लाओस में होने जा रही आसियान प्लस देशों के डिफेंस मिनिस्टर्स मीटिंग (एडीएमएम-प्लस) में हिस्सा लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वियनतियाने जा रहे हैं (20-22 नवंबर). बैठक में राजनाथ सिंह क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर शिखर सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
आसियान प्लस समूह में दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों के 11 देशों के अलावा आठ डायलॉग पार्टनर देश हैं. पार्टनर देशों में भारत के अलावा चीन, अमेरिका, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड शामिल हैं.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, वियनतियाने के दौरे के दौरान राजनाथ सिंह चीन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, लाओस, मलेशिया, न्यूजीलैंड, फिलीपींस और दक्षिण कोरिया के समकक्ष (रक्षा मंत्रियों) से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे.
पूर्वी लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हुए डिसएंगेजमेंट समझौते के बाद पहली बार राजनाथ सिंह चीन के रक्षा मंत्री से मुलाकात करेंगे. पिछले महीने रूस के कजान में हुई ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी. मोदी और शी की मीटिंग के बाद दोनों देशों के संबंध पटरी पर आने शुरु हुए हैं. गलवान घाटी (जून 2020) की झड़प के बाद से ही दोनों देशों के बीच जबरदस्त तनाव था.
वर्ष 1992 में भारत, आसियान का डायलॉग पार्टनर बना था. एडीएमएम-प्लस की पहली बैठक वियतनाम की राजधानी हनोई में वर्ष 1992 में हुई थी. एडीएमएम-प्लस का वार्षिक सम्मेलन वर्ष 2017 से आयोजित किया जा रहा है. सम्मेलन के जरिए आसियान और प्लस-देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाता है.