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रूसी सैनिक बने टर्मिनेटर, गैस पाइप लाइन में लेकिन हुई एक चूक

कुर्स्क प्रांत में यूक्रेनी सेना के खिलाफ ‘बिहाइंड दे एनीमी लाइंस’ ऑपरेशन के लिए रूसी सैनिकों ने गैस पाइप लाइन का सहारा लिया. हॉलीवुड की किसी फिल्म के सीन की तरह रूसी सैनिकों ने कुर्स्क के सुडझा में यूक्रेनी सैनिकों को भौच्चका कर दिया. इस ऑपरेशन के दौरान, हालांकि रूसी सैनिकों से एक चूक हुई और खासा नुकसान उठाना पड़ गया.

रूसी सेना ने कुर्स्क के करीब दो-तिहाई इलाके को यूक्रेन सेना से वापस छीन लिया है. कुर्स्क के महत्वपूर्ण शहर सुडझा में यूक्रेनी सैनिकों को चारों तरफ से घेरने के लिए रूसी सैनिकों ने एक बेहद ही कठिन मिशन को अंजाम दिया. इसके तहत रूस से यूरोप जा रही गैस पाइप लाइन के जरिए रूसी सैनिकों ने यूक्रेनी सेना की घेराबंदी की कोशिश की.

रूसी सैनिकों के पाइपलाइन के भीतर के वीडियो और तस्वीर भी सामने आए हैं. सैनिकों ने अपने चेहरे पर काला रंग लगाया हुआ है. ऐसा प्रतीत होता है कि ये रशियन स्पेशल फोर्सेज के कमांडो हैं. (https://x.com/runews/status/1898494963878600712)

जानकारी के मुताबिक, रूसी सैनिकों ने गैस पाइप लाइन तो पार कर ली. लेकिन पाइप लाइन से बाहर आने के बाद खुले मैदान में रूसी सैनिक एक्सपोज हो गए. ऐसे में यूक्रेनी सेना के ड्रोन ने इन सैनिकों को डिटेक्ट कर लिया. यूक्रेन ने ड्रोन से बम गिराकर रूसी सैनिकों को निशाना बना लिया. माना जा रहा है कि यूक्रेनी सेना के हमले में रूस के 70-80 सैनिक मारे गए हैं. (https://x.com/sentdefender/status/1898526932133724181)

सुडझा पाइप लाइन से यूरोप होती है गैस सप्लाई

रूस के सुडझा के जरिए यूक्रेन से स्लोवाकिया को गैस की सप्लाई होती है. ये गैस, एक पाइप लाइन के जरिए यूरोप पहुंचती है. लेकिन युद्ध के कारण, पिछले कई महीने से गैस की सप्लाई, यूक्रेन ने बंद कर दी है. ऐसे में पाइप लाइन से गैस की सप्लाई नहीं हो रही थी.

रूस के करीब 100 स्पेशल फोर्सेज कमांडो ने करीब दस किलोमीटर की पाइप लाइन में घुसकर सुडझा की घेराबंदी करने की कोशिश की थी.

यूक्रेन के ड्रोन अटैक और सैनिकों के हुए नुकसान के बारे में रूसी सेना ने हालांकि, कोई जानकारी साझा नहीं की है.

रूस ने वापस छीन लिया है कुर्स्क का दो-तिहाई इलाका

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से भले ही जल्द से जल्द युद्धविराम कराने पर जोर दिया जा रहा है लेकिन जंग की आग बढ़ती जा रही है. रूस ने यूक्रेन के कब्जे वाले दोनेत्स्क और क्रीव-राह में जबरदस्त हमले किए हैं तो यूक्रेनी सेना के कब्जे से कुर्स्क का दो-तिहाई हिस्सा वापस छीन लिया है.

रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कुर्स्क के विक्तोरोवका, निकोलायेवेका और स्तराया सोरोचिना को यूक्रेनी सेना से खाली करा लिया गया है.

अगस्त 2024 में यूक्रेन ने रूस के कुर्स्क प्रांत के 1300 वर्ग किलोमीटर इलाके पर कर लिया था कब्जा

पिछले साल अगस्त में यूक्रेनी सेना ने रूस के कुर्स्क प्रांत में सर्जिकल स्ट्राइक कर करीब 1300 वर्ग किलोमीटर के हिस्से पर कब्जा कर लिया था. यूक्रेनी सेना ने विदेशी लड़ाकों की मदद से इस हमले को अंजाम दिया था. तभी से रूसी सेना, कुर्स्क इलाके को यूक्रेनी सेना से खाली कराने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रही थी.

यूक्रेन के खिलाफ उत्तर कोरिया के सैनिकों को उतारा गया था जंग के मैदान में

यहां तक की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कुर्स्क से यूक्रेनी सेना को खदेड़ने के लिए उत्तर कोरिया की मदद ली थी. उत्तर कोरिया के करीब 10 हजार सैनिकों को कुर्स्क में तैनात किया गया था. रूसी और कोरियाई सैनिकों ने मिलकर अब करीब दो-तिहाई हिस्से पर फिर से कब्जा जमा लिया है.

कुर्स्क के जरिए, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने बातचीत की टेबल पर रूस से डोनबास या फिर क्रीमिया की अदला-बदली का प्लान तैयार किया था. लेकिन सात महीने बाद जेलेंस्की की इस योजना पर पानी फिरता दिखाई पड़ रहा है.

कुर्स्क की लड़ाई में यूक्रेन के 65 हजार सैनिक मारे गए: रूसी रक्षा मंत्रालय

रूसी सेना के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2024 से लेकर अब तक कुर्स्क में यूक्रेन के करीब 66 हजार से भी ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं. साथ ही यूक्रेन के 386 टैंक, 298 इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (आईसीवी), 259 आर्मर्ड पर्सनल कैरियर (एपीसी), 522 आर्टिलरी गन (तोप) और 52 मल्टी लॉन्चर रॉकेट सिस्टम सहित बड़ी संख्या में मिलिट्री व्हीक्लस को तबाह कर दिया गया है.

यूक्रेन ने हालांकि, कुर्स्क में हुए नुकसान का कोई आंकड़ा आज तक जारी नहीं किया है.

यूक्रेन के कब्जे वाले दोनेत्स्क में रूस का जोरदार हमला, 20 की मौत

उधर, रूस को बातचीत की मेज पर लाने के लिए अमेरिकी धमकी के कुछ ही घंटे बाद यूक्रेन पर किया गया है बड़ा हमला. रूस ने यह हमला यूक्रेन के संकटग्रस्त डोनेत्स्क क्षेत्र के एक शहर पर किया. इस रूसी हमले में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हुए हैं. इसके अलावा ड्रोबोपिलिया शहर पर भी मिसाइल और ड्रोन हमलों में 14 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 5 बच्चे भी शामिल हैं.

शुक्रवार से तेज हुए हमलों को लेकर यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने अमेरिका और अपने सहयोगी देशों से मदद मांगी है. (सीक्रेट जानकारी बिना यूक्रेन पर हमले तेज, ट्रंप की धमकी का रूस पर नहीं कोई असर)