जम्मू कश्मीर के पटनीटॉप में लगातार दूसरे दिन आतंकियों के साथ चल रहे एनकाउंटर के बीच लाल किले के प्राचीर से पीएम मोदी ने जवानों में जोश भरा है. पीएम मोदी ने कहा कि “कभी आतंकवादी हमारे देश में आकर हमें मारकर चले जाते थे, पर अब वो समय गया जब हमारी सेना घर में घुसकर आतंक का खात्मा करती है.”
पीएम मोदी ने आतंकवाद के खात्मे के संकल्प को पुख्ता करते हुए कहा, “जब देश की सेना सर्जिकल स्ट्राइक करती है, जब देश की सेना एयर स्ट्राइक करती है तो देश के नौजवानों का सीना गर्व से भर जाता है.”
लाल किले से पीएम मोदी ने पाकिस्तान को दी वॉर्निंग
जम्मू-कश्मीर में जून के महीने से आतंकी घुसपैठ और आतंकी हमलों की वारदात में इजाफा हुआ है. सेना के जवानों पर निशाना बनाया जा रहा है. एक दिन पहले 14 अगस्त को ही सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में आर्मी कैप्टन दीपक सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए थे. डोडा में सेना के एंटी टेरर ऑपरेशन के तहत एम4 राइफल समेत गोला बारूद बरामद किया है.
पीएम मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा, “यही वो देश है, जहां जब आतंकवादी हमले करके चले जाते थे. लेकिन आज जवान साहसी और मजबूत है, सशस्त्र बल देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति को मुंहतोड़ जवाब देते हैं. जब सेना एयर स्ट्राइक करती है तो युवाओं का सीना गर्व से भर जाता है. राष्ट्र को अपने बहादुर सैनिकों पर गर्व है जो निस्वार्थ भाव से मातृभूमि की सेवा करते हैं.”
पीएम मोदी ने महिलाओं की बढ़ती भूमिका जोर देकर कहा कि “महिलाएं न केवल राष्ट्र की प्रगति में भाग ले रही हैं, बल्कि नेतृत्व की भूमिका निभा रही हैं. चाहे वह सेना हो, नौसेना हो, वायु सेना हो या अंतरिक्ष क्षेत्र हो, हम अपने देश की लगातार बढ़ती नारी शक्ति को देख रहे हैं.”
डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भर बन रही सेना: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर सेना पर भी लाल किले के प्राचीर से बात की. पीएम ने कहा “हमारी आदत हो गई थी कि रक्षा बजट कितना ही क्यों ना हो, लेकिन कभी कोई ये नहीं सोचता था कि ये जाता कहां है? रक्षा बजट का अधिकांश हिस्सा विदेशों से खरीदी में चला जाता था. अब हम चाहते हैं कि हम आत्मनिर्भर बने. मैं, हमारी सेना को हृदय से धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने हजारों ऐसी चीजों की लिस्ट बनाई है जो अब विदेशों से नहीं लाई जाएंगी. इसी कारण डिफेंस सेंटर में हम आत्मनिर्भर बनते जा रहे हैं. आज हम देश में ही रक्षा उत्पादन कर रहे हैं. डिफेंस सेक्टर में हम आत्मनिर्भर होते जा रहे हैं. दुनियाभर में भारत की डिफेंस सेक्टर में हिंदुस्तान की पहचान बनी है और आत्मनिर्भरता की वजह से हम डिफेंस में मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभर रहे हैं.”
आत्मनिर्भर सेना है हर हिंदुस्तानी के लिए गर्व की बात
पिछले कुछ वर्षों में सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण भारत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है. आंकड़ों की बात करें तो रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों में 5,600 से अधिक वस्तुएं हैं जिन्हें निर्धारित समय सीमा के बाद केवल भारतीय उद्योग से खरीदा जा रहा है या खरीदा जाएगा. सरकार डिफेंस सेक्टर के लिए कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में वार्षिक रक्षा उत्पादन 1.27 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया.
इसी वित्तीय वर्ष में रक्षा निर्यात 21,083 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया, जो कि वित्त वर्ष 2022-23 की तुलना में 32.5% अधिक है. इसके अलावा, वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में रक्षा निर्यात में भारी उछाल आया है. पहली तिमाही में 6,915 करोड़ रुपये के रक्षा उपकरण निर्यात किए गए हैं, जो कि वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही से 78% अधिक है, जब यह आंकड़ा 3,885 करोड़ रुपये था.