इंडो-पैसेफिक क्षेत्र में क्वाड को 20 साल पूरे होने पर भारत सहित सभी चारों सदस्य-देशों ने संयुक्त बयान जारी किया है. अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने अपने बयान में क्षेत्र को सुरक्षित के साथ-साथ समृद्ध और शांतिपूर्ण बनाए रखने पर जोर दिया.
सभी चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने अपने ज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा है कि “आपदा राहत सहयोग से क्वाड रणनीतिक साझेदारी में बदला है और इसका उद्देश्य हिंद प्रशांत महासागर को मुक्त, समृद्ध और शांतिपूर्ण बनाए रखना है. चार भागीदारों के तौर पर हम एक स्वतंत्र और खुले हिंद प्रशांत क्षेत्र की दृष्टि साझा करते हैं, जो शांतिपूर्ण, स्थिर और समृद्ध हो, जो प्रभावी क्षेत्रीय संस्थानों द्वारा समर्थित हो.”
हिंद प्रशांत महासागर की चुनौतियों से निपटेंगे: क्वाड समूह
क्वाड के विदेश मंत्रियों ने कहा- “बीते 20 वर्षों में क्वाड एक आपदा प्रबंधन सहयोग से रणनीतिक साझेदारी में तब्दील हुआ है. क्वाड हिंद प्रशांत महासागर की चुनौतियों के खिलाफ मिलकर काम करेगा. जलवायु परिवर्तन, कैंसर, आपदाओं से बचाव के लिए बेहतर आधारभूत ढांचे के विकास, मेरीटाइम निगरानी, स्टेम शिक्षा, आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई, अहम तकनीक पर सहयोग और साइबर सिक्योरिटी भी सहयोग करेंगे.” (https://x.com/DrSJaishankar/status/1873983405618090222)
भारत,अमेरिका,जापान,ऑस्ट्रेलिया की रणनीतिक साझेदारी है क्वाड
क्वाड को जरूरत के हिसाब से बदला गया है. क्वाड को एक बड़े रणनीतिक साझेदारी वाला संगठन माना जाता है. ऐसे में 20 वर्ष पूरे होने पर चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा-“हम आसियान की केन्द्रीयता और एकता के साथ-साथ हिंद प्रशांत पर आसियान दृष्टिकोण को मुख्यधारा में लाने और लागू करने के अटूट समर्थन की पुष्टि करते हैं.हम प्रशांत क्षेत्र के नेतृत्व वाली क्षेत्रीय संरचना का सम्मान करते हैं, सबसे पहले प्रशांत द्वीप समूह में. क्वाड क्षेत्र भविष्य की जरूरतों का जवाब देने के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है.”
साल 2004 में बनाया गया था क्वाड समूह
विदेश मंत्रियों ने साल 2004 में क्वाड के गठन को याद करते हुए कहा, “20 साल पहले जब हिंद महासागर में भूकंप और सुनामी आई थी, तब क्वाड का गठन क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए किया गया था. सुनामी विश्व इतिहास की सबसे बड़ी आपदाओं में से एक है, जिसमें हिंद प्रशांत क्षेत्र के 14 देशों में करीब ढाई लाख लोगों की जान गई और 17 लाख लोग विस्थापित हुए थे. क्वाड के सदस्य देशों ने मिलकर इन देशों की मदद की.”
चीन ने क्वाड को बताया है एशियाई नाटो
क्वाड देशों का संयुक्त बयान चीन के विस्तारवाद नीति के खिलाफ बेहद अहम है. कई बार चीन क्वाड देशों के खिलाफ बयानबाजी कर चुका है. चीन ने क्वाड सदस्य देशों का विरोध करते हुए क्वाड को एशियाई नाटो तक बता दिया था. पर क्वाड के चारों देश ये समय की जरूरत मानते हैं.