ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद भारत-पाकिस्तान के सीजफायर पर उठे सवालों पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खुलकर बात की है. एस जयशंकर ने पाकिस्तान से दो टूक कहा है कि पाकिस्तान से अब सिर्फ बात आतंकवाद और पीओके खाली करने पर होगी.
पाकिस्तान को आतंकियों के बुनियादी ढांचे को बंद करना होगा. एस जयशंकर ने दिल्ली में होंडुरास के दूतावास के उद्घाटन मौके पर पाकिस्तान से आतंकियों की लिस्ट सौंपने को कहा है.
पाकिस्तान आतंकियों की सूची भारत को सौंपे:एस जयशंकर
भारत पाकिस्तान संघर्ष विराम के बाद एस जयशंकर ने उस सभी सवालों को जवाब उठा जो सीजफायर और अमेरिकी मध्यस्थता को लेकर उठ रहे थे. एस जयशंकर ने साफ-साफ कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई तीसरा देश नहीं है. जयशंकर बोले, “पाकिस्तान के साथ हमारे संबंध और व्यवहार पूरी तरह से द्विपक्षीय होंगे. इसमें बिल्कुल भी बदलाव नहीं हुआ है. प्रधानमंत्री ने भी स्पष्ट किया है कि पाकिस्तान के साथ अब बातचीत केवल आतंकवाद और पीओके खाली करने पर होगी. पाकिस्तान के पास आतंकवादियों की एक सूची है जिसे उसे हमें सौंपना होगा. आतंकियों के बुनियादी ढांचे को बंद करना होगा.”
पीओके और आतंकियों पर हम पाकिस्तान से चर्चा को तैयार: एस जयशंकर
विदेश मंत्री ने एक बार फिर से इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान से सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद और पीओके पर बातचीत होगी. एस जयशंकर ने कहा, “पाकिस्तान जानता है कि क्या करना है. हम उनके साथ आतंकवाद के बारे में चर्चा करने के लिए तैयार हैं. ये वे वार्ताएं हैं जो संभव हैं. कश्मीर पर चर्चा के लिए केवल एक ही बात बची है, वह है पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करना. हम इस चर्चा के लिए तैयार हैं.सिंधु जल संधि स्थगित है और तब तक स्थगित रहेगी जब तक पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवाद को रोका नहीं जाता.”
हमने पाकिस्तानी सेना को भेजा संदेश, कि अलग खड़ी रहे, आतंकी एक्शन पर हस्तक्षेप न करे: एस जयशंकर
संघर्ष विराम को लेकर विदेश मंत्री ने कहा “हमने आतंकी ढांचे को नष्ट करके जो लक्ष्य निर्धारित किए थे, उन्हें हासिल कर लिया है. ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत में ही हमने पाकिस्तान को यह संदेश भेज दिया था कि हम आतंकी ढांचे पर हमला कर रहे हैं, न कि सेना पर और सेना के पास यह विकल्प है कि वह अलग खड़ी रहे और हस्तक्षेप न करे. लेकिन पाकिस्तानी सेना ने उस सलाह को न मानने का फैसला किया. एक बार 10 मई की सुबह उन्हें बुरी तरह से नुकसान पहुंचा. सैटेलाइट तस्वीरों से पता चलता है कि हमने कितना नुकसान पहुंचाया और उन्होंने कितना कम नुकसान किया, इसलिए यह स्पष्ट है कि गोलीबारी बंद करने की मांग कौन कर रहा था.”
भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता जारी
भारत अमेरिका व्यापार वार्ता को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि “भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता चल रही है. ये थोड़ी कठिन है. जब तक सब कुछ तय नहीं हो जाता, तब तक कुछ भी कहा नहीं जा सकता. कोई भी व्यापार सौदा परस्पर लाभकारी होना चाहिए. यह दोनों देशों के लिए कारगर होना चाहिए. व्यापार सौदे से हमारी यही अपेक्षा होगी. जब तक ये लाभकारी नहीं हो जाता, इस पर कोई भी निर्णय जल्दबाजी होगी.”
होंडुरास के साथ हमारे मजबूत संबंध
होंडुरास दूतावास के उद्घाटन के दौरान विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि “अब हमारे पास होंडुरास का नया दूतावास है. यह उन देशों में से एक हैं जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के समय मजबूत एकजुटता व्यक्त की थी. वैश्विक दक्षिण सहयोग के हिस्से के रूप में हमारे विकासात्मक अनुभवों का आदान-प्रदान करने की संभावना है.
होंडुरास में भारतीय प्रवासी कम हैं, लेकिन यह जीवंत है और यह स्थानीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते है और साथ ही दोस्ती के जीवंत पुल के रूप में कार्य करते हैं.”