भारतीय मछुआरों पर फायरिंग को लेकर भारत के सख्त रुख के बाद श्रीलंकाई नेवी ने अपनी गलती मानी है. श्रीलंका की नौसेना ने औपचारिक बयान जारी करते हुए बताया है कि नौसैनिकों से गलती से फायरिंग हुई थी.
श्रीलंका नौसेना के कमांडर वाइस एडमिरल कंचना बनगोडा ने कहा कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, नौसेना के एक जवान से दुर्घटनावश गोली चल गई, जिससे दो भारतीय मछुआरे घायल हो गए थे.
भारतीय मछुआरों पर फायरिंग, श्रीलंका नौसेना की सफाई
मंगलवार की सुबह डेल्फ्ट द्वीप के नजदीक श्रीलंकाई नौसेना द्वारा की गई गोलीबारी में पांच भारतीय मछुआरे घायल हो गए, जिनमें से दो गंभीर रूप से घायल हैं. फायरिंग पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी. जिसके बाद श्रीलंकाई नौसेना के कमांडर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सफाई दी है.
वाइस एडमिरल बनगोडा ने कहा, “नौसेना के जवानों ने शक के आधार पर श्रीलंकाई जलक्षेत्र में मौजूद मछली पकड़ने वाली एक भारतीय नौका को जब्त किया था क्योंकि जब उसे क्षेत्र से जाने के लिए कहा गया तो भारतीय नौका पर सवार लोगों ने निर्देश का पालन नहीं किया.”
श्रीलंका की नेवी ने कहा, ‘‘जब नौसेना के जवान अपनी नाव पर बैठे तो भारतीयों ने जांच प्रक्रिया में बाधा डालने के लिए आक्रामक व्यवहार किया. इसी दौरान श्रीलंका के नौसैनिकों से गोली चल गई.’’
भारत ने जताया था विरोध, दिल्ली में कार्यवाहक काउंसलेट तलब
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को हुई घटना का कड़ा विरोध जताया था.विदेश मंत्रालय ने श्रीलंका को सख्ती कहा, “भारत सरकार ने हमेशा मछुआरों से जुड़े मुद्दों को मानवीय और मानवीय तरीके से निपटाने की जरूरत पर जोर दिया है, जिसमें कमाई संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखा गया है. किसी भी परिस्थिति में बल का इस्तेमाल स्वीकार्य नहीं है. इस संबंध में दोनों सरकारों के बीच मौजूदा सहमति का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए.”
भारतीय मछुआरों पर हुई फायरिंग के बाद नई दिल्ली में श्रीलंका के कार्यवाहक उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और इस घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया है. इसके अलावा कोलंबो में भी भारतीय उच्चायोग ने विरोध दर्ज कराया था.
विदेश मंत्रालय ने दी पूरी घटना की जानकारी
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार (28 जनवरी) को डेल्फ्ट द्वीप के नजदीक 13 भारतीय मछुआरों को पकड़ने के दौरान श्रीलंकाई नौसेना की ओर से गोलीबारी की घटना की सूचना मिली. मछली पकड़ने वाली नाव पर सवार 13 मछुआरों में से दो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उनका इलाज जाफना टीचिंग अस्पताल में चल रहा है. तीन अन्य मछुआरों को मामूली चोटें आईं हैं. उनका भी इलाज किया जा रहा है.
जाफना में भारतीय वाणिज्य दूतावास के अधिकारियों ने घायल मछुआरों से अस्पताल में मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. दूतावात ने मछुआरों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान की है.”