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सेना के सवाल के बाद मणिपुर पुलिस बैकफुट पर, खारिज की खुफिया जानकारी

मणिपुर सीएम ऑफिस और पुलिस ने ‘900 कुकी उग्रवादियों के म्यांमार से घुसपैठ’ करने की खुफिया जानकारी को खुद खारिज कर दिया है. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह और मणिपुर के डीजी (महानिदेशक) ने साझा बयान जारी कर इस तरह की निराधार खबरों पर ध्यान न देने की अपील की है. गौरतलब है कि भारतीय सेना ने इस खुफिया जानकारी पर हैरानी जताई थी.

खुद मुख्यमंत्री दफ्तर ने कहा कि जो इंटेलिजेंस इनपुट पुलिस के साथ साझा किया था, उसकी संभावना कोसो दूर है.

पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री दफ्तर ने पुलिस महकमे को एक खुफिया जानकारी साझा की थी. इसके मुताबिक, “900 प्रशिक्षित कुकी उग्रवादियों ने म्यांमार से मणिपुर से घुसपैठ कर ली है. ये सभी उग्रवादी 30-30 की टोलियों में बंट गए हैं.” खुफिया जानकारी में ये भी कहा गया था कि ये उग्रवादी “ड्रोन अटैक, रॉकेट लॉन्चिंग और जंगल वारफेयर में प्रशिक्षण ले चुके हैं.” आशंका इस बात की जताई थी कि ये कुकी उग्रवादी मैतेई समुदाय पर हमला कर सकते हैं.

खुद मुख्यमंत्री के सुरक्षा सलाहकार (पूर्व सीआरपीएफ महानिदेशक) कुलदीप सिंह ने मीडिया में आकर इस खुफिया जानकारी को साझा किया था.

जैसे ही कुलदीप सिंह ने बयान दिया, सेना की दीमापुर (नागालैंड) स्थित ‘स्पीयर कोर’ (3 कोर) ने अपने आधिकारिक अकाउंट पर सुरक्षा सलाहकार के बयान पर आधारित न्यूज रिपोर्ट को साझा कर लिखा कि इस बाबत जानकारी मांगी गई है. क्योंकि ये बेहद ही संवेदनशील जानकारी है जिससे राज्य की सुरक्षा प्रभावित होती है. स्पीयर कोर के अंतर्गत ही मणिपुर और म्यांमार सीमा आती है.

हालांकि, स्पीयर कोर ने बाद में अपनी पोस्ट को डिलीट कर दिया था. (मणिपुर की इंटेलिजेंस रिपोर्ट से सेना बेखबर, CM ऑफिस से मांगी जानकारी)

अब मुख्यमंत्री दफ्तर के सचिव द्वारा जारी एक चिट्ठी में कहा गया कि जो इंटेलिजेंस इनपुट साझा किया गया था उसका मकसद ‘पुलिस महकमे के नेटवर्क और मशीनरी’ के जरिए उसे पुख्ता करना था ताकि सही हो तो जरूरी कार्रवाई की जा सके. लेकिन चिट्ठी में लिखा गया है कि अब ये पता कर लिया गया है कि ऐसी किसी भी हरकत (900 उग्रवादियों के घुसपैठ) की संभावना दूर दूर तक नहीं है. ऐसे में “आम पब्लिक को चिंता करने की जरूरत नहीं है.”

मणिपुर डीजीपी के बयान में कहा गया है कि 900 उग्रवादियों की घुसपैठ को लेकर अलग-अलग समुदायों से मिली प्रतिक्रिया के बाद ये साफ किया जाता है कि इस इनपुट को प्रमाणित करने का कोई सबूत नहीं मिला है. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1839145673842741536)