पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर से ना सिर्फ एयरबेस बल्कि फाइटर जेट्स का भी नुकसान हुआ था. भारतीय वायुसेना की डॉग फाइट के दौरान पाकिस्तान के कम से कम दो (02) फाइटर जेट्स को गिरते हुए देखा गया था. माना जा रहा है कि भारत के हमले में पाकिस्तानी वायुसेना के कुल 05 एयरक्राफ्ट तबाह हुए हैं. इनमें से एक सी-130 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और एक टोही विमान अवैक्स शामिल था.
पाकिस्तान अपना नुकसान छिपाने में लगा हुआ है. भारत की नकल करते हुए शहबाज खान भले ही ऑपरेशन एयरबेस पर जाकर घास लगे टैंक पर खड़े होकर पाकिस्तान को बहादुर दिखाने की कोशिश करें, लेकिन हकीकत पूरी दुनिया के सामने है. पाकिस्तान के एक्सपर्ट्स खुद खुलकर बता रहे हैं कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना को भारत की सेना ने जमकर पीटा है.
भारत की डॉग फाइट में पाकिस्तानी वायुसेना के फाइटर जेट्स गिरे
सूत्रों के मुताबिक, 6-7 मई को भारत से डॉग-फाइट यानी आसमान में आमने सामने की लड़ाई में पाकिस्तान के कम से कम 02 फाइटर जेट गिरे थे. वहीं इसके बाद तीन एयरक्राफ्ट 9-10 मई को सिंदूर पार्ट-2 में 03 तबाह किए गए.
आपको बता दें कि पहलगाम नरसंहार का बदला लेने के लिए पीओजेके और पाकिस्तान में आतंकियों के कैंप को भारत ने एयरस्ट्राइक करके तबाह किया था. लश्कर और जैश के कई खूंखार आतंकी समेत 100 आतंकी मारे गए.
आतंकियों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान ने भारत पर ड्रोन अटैक करने की कोशिश की थी, लेकिन भारत के एस 400 एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के सभी ड्रोन और मिसाइल को जमीन पर गिरने से पहले ही तबाह कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान ने लड़ाकू जेट्स भेजे जिसे भी चौकस वायुसेना के फाइटर पायलट्स ने मार गिराया.
पाकिस्तान को क्या और कितना नुकसान हुआ
1. 02 जेएफ-17: एक जेएफ-17 भारतीय वायुसेना से डॉग फाइट में मार गिराया गया. दूसरा जेएफ-17, सिंध प्रांत के जकोकाबाद स्थित शहबाज एयरबेस पर उड़ान भरने की तैयारी में मारा गया, जिसमें स्क्वाड्रन लीडर उसमान युसुफ सहित कुल 05 वायु सैनिक मारे गए थे
2. 01 मिराज फाइटर जेट (डॉग फाइट में मार गिराया गया).
3. 01 एरीआई अवैक्स एयरक्राफ्ट (टोही विमान): इस टोही विमान के तबाह होने का खुलासा खुद पाकिस्तानी वायुसेना के पूर्व एयर मार्शल ने ऑन-लाइन इंटरव्यू में खुलासा किया है.
पाकिस्तान ने खुद माना है कि भारत के ब्रह्मोस हमले में भोलारी एयरबेस पर एवैक्स विमान नष्ट हुआ, जिससे उसकी वायुसेना की निगरानी कमजोर हुई. रिटायर्ड एयर मार्शल और सिंध के मुख्यमंत्री ने भी इस बात को कबूल किया है. माना जाता है कि एक अवैक्स की कीमत तकरीबन 15 फाइटर जेट्स के बराबर होती है.
4. 01 अन्य विमान: रावलपिंडी स्थित नूरखान एयरबेस में भारत के तुरंत हमले के बाद धू धू जलते विमानों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. माना जा रहा है कि ये आग पाकिस्तानी वायुसेना के सी-130जे सुपर हरक्युलिस विमान में लगी थी. इस दौरान एयरबेस में ही तैनात एक दूसरे सी-130 को भी आग के लपटों से नुकसान पहुंचा था. (https://x.com/sandeep_mave/status/1921525856666529848)
पाकिस्तान का 20 प्रतिशत मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर हुआ बर्बाद
भारत के रक्षा मंत्रालय के आंकलन के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर (पार्ट-1 और पार्ट-2) के दौरान पाकिस्तानी वायुसेना के करीब 20 प्रतिशत इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचा. इनमें 11 एयरबेस और कम से कम पांच विमान शामिल हैं. हालांकि, पाकिस्तान ने अभी तक अपने नुकसान के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.
शुक्रवार को हालांकि, एक सार्वजनिक कार्यक्रम में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नूरखान और दूसरे एयरबेस पर हुए भारत के बैलिस्टिक हमलों की बात कबूल की. शहबाज ने कहा कि 10 मई की सुबह को पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने सिक्योर फोन लाइन पर नूरखान एयरबेस पर हमले की जानकारी दी थी.
पाकिस्तान ने 13 सैनिकों के मौत की बात कबूल की
पाकिस्तानी सेना की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के मुताबिक, भारत के हमलों में 13 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हुई है, जिसमें से 05 वायुसेना के अधिकारी भी हैं. भारत के अटैक में तकरीबन 78 पाकिस्तानी सैनिक घायल हुए हैं.
ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान जवाबी हमलों के रूप में, भारत ने चकलाला में नूर खान, शोरकोट में रफीकी, चकवाल में मुरीद, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनियन, सरगोधा, स्कार्दू, भोलारी और जैकोबाबाद के सैन्य प्रतिष्ठानों और हवाई अड्डों को निशाना बनाया था. जहां पर पाकिस्तानी सैनिकों की मौत के साथ-साथ वायुसेना को भयंकर नुकसान झेलना पड़ा है.
एयरबेस सही करने के लिए पाकिस्तान ने निकाला टेंडर
भारत की एयरस्ट्राइक में तबाह हो चुके पाकिस्तानी एयरबेस को सही करने के लिए पाकिस्तान ने निकाला टेंडर. पाकिस्तान की एयरफोर्स ने टेंडर निकाला है, जिसमें एयरबेस रिपेयर और मेनटेनेंस की बात कही गई है. टेंडर इस बात का साफ संकेत दे रहा है कि उनका एयरबेस तबाह हो चुका है और वो जल्द से जल्द इसकी रिपेयरिंग चाह रहे हैं.पाकिस्तान ने रावलपिंडी एयरबेस, रिसलपुर एयरबेस समेत कई जगहों का टेंडर निकाला.