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इजरायल ने माना ढेर किया हानिया, हूती विद्रोही भी लिस्ट में शामिल

पहली बार इजरायल ने माना है कि ईरान में ऑपरेशन के जरिए हमास चीफ इस्माइल हानिया को मौत के घाट उतारा था. इजरायल के रक्षा मंत्री ने हूती विद्रोहियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि जैसा तेहरान, गाजा और लेबनान में हानिया, सिनवार और नसरल्लाह के साथ किया था, वैसे ही यमन के होदेदा और सना में भी करेंगे.

जैसा ईरान में हानिया के साथ किया, वैसा हूती के साथ करेंगे: इजरायल

पहली बार इजरायल ने ये स्वीकार किया है कि ईरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया को मारने के पीछे उन्हीं के एजेंट थे. इससे पहले कभी भी इजरायल ने खुलेआम हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली थी.

हूती विद्रोहियों के बढ़ते हमलों के बीच इजरायली रक्षा मंत्री ने कहा, “हूती का हानिया समेत ईरानी नेतृत्व वाले गठबंधन के अन्य सदस्यों के समान ही हश्र होगा. हम हूतियों के रणनीतिक बुनियादी ढांचे पर हमला करेंगे और नेतृत्व का सिर काट देंगे. जैसा हमने तेहरान, गाजा और लेबनान में हनिया सिनवार और नसरल्लाह के साथ किया था, वैसे ही हम होदेदा और सना में भी करेंगे.”

इजरायल ने हमास और हिजबुल्लाह के टॉप कमांडर को खत्म कर दिया है. सीरिया के बशर असद को उखाड़ फेंकने में मदद की है और ईरान के एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम को नष्ट कर दिया है.

ईरान समर्थित हूतियों ने तेल अवीव में किया था हमला

पिछले साल अक्टूबर में किए गए हमास के हमले के बाद इजरायल ने गाजा में एक्शन शुरु किया तो हूती विद्रोहियों ने समंदर में आतंक फैलाना शुरु कर दिया. आए दिन व्यापारिक जहाजों पर हूती विद्रोही अटैक करहे हैं. खासतौर पर जो जहाज इजरायल से संबंधित हैं.

पिछले सप्ताह ही ईरान समर्थित हूतियों ने इजराइल पर कई मिसाइलें और ड्रोन लॉन्च किए हैं, जिसमें एक मिसाइल भी शामिल है जो शनिवार को तेल अवीव में गिरी और हमले में कम से कम 16 लोग घायल हुए थे.

पेजर सीरियल ब्लास्ट पर मोसाद का कबूलनामा

इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने पहली बार कैमरे पर बताया है कि हिजबुल्लाह के पेजर ब्लास्ट की तैयारियों को कैसे अंजाम दिया है. इस साल सितंबर में हिजबुल्लाह के आतंकियों के पेजर और वॉकी-टॉकी में सीरियल ब्लास्ट हुए थे. इस रिमोट कंट्रोल्ड डिवाइस विस्फोट में कम से कम 37 लोग मारे गए और 3000 से अधिक घायल हो गए थे. 

मोसाद के इस ऑपरेशन ने पूरी दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया था. मोसाद के एजेंट ने एक डॉक्यूमेंट्री ‘सीबीएस 60’ में खुलासा किया किया इस तरह के हमलों के लिए कैसे पिछले कई सालों से अंडरकवर ऑपरेशन की तैयारी की थी. 

कई बार पेजर और वायरलेस का परीक्षण हुआ: पूर्व मोसाद एजेंट

डॉक्टूमेंट्री में मोसाद एजेंट ने बताया कि “पेजर और वॉकी टॉकी का कई बार परीक्षण किया, ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि वे आसपास के नागरिकों को कम से कम नुकसान पहुंचे.” एक एजेंट ने कहा, “धमाके वाले पेजर और वायरलेस को इस तरह से डिजाइन किया गया कि अगर हम बटन दबाते हैं तो सिर्फ आतंकवादी ही घायल होगा. भले ही उसकी पत्नी या बेटी उसके बगल में ही क्यों न हो, लेकिन उसे ही नुकसान होगा”

डॉक्यूमेंट्री में शामिल मोसाद के रिटायर्ड एजेंट ने कम्युनिकेशन हैक को चरणबद्ध तरीके से विस्तार से बताया है. इंटरव्यू में अपनी पहचान गुप्त रखने के लिए दोनों पूर्व मोसाद एजेंट ने फेस मास्क और चश्में पहन रखे थे और  इंटरव्यू में आवाज भी बदली गई है.

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