अलास्का में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पूप ब्रीफकेस के बाद चीन में उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन भी कुछ इस तरह सुर्खियों में आए हैं. चीन में किसी क्राइम सीन की तरह उत्तर कोरियाई स्टाफ ने चीन में हर उस जगह, हर उस सामान से सुराग मिटाए जिसे किम जोंग ने छुआ था. उस कुर्सी की भी सफाई की गई जहां पर किम जोंग बैठे थे, उस गिलास को भी फौरन कोरियाई स्टाफ से साफ किया, जिससे उन्होंने पानी पिया था.
किम के फिंगरप्रिंट उत्तर कोरियाई गार्ड्स ने मिटाए
चीन की विक्ट्री परेड का हिस्सा बने उत्तर कोरिया के सर्वेसर्वा किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति पुतिन बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई थी, उस बैठक से ज्यादा बैठक के बाद के वीडियो ने लोगों का ध्यान खींचा.
टेलीग्राम पर पोस्ट की गई फुटेज में किम के दो सहयोगी मीटिंग खत्म होते ही तेजी से काम करते दिखाई दिए. एक कर्मचारी ने किम की कुर्सी के पिछले हिस्से को ध्यान से पॉलिश किया, जबकि दूसरा किसी फॉरेंसिक एक्सपर्ट की तरह सावधानी से उनका गिलास ट्रे में रखकर साथ ले गया.
माना जा रहा है कि किम नहीं चाहते हैं कि उनके स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी जानकारी उनके छूटे सुराग से पता की जा सके. इसलिए गार्ड्स ने चाहे कुर्सी हो या गिलास हर वो सुराग मिटा देते हैं, जिसके डीएनए टेस्टिंग से किम से जुड़ी कोई जानकारी हासिल की जा सके.
उत्तर कोरियाई कर्मचारियों ने वो गिलास उठाया, जिसमें पी थी ड्रिंक्स
किम के हर फिंगरप्रिंट को मिटाने के लिए नॉर्थ कोरियाई कर्मचारियों ने इतनी तेजी से काम किया, कि कोई कुछ समझ नहीं पाया. अधिकारी वो गिलास भी साथ ले गए जिसमें किम ने शराब पी थी, कुर्सी की गद्दी और फर्नीचर के उन हिस्सों को रगड़ रगड़ कर पोंछ दिया जिन्हें कोरियाई नेता ने छुआ था.
इसके अलावा किम जोंग उन भी विदेश यात्राओं में अपना पोर्टेबल टॉयलेट लेकर चलते हैं. इससे पहले जून 2018 में जब किम जोंग उन सिंगापुर में राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने आए थे उस दौरान वे अपना पोर्टेबल टॉयलेट लेकर आए थे. दावा किया गया है कि जब किम एयर चाइना बोइंग 747 से सिंगापुर पहुंचे तो उनके साथ एक आईएल-76 कार्गो विमान भी था जिसमें उनका खाना, उनकी बुलेटप्रूफ लिमोज़ीन और एक पोर्टेबल शौचालय था.
साल 2005 में उत्तर कोरियाई गार्ड कमांड यूनिट में काम करने वाले ली युन-केओल जो अब भागकर दक्षिण कोरिया में रहते हैं, उन्होंने इसे सामान्य बताया है. ली युन केओल के मुताबिक “होटल के शौचालय का इस्तेमाल करने के बजाय उत्तर कोरिया के नेता के पास एक निजी शौचालय है जो यात्रा के दौरान उनके साथ रहता है.”
ली युन केओल का दावा है कि “उत्तर कोरियाई नेता देश भर में सैन्य ठिकानों और सरकारी कारखानों का निरीक्षण करते हैं, तब भी उनके वेस्ट को लेकर सावधानी बरती जाती है.”
अलास्का दौरे पर चर्चा में आया था पुतिन का पूप ब्रीफकेस
अलास्का दौरे पर गए रूसी राष्ट्रपति को लेकर जासूसी एजेंसियों ने खास इंतजाम किए थे ताकि अमेरिका पुतिन के स्वास्थ्य को लेकर कोई जानकारी न जुटा पाए. बताया गया है कि पुतिन के बॉडीगार्ड उनका मल एकत्र करने के लिए अपने साथ एक खास सूटकेस लेकर गए थे.
दावा किया गया है कि रूसी राष्ट्रपति की स्पेशल फोर्स फेडरेल प्रोटेक्शन सर्विस (एफपीएस) के लोग उनके अपशिष्ट को एकत्र करते हैं, उसे खास सूटकेस में रखते हैं, जिसे पूप ब्रीफकेस कहा जाता है. हर विदेश दौरे पर पूप ब्रीफकेस साथ ही जाता है. पुतिन के सुरक्षा गार्ड उनके मल को इकट्ठा करते हैं, और फिर रूस वापस लेकर आते हैं.
बड़े-बड़े देशों के राष्ट्राध्यक्ष ऐसा इसलिए करते हैं, ताकि उनके मल से दुश्मन या फिर साथी देशों को उनके स्वास्थ्य या किसी बीमारी का पता न लगाया जा सके. अगर किसी राष्ट्राध्यक्ष को कोई बीमारी है तो पूप टेस्ट या फिंगरप्रिंट्स के जरिए पता किया जा सकता है. ऐसे में उस बीमारी का इस्तेमाल प्रोपेगेंडा के लिए किया जा सकता है, जो नुकसानदेह हो सकता है.