मालदीव के विदेश मंत्री के बाद अब रक्षा मंत्री मोहम्मद घासन मौमून भारत के दौरे पर आ रहे हैं (8-10 जनवरी). दिल्ली में मौमून, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से खास मुलाकात करेंगे और मालदीव को सैन्य उपकरणों की सप्लाई पर चर्चा करेंगे.
मालदीव के विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री ऐसे समय में दिल्ली का दौरा कर रहे हैं जब हाल ही में अमेरिकी मीडिया ने भारत पर हिंद महासागर देश की मुइज्जु सरकार को गिराने के बेबुनियाद आरोप लगाए थे.
मालदीव के रक्षा मंत्री बुधवार को नई दिल्ली में राजनाथ सिंह से मुलाकात करेंगे. बैठक के दौरान दोनों देशों के रक्षा मंत्री, मालदीव के आर्म्ड फोर्सेज की क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ रक्षा उपकरणों की आपूर्ति और सैन्य प्रशिक्षण, मिलिट्री एक्सरसाइज, रक्षा परियोजनाओं, कार्यशालाओं और सेमिनार सहित द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करेंगे.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, ‘भारत और मालदीव आध्यात्मिक, ऐतिहासिक, भाषाई और जातीय संबंध साझा करते हैं. मालदीव भारत की ‘पड़ोस पहले’ नीति में एक विशेष स्थान रखता है जिसका उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र (आईओआर) में स्थिरता और समृद्धि लाना है.”
दोनों देश, हिंद महासागार क्षेत्र (आईओआर) की सुरक्षा और संरक्षा बनाए रखने में प्रमुख भूमिका निभाते हैं और इस प्रकार से क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास के भारत के दृष्टिकोण (एसएजीएआर यानी सागर) में योगदान देते हैं.
मालदीव के रक्षा मंत्री 08 से 10 जनवरी, 2025 तक तीन दिवसीय भारत यात्रा पर रहेंगे. भारत प्रवास के दौरान मौमून गोवा और मुंबई भी जाएंगे.
हाल ही में मालदीव के विदेश मंत्री डॉ. अब्दुल्ला खलील भी तीन दिन के भारत दौरे पर पहुंचे थे. साफ है कि चीन की दोस्ती को पीछे छोड़ते हुए मालदीव अपने परंपरागत दोस्त के साथ ही गठजोड़ मजबूत कर रहा है. (अमेरिकी अखबार का नया प्रोपेगेंडा, भारत-मालदीव सबंध बिगाड़ने पर उतारू)