Breaking News India-Pakistan Islamic Terrorism Kashmir TFA Exclusive

पीओके में ओसामा की छत्र-छाया, हमास और जिहादियों ने लगाया मजमा

पाकिस्तान के जेहादी संगठनों ने आतंकी संगठन हमास से हाथ मिला लिया है. ऐसे में 5 फरवरी यानी बुधवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठनों ने हमास के टॉप कमांडर के साथ एक जलसे का आयोजन किया.

टीएफए ने मंगलवार को ही पीओके के रावलकोट स्थित शब्बीर स्टेडियम में आतंकियों और जिहादियों के इस खास जमावड़े के बारे में जानकारी दी थी. मंच पर जैश और लश्कर के टॉप कमांडर मौजूद थे तो हमास के तेहरान (ईरान) स्थित फिलिस्तीन इस्लामिक रेजिस्टेंस मूवमेंट (हमास) के प्रतिनिधि डॉक्टर खालिद काद्दुमी को खास इस आयोजन के लिए न्योता दिया गया था.

मंच पर एके-47 लिए आतंकी लेकिन भीड़ बेहद कम

मंच पर एके-47 लिए आतंकी पहरा दे रहे थे. पाकिस्तानी पुलिस का दूर-दूर तक नामो-निशान नहीं था. ‘अल अक्सा फ्लड’ और ‘कश्मीर सॉलिडैरिटी’ के नाम से आयोजित इस जलसे के लिए टेंट को भी खास तौर से चुना गया था. सम्मेलन में ‘ओसामा टेंट हाउस’ का इस्तेमाल किया गया था. कश्मीर के किसी आयोजन में हालांकि, पहली बार हमास के किसी नेता ने शिरकत की थी. लेकिन स्टेडियम में गिने-चुने लोग ही सुनने के लिए पहुंचे थे. भीड़ में पीओके और हमास के झंडे भी दिखाई दिए.

हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर जो बड़ा आतंकी हमला किया था, उसे ‘अल अक्सा फ्लड’ का नाम दिया था. हमले में इजरायल के 1200 लोगों की जान गई थी और हमास के आतंकियों ने इजरायल से 200 लोगों का अपहरण कर लिया था.

सम्मेलन में जैश और लश्कर के आतंकियों ने भारत और हिंदुओं के खिलाफ आग उगली. साथ ही कश्मीर की आजादी को लेकर घिसा-पिटा राग अलापा. धारा 370 हटाकर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की कमर तोड़ने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ भी अनाप-शनाप भाषण दिया गया. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1887201837922521575)

पहली बार कश्मीर के किसी आयोजन में हमास की मौजूदगी

आतंकी संगठनों के इस जलसे में जैश ए मोहम्मद के संस्थापक कमांडर मसूद अजहर का भाई तलहा सैफ, जैश का लॉन्चिंग कमांडर असगर खान कश्मीरी, रीजनल कमांडर मसूद इल्यास शामिल हुए. लश्कर ए तैयबा से जुड़े आतंकी कमांडर ने भी इस कार्यक्रम को संबोधित किया.

कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दम तोड़ता देख, जैश और लश्कर के आतंकियों ने हमास के नेताओं को इस कार्यक्रम को खास संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया. ये पहली बार है कि कश्मीर से जुड़े किसी आयोजन में हमास के सीनियर नेताओं को आमंत्रित किया गया है. (पीओके में जैश-लश्कर का शक्ति-प्रदर्शन, हमास के लहराए झंडे)

दरअसल, पिछले डेढ़ साल से चल रहे इजरायल-हमास युद्ध को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दबाव में रोक दिया गया है. युद्धविराम के बाद आतंकी संगठन हमास ने इजरायली बंधकों को किस्तों में रिहा करना शुरू कर दिया है.

बंधकों की रिहाई के बदले में इजरायल को भी बड़ी संख्या में हमास और फिलिस्तीन से जुड़े आतंकी और कट्टरपंथियों को छोड़ना पड़ रहा है. ऐसे में हमास और इस्लामिक देश, इस युद्धविराम को इजरायल की हार और हमास की जीत के तौर पर देख रहे हैं. (कश्मीर सॉलिडैरिटी डे, पाकिस्तानी दूतावासों का दुष्प्रचार)

भारतीय एजेंसियां अलर्ट

5 फरवरी को पाकिस्तान में ‘कश्मीर सॉलैडेरिटी डे’ मनाया जाता है. एलओसी के बेहद करीब लश्कर, जैश और हमास के जमावाड़े से भारत की सुरक्षा और खुफिया एजेंसियां भी हाई अलर्ट पर हैं.

बुधवार को खुद गृह मंत्री अमित शाह ने राजधानी दिल्ली में जम्मू कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ राज्य पुलिस, केंद्रीय पुलिसबल और खुफिया एजेंसियों के सीनियर अधिकारियों के साथ कश्मीर की सुरक्षा की समीक्षा की. अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को कश्मीर से आतंकवाद को जड़ से उखाड़ने का आह्वान किया. (कश्मीर में आतंकवाद का करो समूल नाश: अमित शाह)