रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देशवासियों से सदैव राष्ट्र को सर्वोपरि रखने, एकजुट रहने, सत्यनिष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में निडरता से आगे बढ़ने का आह्वान किया है.
बुधवार को रक्षा मंत्री ने राजधानी दिल्ली में मेजर बॉब खाथिंग मेमोरियल कार्यक्रम के पांचवें संस्करण को संबोधित करते हुए ये विचार व्यक्त किए. इस कार्यक्रम को भारतीय सेना, असम राइफल्स और यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया (यूएसआई) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था.
मेजर बॉब खाथिंग (1912-1990) को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत भाग्यशाली है कि यहां ऐसे महान व्यक्तित्व हैं जिनके लिए राष्ट्र की सुरक्षा, अखंडता और संप्रभुता सर्वोपरि है. असम राइफल्स के अधिकारी, मेजर खाथिंग को भारत का महान सपूत बताते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्होंने युद्ध के मैदान में बहादुरी और कूटनीति के क्षेत्र में कौशल के माध्यम से देश के इतिहास में अपनी अमिट छाप छोड़ी. राजनाथ सिंह ने कहा कि ऐसे महान व्यक्तित्वों के आदर्शों और सिद्धांतों को अपनाना लोगों की जिम्मेदारी है.
रक्षा मंत्री ने न केवल तवांग बल्कि पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के एकीकरण, विकास और पुनर्निर्माण में मेजर खाथिंग की भूमिका की सराहना की. उन्होंने कहा कि मेजर बॉब खाथिंग ने राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. पूर्वोत्तर के लिए उन्होंने जो कार्य किया, वह सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर किए गए कार्य के समान है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि मेजर बॉब खाथिंग ने एक भी गोली चलाए बिना तवांग को भारत में कुशलतापूर्वक शामिल किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ऐसे क्रांतिकारियों के सिद्धांतों पर चल रही है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने एक भी गोली चलाए बिना सबसे बड़ी बाधा- अनुच्छेद 370- को हटाकर जम्मू-कश्मीर का भारत में पूर्ण विलय किया. यह कार्य सभी हितधारकों को ध्यान में रखते हुए पूरी सुरक्षा के साथ शांतिपूर्ण तरीके से किया गया.
राजनाथ सिंह ने मेजर खाथिंग की प्रशासनिक दक्षता, विशेष रूप से सशस्त्र सीमा बल और नागालैंड सशस्त्र पुलिस के गठन और ऐसे अन्य सुधारों में उनके योगदान का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि सरकार प्रशासनिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित कर रही है.
इस कार्यक्रम में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पेमा खांडू, सांसद श्री अल्फ्रेड कन्नगम आर्थर, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेरा और यूएसआई के महानिदेशक मेजर जनरल बीके शर्मा (सेवानिवृत्त) सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. (https://x.com/SpokespersonMoD/status/1902273002043273309)