गाजा में मोराग कॉरिडोर पर इजरायली सैनिकों की चहलकदमी बढ़ने के बाद हमास को टारगेट करते हुए किया गया है बड़ा अटैक. इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा में एक अस्पताल पर हवाई हमला किया, बताया जा रहा है कि इस अस्पताल से बचे हुए हमास के आतंकी कमांड सेंटर चला रहे थे. माना जा रहा है कि आईडीएफ के ताजा हमले में कई आतंकी मारे गए हैं.
अस्पताल पर इजरायली हमला, एक मरीज समेत कई आतंकी ढेर
इजरायल ने तड़के गाजा सिटी के अल अहली अस्पताल पर बड़ा हमला किया, आईडीएफ ने कहा कि “अस्पताल में बने कमांड और नियंत्रण केंद्र पर हमला किया, जिसका इस्तेमाल हमास द्वारा इजरायली नागरिकों और सैनिकों के खिलाफ हमलों की साजिश रचने और उन्हें अंजाम देने के लिए किया जाता था.” वहीं गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार “इजरायल ने निकासी की चेतावनी जारी किए जाने के बाद गाजा सिटी के अल-अहली अस्पताल पर तड़के हमला किया. अस्पताल खाली करने के दौरान एक मरीज की मौत हो गई क्योंकि डॉक्टर्स इजरायल के खौफ से बिना इलाज किए जान बचाकर भाग गए थे.” अस्पताल पर हमले के कुछ ही घंटे बाद, मध्य गाजा के दीर अल-बलाह में एक कार पर किये गए एक अन्य हमले में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई.
हमले से पहले इजरायली सेना ने दी थी चेतावनी, मरीजों का बेड सड़क पर लेकर भागे डॉक्टर्स
बताया जा रहा है कि अस्पताल पर हवाई हमले से पहले इजरायली सेना ने चेतावनी जारी की थी और नागरिकों को फौरन हटने के लिए कहा था. आईडीएफ के मुताबिक क्षति को कम करने के लिए कदम उठाए गए थे, जिसमें चेतावनी जारी करना और हवाई निगरानी शामिल थी. इजरायली हमले में अस्पताल की इमारत को भारी नुकसान पहुंचा है. आपातकालीन कक्ष, फार्मेसी और आसपास की इमारतें गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिससे 100 से अधिक मरीज और दर्जनों चिकित्सा कर्मचारी प्रभावित हुए. स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक डॉ.मुनीर अल-बोर्श ने कहा कि लोगों को निकालने की यह प्रक्रिया भयावह है, जिसमें लोगों को अस्पताल के बेड पर सड़कों पर ले जाया गया.
युद्धविराम समाप्ति के बाद आक्रामक है इजरायली सेना, बंधकों को छुड़ाना चुनौती
हमास के चंगुल में अब भी 59 बंधक हैं, जिनमें से 24 बंधकों की जीवित होने की उम्मीद है. इजरायल ने एक बार फिर से कसम खाई है कि जब तक वो सभी बंधकों को छुड़ा नहीं लेंगे और हमास आतंकियों को सजा नहीं देंगे, तब तक चैन से नहीं बैठेंगे. इजरायल ने रमजान महीने के शुरुआत में ही गाजा में दी जाने वाली मानवीय सहायता रोक दी थी. भोजन, ईंधन और मानवीय सहायता पर रोक लगा दी है, जिससे गाजा पट्टी पर रहने लोगों के लिए खाने-पीने की किल्लत है.