सूडान में बद से बदतर हुए हालात के बीच फंसे भारतीय से आरएसएफ लड़ाकों ने पूछा है बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान का पता. सूडान में आरएसएफ लड़ाकों ने तकरीबन 200 लोगों की हत्याएं कर दी हैं और कई लोगों का अपहरण कर लिया है. अपहरण किए गए लोगों में एक भारतीय आदर्श बेहरा भी हैं.
ओडिशा के जगतसिंहपुर के रहने वाले आदर्श बेहरा के कई वीडियो वायरल हुए हैं, जिसमें आरएसएफ के हथियारबंद विद्रोहियों ने उन्हें घेर रखा है. इस बीच एक विद्रोही ने आदर्श से ये पूछा कि क्या वो शाहरुख खान को जानते हैं.
क्या तुम शाहरुख खान को जानते हो, हथियारबंद लड़ाकों ने पूछा
आदर्श बेहरा सूडान के सुकाराती प्लास्टिक फैक्ट्री में साल 2022 से काम कर रहे हैं. आदर्श को सूडान के विद्रोही लड़ाकों ने अल फाशिर शहर से पकड़ा, जो राजधानी खार्तूम से करीब एक हजार किलोमीटर दूर है.
आदर्श का एक सूडान से आया एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में हथियाबंद सूडानी लड़ाकों के बीच आदर्श बेहरा बैठे दिखे. इस वीडियो में सूडान के लड़ाके आदर्श के साथ बातें कर रहे हैं, और नागरिकता के बारे में पूछताछ कर रहे हैं.
आदर्श ने जब उन्हें बताया कि वो इंडियन हैं, तो उन लड़ाकों में से एक को पूछते हुए सुना जा सकता है, “क्या आप शाहरुख खान को जानते हैं?”, जबकि दूसरा उन्हें कैमरे पर “दगालो अच्छे हैं ” कहने का निर्देश देता है.
आदर्श बेहरा ने हाथ जोड़कर लगाई गुहार, उग्रवादियों के बीच डरे दिखे
आदर्श का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर आया है, जिसमें उन्होंने हाथ जोड़कर बचाने की गुहार लगाई है. वीडियो में वे कहते हैं, “मैं अल फशीर में हूं जहां हालात बहुत खराब हैं.मैं दो साल से बड़ी मुश्किल से यहां रह रहा हूं. मेरे परिवार और बच्चे बहुत चिंतित हैं. मैं ओडिशा सरकार से गुहार लगाता हूं कि मुझे बचा लिया जाए.
आदर्श बेहरा के इस वीडियो से परिवार बेहद विचलित है. परिवार ने विदेश मंत्रालय से हस्तक्षेप करने की अपील की है.
20 अक्टूबर से विद्रोहियों के कब्जे में हैं आदर्श बेहरा
आदर्श की पत्नी के मुताबिक 20 अक्टूबर से ही उनसे बात नहीं पा रही थी. कॉल नहीं लग रहा था. लेकिन 24 अक्टूबर के आसपास मुझे एक अनजान नंबर से आदर्श ने फोन किया. फोन पर रो रहे थे और बता रहे थे कि उन्हें किडनैप कर लिया गया है. आदर्श बेहरा ने बताया कि अगर दूतावास या रेड क्रॉस उनसे बात करे तो वे उन्हें रिहा कर देंगे.
ओडिशा सरकार ने विदेश मंत्रालय से संपर्क किया
ओडिशा के खुफिया निदेशालय ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर आदर्श को सुरक्षित वापस लाने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया है. वहीं, दिल्ली में मौजूद ओडिशा के रेजिडेंट कमिश्नर ने भी विदेश मंत्रालय से बात की बै. उन्होंने विदेश मंत्रालय से सूडान में भारतीय दूतावास के साथ मिलकर आदर्श का पता लगाने और उसे सुरक्षित घर लाने की गुजारिश की है.
आदर्श के वीडियो वायरल हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि उनका सूडान में पता नहीं चल पाया है कि लड़ाकों ने उन्हें कहां रखा है.
भारत में सूडान के राजदूत ने क्या कहा
भारत में सूडान के राजदूत मोहम्मद अब्दुल्ला अली एल्टॉम ने कहा कि “उनका देश युद्धग्रस्त अल फशीर शहर में रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (आरएसएफ) द्वारा अपहृत भारतीय नागरिक की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए सूडानी अधिकारियों और विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है.”
गृह युद्ध की आग में झुलस रहा सूडान, हजारों की मौत
सूडान गृहयुद्ध से जूझ रहा है, जहां सशस्त्र सेना बल और विद्रोही गुट आरएसएफ के बीच अप्रैल 2023 से लड़ाई छिड़ी हुई है. गृह युद्ध के चलते सूडान में अभी तक 1.3 करोड़ लोग विस्थापित हो चुके हैं और कई शहर और गांव तबाह हो चुके हैं.
सूडान की सरकार ने पिछले सप्ताह की कहा था कि, अल फाशिर शहर पर कब्जे के बाद से विद्रोही आरएसएफ के उग्रवादियों ने हजारों नागरिकों की हत्या की है.
यूएन का आंकड़ों पर गौर किया जाए तो पिछले 2 सालों में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. राजधानी खार्तूम पर कब्जा करने से सेना अब मध्य सूडान पर कब्जा करने के लिए लड़ाई शुरू कर सकती है, जिससे सेना और आरएसएफ के बीच देश के पूर्व-पश्चिम क्षेत्रीय का विभाजन और तेज हो जाएगा.
पिछले 2 साल से बिगड़े हालात, क्या है विवाद
सूडान में गृहयुद्ध साल 2023 में शुरु हुआ जब जनरल मोहम्मद दगालो के रैपिड सपोर्ट फोर्स ने विद्रोह करते हुए सेना पर करारा वार किया था.आए दिन सूडान में धमाके और हमले किए जा रहे थे.
साल 2019 में सूडान के राष्ट्रपति उमर अल-बशीर के खिलाफ जनता ने विद्रोह कर दिया था. जिसके बाद अक्टूबर 2021 में सेना ने अल-बशीर की सरकार का तख्तापलट कर दिया. सूडान में तख्तापलट के बाद से ही सेना प्रमुख जनरल अब्देल फतेह अल बुरहान देश की कमान संभाल रहे हैं. वहीं अर्द्धसैनिक बल आरएसएफ के प्रमुख हमदान दगालो यानी हेमेदती, सूडान के दूसरे नंबर के नेता हैं.
तख्तापलट के बाद सेना और प्रदर्शनकारियों के बीच एक समझौता हुआ. समझौते के तहत एक सोवरेनिटी काउंसिल बनी. सेना प्रमुख जनरल बुरहान काउंसिल के अध्यक्ष तो जनरल दगालो उपाध्यक्ष बने. इस काउंसिल ने तय किया कि अक्टूबर 2023 के आखिर में चुनाव कराए जाएंगे पर दोनों जनरल में सहमति नहीं बनने से संघर्ष बढ़ गया. संघर्ष इतना बढ़ गया कि दोनों ने बख्तरबंद गाड़ियां और टैंक एक दूसरे के खिलाफ सड़क पर उतार दिए थे.
सेना की कोशिश है कि आरएसएफ का सेना में विलय हो जाए. लेकिन आरएसएफ विलय का विरोध कर रही है. सूडान की सेना में लगभग तीन लाख सैनिक हैं, जबकि आरएसएफ में एक लाख से ज्यादा जवान हैं. सेना और पैरा-मिलिट्री फोर्स का विलय है गृह युद्ध का कारण बना है.

