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बांग्लादेश में तख्तापलट से पाकिस्तान गदगद, शेख हसीना ने किया था बहिष्कार

बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद पाकिस्तान बेहद खुश है. खुश इसलिए क्योंकि शेख हसीना पाकिस्तान की राह में रोड़ा थी. पाकिस्तान के मंसूबों को नाकाम करने वाली थी. शेख हसीना के पिता मुजीबुर्रहमान के आंदोलन से ही पाकिस्तान टूटकर बांग्लादेश बना था. बांग्लादेश में हो रही हिंसा का फायदा भी पाकिस्तान को हो रहा है क्योंकि खालिदा जिया हो या फिर बीएनपी के दूसरे नेता उनकी नजदीकियां भारत से नहीं बल्कि पाकिस्तान से है. बांग्लादेश में हिंसा के पीछे आईएसआई और पाक सेना का हाथ भी है. शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद पहली बार पाकिस्तान ने अपना मुंह खोला है.

हम बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़े हैं: पाकिस्तान
बांग्लादेश में हिंसा और तख्तापलट के बाद पहली बार पाकिस्तान ने बांग्लादेश के हालात पर चिंता जताने की नौटंकी की है. पाकिस्तान ने बांग्लादेश के लोगों के साथ सहानुभूति प्रकट की है. बांग्लादेश के हालात पर पाकिस्तान की शहबाज सरकार ने कहा है कि “बांग्लादेश की जनता के साथ पाकिस्तान सरकार खड़ी है. हम उम्मीद जताते हैं कि देश में जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी.” शहबाज सरकार ने कहा, “हमें विश्वास है कि बांग्लादेशी लोगों की दृढ़ भावना और एकता उन्हें सामंजस्यपूर्ण भविष्य की ओर ले जाएगी.”

पाकिस्तान के मन में लड्डू फूटे!
बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार और पाकिस्तान में अच्छे संबंध नहीं हैं. भारत के साथ शेख हसीना की दोस्ती से पाकिस्तान हमेशा से चिढ़ता रहा है, शेख हसीना ने भारत का साथ देते हुए दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोगी संगठन यानी सार्क शिखर सम्मेलन का 2016 से ही बहिष्कार किया, जिसके बाद से सार्क की बैठक नहीं हुई है. पाकिस्तान भी सार्क का सदस्य है. अब एक बार बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के साथ पाकिस्तान राजनयिक संबंधों में बदलाव भी बदलाव होगा. लिहाजा शेख हसीना के बांग्लादेश छोड़कर जाने को पाकिस्तान को एक गोल्डन चांस मिल गया है. (बांग्लादेश में ISI की साजिश कामयाब)

बांग्लादेश पर चीन ने भी दी पहली प्रतिक्रिया

चीन ने बांग्लादेश के घटनाक्रम पर बेहद सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हिंसा प्रभावित देश की स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं, एक सवाल के जवाब में चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि “बांग्लादेश के एक मित्रवत पड़ोसी और व्यापक रणनीतिक साझेदार के रूप में चीन को पूरी उम्मीद है कि देश में जल्द ही सामाजिक स्थिरता बहाल हो जाएगी.”
पिछले महीने ही शेख हसीना ने चीन की यात्रा की थी. शेख हसीना ने 8 से 10 जुलाई तक चीन की यात्रा की थी. इस यात्रा के दौरान शेख हसीना ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री ली कियांग से द्विपक्षीय वार्ता की थी. बांग्लादेश और चीन के बीच 21 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए थे. अपनी बैठक के दौरान शी जिनपिंग ने कहा था कि ” चीन और बांग्लादेश ने अपने संबंधों को ‘व्यापक रणनीतिक साझेदारी’ के स्तर तक बढ़ा दिया है.” लेकिन शेख हसीना को चीन की यात्रा बीच में छोड़कर ही देश लौटना पड़ा था. 

शेख हसीना को गिरफ्तार कर, बांग्लादेश भेजे भारत: बीएनपी

बांग्लादेश में विपक्षी पार्टी बीएनपी  के नेता और बांग्लादेश सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्‍यक्ष ए.एम. महबूब उद्दीन खोकन ने शेख हसीना के गिरफ्तारी की मांग की है. महबूब उद्दीन खोकन ने अपने एक बयान में कहा कि “भारत शेख हसीना को गिरफ्तार करके बांग्लादेश भेज दे.”
बांग्लादेश की विपक्षी पार्टी बीएनपी के जनरल सेक्रेटरी खोकन ने कहा, “हम भारत से अच्छा रिश्ता बनाए रखना चाहते हैं. कृपया, शेख हसीना और उसकी बहन को गिरफ्तार कर भारत भेज दें. वो हत्यारी हैं. हसीना ने बांग्लादेश में कई लोगों को मारा है.”

बांग्लादेश ने अपनी सबसे बड़ी सिक्योरिटी एजेंसी आरएबी का चीफ बदला
बांग्लादेश की सबसे बड़ी सिक्योरिटी एजेंसियों में से एक रैपिड एक्शन बटालियन के चीफ को बदल दिया गया है. अब इस एजेंसी को एकेएम शहीद्दूर रहमान लीड करेंगे. हसीना की सत्ता के दौरान अमेरिका ने इस एजेंसी के कई अधिकारियों पर बैन लगा दिया था. एजेंसी पर टारगेट किलिंग के आरोप लगे थे.

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