रूस ने एक बार फिर से साबित कर दिया है, कि वही भारत का परममित्र है. रूस ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ होने का वादा किया है. कनिमोझी के नेतृत्व में रूस पहुंचे सर्वदलीय डेलिगेशन से रूसी विदेश मंत्रालय ने भारत के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है.
अगले सप्ताह एनएसए अजीत डोवल की रूस यात्रा भी प्रस्तावित है. पाकिस्तान के खिलाफ रूस से लिए एयर डिफेंस सिस्टम एस 400 ने अहम भूमिका निभाई थी. साथ ही ब्रह्मोस मिसाइल जो भारत-रूस का ज्वाइंट वेंचर है, उसकी मदद से ही आतंकी कैंप्स को तबाह किया गया था.
आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ हैं: रूस के उप विदेश मंत्री
रूस के उप विदेश मंत्री आंद्रे रुडेंको ने भारतीय डेलीगेशन से मुलाकात के बाद भारत के साथ खड़े होने का वादा किया. रूस ने आतंकवाद के सभी रूपों के खिलाफ रूस ने बिना किसी समझौते के संयुक्त लड़ाई के लिए निर्णायक प्रतिबद्धता दोहराई है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर, मुख्य रूप से संयुक्त राष्ट्र, ब्रिक्स और एससीओ में इन मुद्दों पर घनिष्ठ सहयोग बढ़ाने की तत्परता व्यक्त की गई.
रूस स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी एक पोस्ट में कहा गया कि “प्रतिनिधिमंडल ने अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के प्रथम उपाध्यक्ष आंद्रेई डेनिसोव और रूसी संघ की फेडरेशन काउंसिल के अन्य सीनेटर से भी मुलाकात की. रूसी पक्ष ने पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि रूस सभी रूपों में आतंकवाद के उन्मूलन के लिए भारत के साथ एकजुटता से खड़ा है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में रूस और भारत की स्थिति साझा है. रूस और भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ हैं’’
यूक्रेन के ड्रोन अटैक में बाल-बाल बचा भारतीय डेलिगेशन
डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल रूस पहुंचा था. जिस वक्त भारतीय डेलिगेशन में मॉस्को में प्रवेश किया ठीक उसी वक्त यूक्रेन ने एयरपोर्ट पर बड़ा ड्रोन अटैक किया.यूक्रेन के ड्रोन हमले के बाद अफरातफरी जैसी स्थिति बन गई. लैंडिंग का इंतजार कर रहे विमानों को एयरपोर्ट पर उतरने की अनुमति रद्द कर दी गई. जिसके बाद भारतीय सांसदों का विमान हवा में ही चक्कर लगाता रहा. कई मिनटों तक हवा में ही चक्कर लगाने के बाद जब ग्रीन सिग्नल हुआ, तो विमान को मॉस्को में लैंड कराया गया. भारत की ओर से जो प्रतिनिधिमंडल रूस पहुंचा, उसमें डीएमके सांसद कनिमोझी, समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय, आरजेडी सांसद प्रेमचंद गुप्ता, कैप्टन ब्रृजेश, अशोक कुमार मित्तल और राजदूत मंजीव सिंह पूरी शामिल हैं.
अगले सप्ताह रूस यात्रा पर एनएसए अजीत डोवल
भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल रूस की यात्रा पर जाने वाले हैं. सुरक्षा मुद्दों पर एनएसए की 13वीं अंतरराष्ट्रीय बैठक में भाग लेने के लिए वह मॉस्को जा सकते हैं. यह सम्मेलन 27 से 29 मई तक आयोजित किया जाएगा. अजीत डोवल का रूस दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब ट्रंप के साथ भारत के संबंध थोड़ा बिगड़ गए हैं. ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान के सीजफायर का क्रेडिट लेने की कोशिश की थी, जिसे भारत ने नकारते हुए कहा था कि ट्रंप की सीजफायर कराने में कोई भूमिका नहीं है. डोवल का रूस दौरा इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि रूसी एयर डिफेंस सिस्टम एस 400 और ब्रह्मोस मिसाइल ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान रोल अहम रहा है. ब्रह्मोस मिसाइल को भारत और रूस मिलकर बनाते हैं.