सीरिया में राष्ट्रपति असद के तख्तापलट के बाद अमेरिका और रूस में जुबानी जंग तेज हो गई है. अमेरिका ने रूस का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि असद को रूस बचा नहीं पाए. अब रूस ने अमेरिका पर तंज कसते हुए कहा है कि अमेरिका की तरह नहीं है रूस, अपने दोस्तों को मुश्किल के वक्त में अकेला नहीं छोड़ता है.
सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद ने दमिश्क में विद्रोहियों के कब्जे के बाद रूस में शरण ली है. रविवार को असद अपने परिवार के साथ मॉस्को पहुंचे. जहां रूस ने उन्हें राजनीतिक शरण देकर जान बचाई है. रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने इसी साल जुलाई के महीने में क्रेमलिन में असद से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच मिडिल ईस्ट की स्थिति पर चर्चा हुई थी.
अमेरिका और रूस में अंतर, हम धोखा नहीं देते हैं: रूस
सीरिया में रूस के राजदूत मिखाइल उल्यानोव ने कहा कि रशिया और अमेरिका के बीच यही अंतर है कि हम अपने दोस्तों को कभी नहीं छोड़ते. रूसी राजदूत का ये बयान ट्रंप के उस बयान के बाद आया है, जिसमें ट्रंप ने कहा था कि रूस, असद को बचाने के लिए ज्यादा कुछ कर नहीं पाया.
शनिवार से राष्ट्रपति असद अपने परिवार के साथ सीरिया की राजधानी दमिश्क से लापता हो गए थे. तकरीबन 11 दिनों के संघर्ष के बाद राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों के कब्जे के बाद असद और उनका परिवार जान बचाकर निकल गया. बाद में प्रधानमंत्री और सीरियाई सेना ने इस बात का ऐलान किया कि सत्ता अब विद्रोहियों के पास है.
ऐसा कहा जाने लगा था किअसद जिस विमान से सीरिया छोड़कर निकले थे, उसे विद्रोहियों ने गिरा दिया है. रविवार देर शाम हालांकि, ये बात साफ हो गई कि राष्ट्रपति असद रूस की राजधानी मॉस्को पहुंच चुके हैं और रूस ने परिवार के साथ असद को राजनीतिक शरण दी है.
हाई अलर्ट है रूसी सेना, सीरिया पर पैनी नजर
दरअसल सीरिया को रूस का संरक्षण मिला हुआ था. रूसी सेना सीरिया के साथ मिलकर विद्रोहियों को भगाने का काम कर रही थी. पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन के साथ रूसी आर्मी के युद्ध में व्यस्त रहने की वजह से हालांकि, विद्रोहियों ने तुर्की के साथ मिलकर सत्ता पलटने का प्लान बना लिया. पिछले 11 दिनों में विद्रोही इतने हावी हो गए कि एक के बाद एक बड़े शहरों पर कब्जा करते गए और सीरियाई सेना सरेंडर के मूड में आ गई. रूस भी पूरी तरह से सीरिया की सरकार को बचा नहीं पाया.
रूसी अधिकारी सशस्त्र सीरियाई विपक्ष के प्रतिनिधियों के संपर्क में हैं, जिनके नेताओं ने सीरियाई क्षेत्र में रूसी सैन्य ठिकानों और राजनयिक मिशनों की सुरक्षा की गारंटी दी है. इसके साथ ही रूस, सीरिया के हालातों पर संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता वाली वार्ता फिर से शुरू करने के पक्ष में है.
दमिश्क में जमकर हो रही है लूटपाट
सीरिया की राजधानी दमिश्क में विद्रोहियों और आम जनता ने प्रेसिडेंशियल हाउस में जमकर लूटपाट की है. प्रेसिडेंशियल हाउस से लोगों को फर्नीचर और महंगी चीजों को ले जाते देखा गया. इस दौरान लोगों ने भवन से लुइ वितां हैंड बैग सहित कई महंगे आइटम लूट लिए. कई ब्रांडेंड कारों को भी लोगों ने लूट लिया. इस दौरान राष्ट्रपति भवन में जमकर तोड़फोड़ भी की गई है, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं.