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हथियारों से भरा रूसी जहाज डूबा, सीरिया से लौट रहे कार्गो पर हमला

रूस के खिलाफ समंदर में साजिश का बड़ा खुलासा हुआ है. रूस का ऊर्सा मेजर नाम का एक कार्गो शिप भूमध्य सागर आतंकी हमले में डूब गया है. माना जा रहा है कि ये जहाज सीरिया के टर्टस बंदरगाह से लौट रहा था और इसमें हथियार और गोला-बारूद था.

सीरिया में तख्तापलट के बाद हाल ही में रूस ने टर्टस नेवल बेस छोड़ दिया था. बेस को छोड़ने के बाद जहाज में रूसी नौसेना को कार्गो लदा था और व्लाडिवोस्तोक (रूसी बंदरगाह) जा रहा था.

रूस ने कार्गो शिप के हादसे को ‘आतंकी वारदात’ करार दिया है. रूसी रक्षा मंत्रालय के सैन्य निर्माण कार्यों को देखने वाले ओबोरोनलॉजिस्टिका कंपनी का दावा है कि इस घटना के पीछे आतंकवादियों का हाथ था. हादसे का शिकार होने से पहले शिप पर तीन धमाके होने का दावा किया गया है. 

स्पेन की मदद से कार्गो शिप में तैनात 14 लोगों को बचा लिया गया है लेकिन दो क्रू मेंबर लापता हैं. जहाज 11 दिसंबर को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग बंदरगाह से रवाना हुआ था और आखिरी बार 23 दिसंबर को अल्जीरिया और स्पेन के बीच सिग्नल भेजते हुए देखा गया था, इसी जगह जहाज डूबा है.

सेंट पीटर्सबर्ग छोड़ने पर जहाज ने बताया था कि उसका अगला पड़ाव रूस का व्लादिवोस्तोक बंदरगाह है, न कि सीरिया का टार्टस बंदरगाह. हालांकि यूक्रेन की इंटेलिजेंस एजेंसी ने दावा किया था कि उर्सा मेजर जहाज का उपयोग सीरिया में रूसी सैनिकों को आपूर्ति करने के लिए भी किया गया था.  टार्टस (सीरिया)में मास्को का  नौसैनिक अड्डा है, जिसे हाल ही में खाली किया गया था.

किसने किया रूसी कार्गो शिप पर आतंकी हमला?

स्पेन के करीब रूसी कार्गो शिप के डूबने से हड़कंप मच गया है. शुरुआत में तो ये एक जहाज हादसा लग रहा था. पर रूस ने दावा किया है कि जहाज पर हमला किया गया है. रूसी विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि ‘उर्सा मेजर’ नामक कार्गो शिप के इंजन रूम में सोमवार को विस्फोट हुआ, जिसके बाद यह जहाज डूब गया. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1872193247805845949?s=46)

दरअसल जहाज पर दो विशाल पोर्ट क्रेन लदे थे.जहाज की देखरेख ओबोरोनलॉजिस्टिका कंपनी करती है. ये वही कंपनी है जो रूसी रक्षा मंत्रालय के सैन्य निर्माणों को देखती है. ओबोरोनलॉजिस्टिका की सिस्टर कंपनी एसके-युग, कार्गो शिप  उर्सा मेजर की ओनर और ऑपरेटर है. रूस की सेना के साथ संबंधों के कारण इन दोनों कंपनियों और उर्सा मेजर शिप पर अमेरिका ने साल 2022 में प्रतिबंध लगा दिया था.

ताजा घटना के बाद स्पेन में रूस के दूतावास ने एक बयान में कहा है कि “हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मालवाहक जहाज किन परिस्थितियों में डूबा और स्पेन में अधिकारियों के संपर्क में हैं.”

स्पेन की मैरीटाइम रेस्क्यू सर्विस का क्या है बयान?

स्पेन की मैरीटाइम रेस्क्यू सर्विस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया है कि, 24 दिसंबर को कार्गो जहाज ‘उर्सा मेजर’ से एक डिस्ट्रेस सिग्नल मिला था, जब वह अलमीरा के तट से लगभग 57 मील की दूरी पर था. स्पेन मैरीटाइम रेस्क्यू सर्विस के मुताबिक, पास के एक जहाज से संपर्क किया, जिसने मौसम बहुत खराब होने और उर्सा मेजर के पास पानी में एक लाइफ बोट होने की सूचना दी थी. स्पेन मैरीटाइम रेस्क्यू सर्विस ने दो जहाज और एक हेलीकॉप्टर घटनास्थल पर भेजकर उर्सा मेजर के 14 क्रू मेंबर्स को रेस्क्यू किया और उन्हें कार्टाजेना पोर्ट पहुंचाया. बाद में रूसी युद्धपोत ने पहुंचकर राहत-बचाव कार्य संभाल लिया.

यूक्रेन की मिलिट्री इंटेलिजेंस सर्विस ने क्या कहा?

रूसी जहाजों की गतिविधियों पर नजर रखने वाली यूक्रेन की मिलिट्री इंटेलिजेंस सर्विस, एचयूआर ने अपने टेलीग्राम चैनल पर बताया था कि स्पार्टा नाम का एक रूसी मालवाहक जहाज तकनीकी खराबी के चलते पुर्तगाल के तट पर रुका है. स्पार्टा जहाज (उर्सा मेजर का पुराना नाम) सीरिया के (पूर्व) राष्ट्रपति बशर अल-असद के पतन के बाद सैन्य उपकरण और गोला-बारूद इकट्ठा करने के लिए सीरिया के रास्ते में था.

हालांकि यूक्रेनी सैन्य खुफिया ने कहा कि उर्सा मेजर जहाज का उपयोग सीरिया में रूसी सैनिकों को आपूर्ति करने के लिए भी किया गया था. 
 

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