारी ने एनएसए अजीत डोवल से मुलाकात कर आतंकवाद के खिलाफ प्रतिबद्धता जाहिर की है.
नेवी ने बचाई पांच चीनी नागरिकों की जान
अंडमान निकोबार के सबसे दक्षिणी छोर, इंदिरा पॉइंट से 225 नॉटिकल मील दूर एक मलेशियाई बोट ने मदद की मांग की थी. इस बोट पर चीन के पांच नागरिक सवार थे. बोट का फ्यूल खत्म हो गया था जिसके कारण ये सभी चीनी नागरिक बीच समंदर में फंस गए थे.
भारतीय नौसेना के मुताबिक, मलेशिया में रजिस्ट्रेड एक बोट बीआईटी, जिस पर पांच चीनी नागरिक सवार थे, उसमें ईधन कम होने की सूचना मिली थी.इस सूचना के बाद नौकायन जहाज की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए एक टोही विमान तैनात किया गया और सहायता प्रदान करने के लिए मिशन पर तैनात भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस किर्च को भेजा गया.
नेवी के अधिकारियों के मुताबिक, आईएनएस किर्च ने जहाज रोक कर 1000 लीटर ईंधन दिया, जिससे जहाज सुरक्षित रूप से अपने अगले बंदरगाह की यात्रा फिर से शुरू कर सका.
इंडियन नेवी के प्रवक्ता, कमांडर विवेक मधवाल के मुताबिक, “भारतीय नौसेना हिंद महासागर में सभी नाविकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है.” (https://x.com/neeraj_rajput/status/1876637175342842350)
भारत और मलेशिया के बीच किन मुद्दों पर हुई चर्चा
भारत-मलेशिया पहली सुरक्षा वार्ता की सह-अध्यक्षता भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल और मलेशिया की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के महानिदेशक राजा दातो नुशीरवान बिन जैनल आबिदीन ने की. सुरक्षा वार्ता के दौरान भारत और मलेशिया के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई है.
सुरक्षा वार्ता के दौरान दोनों पक्षों ने वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा पर विचारों का आदान-प्रदान किया. इस दौरान सुरक्षा, रक्षा और समुद्री क्षेत्रों में चल रहे द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा भी की गई. भारत और मलेशिया आतंकवाद, कट्टरपंथ से निपटने, साइबर सुरक्षा, रक्षा उद्योग और समुद्री सुरक्षा में सहयोग को गहरा करने पर सहमत हुए. दोनों पक्षों ने महत्वपूर्ण खनिजों की खोज और अन्य मामलों में भी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की.