रूसी न्यूज चैनल के यूट्यूब अकाउंट ब्लॉक करना गूगल को काफी महंगा पड़ गया है. रूस के 17 न्यूज चैनल की तरफ से रशिया की एक कोर्ट ने गूगल पर 2.5 डेसिलियन डॉलर का जुर्माना ठोक दिया है. ये राशि पूरी दुनिया की जीडीपी से कई लाख गुना ज्यादा है.
दरअसल, फरवरी 2022 में रूस ने जब यूक्रेन पर आक्रमण (स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन) किया तो गूगल ने रशिया के कई सरकारी न्यूज चैनल के यूट्यूब अकाउंट बंद कर दिए थे.
जिन रूसी न्यूज चैनल, एजेंसी और प्लेटफॉर्म के अकाउंट यूट्यूब पर ब्लॉक कर दिए गए थे, उनमें आरटी (रशिया टुडे), स्पूतनिक, एनटीवी और रूसिया-24 शामिल थे. ऐसे में ये सभी रूसी न्यूज चैनल ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
रूसी कोर्ट ने गूगल को आदेश दिया था कि अगले नौ महीने के भीतर सभी यूट्यूब अकाउंट्स को फिर से एक्टिव कर दिया जाए. ऐसा न करने पर गूगल पर 0.1 मिलियन रूबल का जुर्माना लगाया था. कोर्ट ने अपने आदेश में ये भी कहा था कि अगर गूगल ने ये जुर्माना समय से नहीं भरा तो हर हफ्ते ये दोगुना होता चला जाएगा. यानी हर हफ्ते पेनाल्टी की कीमत डबल हो जाएगी. ऐसी में आज ये जुर्माना 20 डेसिलियन डॉलर यानी 20 के पीछे 36 जीरो (0) लगने के बराबर हो गई है.
इसे दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना माना जा रहा है. क्योंकि इस वक्त पूरी पृथ्वी की जीडीपी करीब 100 ट्रिलियन डॉलर है (डेसिलियन से कई गुना कम). एक ट्रिलियन में 12 जीरो (0) आते हैं.
इस मामले में मोड़ उस वक्त आया जब गूगल के रूस स्थित कंपनी ने जून 2022 में बताया कि उसकी कुल संपत्ति 3.5 बिलियन रूबल (रूसी करेंसी) की है और कर्ज 19 बिलियन रूबल का है. यानी कंपनी ने कोर्ट को जुर्माना देने में असमर्थता जताई. नतीजा ये हुआ कि आज ये जुर्माना 20 डेसिलियन (या डिसिलियन) डॉलर पहुंच गया है.
हालांकि, यूक्रेन पर हमला करने के समय पहली बार गूगल ने किसी रूसी चैनल के अकाउंट को ब्लॉक किया था. इससे पहले वर्ष 2020 में भी ज़ारग्रेड टीवी के अकाउंट को भी व्यापार संबंधी कानूनों के उल्लंघन के लिए यूट्यूब पर बैन कर दिया गया था. उस वक्त भी कोर्ट ने गूगल को अकाउंट अनब्लॉक करने का आदेश दिया था.
इसी साल जून में रूस की अपील पर दक्षिण अफ्रीका की हाई कोर्ट ने अपने देश (साउथ अफ्रीका में) गूगल की संपत्ति जब्त करने के आदेश दे दिए थे. ऐसे में गूगल ने अमेरिका और ब्रिटेन में कानूनी दांव-पेंच के जरिए रूसी मीडिया को ब्लॉक करा दिया था.