छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद को खत्म करने के टारगेट के बाद सुरक्षाबलों और पुलिस के सामने एक नई चुनौती है. उन लोगों की सुरक्षा करना जो बंदूक छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हुए हैं. नक्सली अब उन लोगों को टारगेट करने लगे हैं, जो नक्सलवाद छोड़ चुके हैं. साथ ही मुखबिरी के शक में लोगों की हत्या कर रहे हैं.
छत्तीसगढ़ में पिछले 2 दिनों में कुछ ऐसी ही घटनाएं सामने आने से सनसनी फैल गई है. ताजा घटना दंतेवाड़ा की है, जहां नक्सलियों ने हरमा हेमला नाम के एक गांव वाले की गला काटकर हत्या कर दी है. नक्सलियों को शक था कि हरमा हेमला ने सुरक्षाबलों को उनकी सूचना दी है.
दंतेवाड़ा में नक्सलियों का आतंक, ग्रामीण की हत्या
दंतेवाड़ा में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब नक्सलियों ने एक हरमा हेमला नाम के एक शख्स का अपहरण कर लिया. मामला अरनपुर के ककाड़ी गांव का है. देर रात नक्सलियों ने पीड़ित के घर धावा बोला और उसे पकड़कर जंगल में ले गए. गांववालों ने पूरी घटना की सूचना पुलिस को दी. मौके पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि ग्रामीण की गला काटकर नक्सलियों ने हत्या कर दी है. दंतेवाड़ा एएसपी आर के बर्मन ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा है मामले की जांच की जा रही है.
पिछले 2 दिनों में बीजापुर में 2 लोगों की हत्या
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में भी 2 ग्रामीणों की हत्या की गई है. इस हत्या में ये खुलासा हुआ कि नक्सलियों ने मुखबिरी होने के शक में 2 ग्रामीणों की हत्या की थी. मारे गए लोगों में से एक नक्सलियों का पूर्व साथी था. सरेंडर करके मुख्यधारा में लौट गया था. पुलिस के मुताबिक- अज्ञात नक्सलियों के एक समूह ने गांव में घुसकर करम राजू (32) और माडवी मुन्ना (27) को उनके घरों से बाहर खींच लिया. इसके बाद उन्होंने धारदार हथियारों से कत्ल कर दिया. दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया. घटनास्थल पर माओवादियों की जगरगुंडा एरिया कमेटी द्वारा जारी एक पर्चा मिला है, जिसमें दोनों मृतकों पर पुलिस मुखबिर के तौर पर काम करने का आरोप लगाया गया है. मुन्ना के बड़े भाई की भी कुछ साल पहले हत्या की गई थी.
जनवरी में भी 2 लोगों की हत्या, खौफ में लोग
26 जनवरी को भी नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में एक शख्स की हत्या की थी. मामला बीजापुर के भैरमगढ़ इलाके का था. नक्सलियों ने 41 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. नक्सलियों ने 16 जनवरी को भी बीजापुर के मिरतुर इलाके में पुलिस मुखबिर होने के संदेह में 48 वर्षीय एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी. लोगों में इन घटना को लेकर आक्रोश और दहशत है. लोग घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं.
अमित शाह ने नक्सलवाद खत्म करने की दी डेडलाइन
गृहमंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने की डेडलाइन दी है. जिसके तहत कई नक्सलियों का एनकाउंटर किया गया है. पिछले महीने जनवरी में छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में 16 नक्सलियों को मार गिराया गया था, इसमें 1 करोड़ का नक्सली कमांडर जयाराम उर्फ चलापति भी था. चलपति के पास ओडिशा और आंध्र प्रदेश की कमान थी और सीनियर नक्सली कमांडर हिडमा (भगोड़ा) का गुरू माना जाता था. चलपति नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का सदस्य भी था. चलापति को ढेर किए जाने को गृहमंत्री अमित शाह ने “नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी जीत करार दिया था.”
अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के नक्सलियों के खिलाफ तगड़ा प्रहार करने के आदेश दिए हैं. एजेंसियों को कहा है कि जो नक्सली हथियार छोड़कर मुख्य धारा में लौटना चाहते हैं, उन्हें आने दिया जाए वहीं जो नक्सली हथियार नहीं छोड़ना चाहते उन्हें उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाए.