सीरिया के दमिश्क में ईरानी दूतावास पर हुए हवाई हमले के बाद ईरान भड़का हुआ है. ईरान ने इजरायल को धमकी दी है कि अब इजरायल के दूतावास भी सुरक्षित नहीं है. ईरान के शीर्ष ईरानी सैन्य सलाहकार की इस धमकी के बाद दिल्ली में इजरायली दूतावास के आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. दिल्ली में पहले भी इजरायली दूतावास और इजरायली एंबेसी से जुड़े अधिकारी पर एक दो बार नहीं तीन-तीन बार अटैक हो चुका है, लिहाजा सुरक्षा एजेंसिया इजरायली एंबेसी पर अटैक की खुफिया सूचना के बाद कोई भी कोताही नहीं बरतना चाहती है.
ईद का इंतजार, ईद के बाद ईरान का अटैक?
इजरायल पर एक बड़े हमले की तैयारी कर रहा है ईरान. अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने खुद इजरायल को चेतावनी दी है कि इराक या सीरिया के बॉर्डर से ईरान बड़ा अटैक कर सकता है. माना जा रहा है कि ईद के बाद किसी भी वक्त ईरान एक बड़ा हमला कर सकता है. सीरिया की राजधानी दमिश्क में एक हवाई हमले में ईरान के दो जनरल की मौत हो गई थी. हमला इतना जोरदार था कि ईरानी दूतावास पूरा ढह गया, जिसमें सैन्य अधिकारियों समेत 7 अधिकारियों की मौत हो गई थी. ईरान ने हमले का आरोप इजरायल पर लगाया है और बदला लेने की कसम खाई है. ईरान ने कहा है कि ‘वह इजरायल को ऐसा जवाब देगा कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमले का अफसोस होगा.’
इजरायल-ईरान की जंग, भारत में क्यों है टेंशन?
भारत में इजरायली दूतावास पर हमले का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है. पिछले साल 27 दिसंबर को इजरायली दूतावास के पास एक संदिग्ध विस्फोट हुआ था. हालांकि इस धमाके में किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा पर इजरायली दूतावास पर हमला होना एक बहुत बड़ी बात थी. संदिग्ध विस्फोट के बाद भारत से लेकर इजरायल तक की खुफिया एजेंसियों में हड़कंप मच गया. धमाका स्थल के पास एक संदिग्ध चिट्ठी भी फेंकी गई थी जिसमें इजरायली राजदूत को संबोधित करते हुए अपशब्द लिखे गए थे. इजरायल ने इस विस्फोट को ‘संभावित आतंकी हमला’ बताया था. दरअसल इजरायली दूतावास पर ये विस्फोट में ईरानी सेना के एक ब्रिगेडियर जनरल राजी मौसवी की मौत के एक दिन बाद किया गया था. ईरान के ब्रिगेडियर की मौत दमिश्क में हुए एक हवाई हमले में हुई थी. ब्रिगेडियर राजी मौसवी ईरान की कुद्स फोर्स के पूर्व मुखिया कासिम सुलेमानी का करीबी था. दमिश्क में एयरस्ट्राइक पर हमले के बाद ईरान ने बदला लेने की धमकी दी थी और धमकी के एक दिन बाद ही दिल्ली स्थित इजरायली दूतावास टारगेट पर था. इस धमाके के पीछे ईरानी खुफिया एजेंसी पर भी शक गहरा गया था.
ईरान ने स्टिकी बम से दिल्ली में करवाया था अटैक
दिसंबर में हुई दिल्ली में इजरायली दूतावास और उनके कर्मचारियों पर हमले की ये कोई पहली वारदात नहीं है. साल 2012 में दिल्ली में बाइक सवार आतंकियों ने स्टिकी बम से एक कार को निशाना बनाया था. स्टिकी बम से हुए धमाके में इजरायली दूतावास के एक अधिकारी की पत्नी और ड्राइवर समेत कुल चार लोग घायल हो गए थे. जांच में पता चला कि मोटरसाइकिल पर एक प्रशिक्षित हमलावर ने धमाके को अंजाम दिया था. इजरायल दूतावास की कार पर बम चिपकाने के बाद महज तीन सेकंड के अंदर रिमोट की मदद से धमाका कर कार में ब्लास्ट कर दिया गया था. 7 मार्च 2012 को दिल्ली पुलिस ने भारतीय पत्रकार मोहम्मद अहमद काज़मी को गिरफ्तार किया, जो एक ईरानी समाचार संगठन के लिए काम करता था. पत्रकार ने तीन ईरानी नागरिकों के साथ इजरायली दूतावास की रेकी की थी, जिनमें से एक ने विस्फोट को अंजाम दिया था.
2021 में भी टारगेट पर थी इजरायली एंबेसी
साल 2021 में 29 जनवरी को भी इजरायली दूतावास के बाहर एक विस्फोट हुआ था जिसमें कारें क्षतिग्रस्त हो गईं. लेकिन उस धमाके में भी किसी को नुकसान नहीं पहुंचा था. इस धमाके की गुत्थी अबतक अनसुलझी है. इसके अलावा भी मुंबई में 26/11 का जब आतंकी हमला हुआ था तो इजरायली नागरिकों को आतंकियों ने बंधक बना लिया था.
भारत में दिसंबर में इजरायली दूतावास पर हुए अटैक और ईरान की धमकी में बहुत समानताएं हैं. उस वक्त में भी दमिश्क में ईरानी कमांडर मारा गया था और इस वक्त भी ईरानी कमांडर समेत 7 लोग मारे गए हैं. रविवार को ही ईरान ने इजरायल को धमकाया है, जिसके बाद खुफिया सूचना मिली है कि भारत में इजरायलियों को निशाना बनाया जा सकता है. खुफिया जानकारी के बाद से दिल्ली-मुंबई में सभी इजरायली प्रतिष्ठानों, सामुदायिक केन्द्री, चबाड हाउस और आसपास निगरानी बढ़ा दी गई है. इसके अलावा पुलिस ने रेलवे स्टेशन और हवाई अड्डों पर भी हाईअलर्ट जारी किया है.