सिंधु जल संधि, वीजा समाप्ति और राजनयिकों को देश निकाला के बाद भारत ने पाकिस्तान पर की है कारोबारी स्ट्राइक. भारत सरकार ने पाकिस्तान से आने और जाने वाली चीजों पर अब पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है, पहलगाम नरसंहार के खिलाफ पाकिस्तान से किसी भी तरह के आयात और निर्यात को बंद कर दिया गया है. भारत सरकार ने पाकिस्तान से आने वाले सभी प्रकार के सामानों के सीधे या परोक्ष आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है.
अगले आदेश तक पाकिस्तान से आयात-निर्यात बंद
वाणिज्य मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार, यह निर्णय फॉरेन ट्रेड पॉलिसी में संशोधन कर लिया गया है. इस रोक के तहत अब पाकिस्तान से आने वाले किसी भी उत्पाद चाहे वह सीधे आयात हो या किसी तीसरे देश के जरिए परोक्ष रूप से हो इन सभी आयातों पर पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. यह प्रतिबंध विदेश व्यापार नीति 2023 में नए प्रावधान के रूप में जोड़ा गया है. वाणिज्य मंत्रालय ने ये फैसला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए नरसंहार के बाद लिया गया है, जिसमें 26 पर्यटकों को मौत के घाट उतारा गया था.
राष्ट्रीय सुरक्षा के हित के चलते डायरेक्ट-इनडायरेक्ट व्यापार पर रोक
विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने अधिसूचना में कहा कि “यह प्रतिबंध राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लगाया गया है. इस प्रतिबंध के किसी भी अपवाद के लिए भारत सरकार की मंजूरी की आवश्यकता होगी. इसका मतलब है कि अगर कोई भी चीज पाकिस्तान व्यापार के उद्देश्य से भेजी आती है या फिर वहां से आती है तो भारत सरकार की मंजूरी की आवश्यकता होगी.”
भारत और पाकिस्तान में किन-किन वस्तुओं का आयात-निर्यात
भारत मुख्य रूप से कपास, केमिकल, फूड प्रोडक्ट्स, दवाइयां और मसाले निर्यात करता था. इसके अलावा, चाय, कॉफी, रंग, प्याज, टमाटर, लोहा, इस्पात, चीनी, नमक, और ऑटो पार्ट्स जैसी चीजें भी तीसरे देशों के माध्यम से भेजता था. वहीं साल 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद से पाकिस्तान के साथ आयात लगभग बंद है. पाकिस्तान व्यापार के नाम पर अवैध हथियार, जाली नोट और नशीले चीजों की तस्करी करने की साजिश रचता था. साल 2024 में पाकिस्तान से भारत का आयात मात्र 48 लाख डॉलर रहा. यह सिर्फ जरूरी चीजें जैसे सेंधा नमक और मुल्तानी मिट्टी ही मंगाता था. लेकिन अब सेंधा नमक और मुल्तानी मिट्टी के आयात पर रोक लगा दी गई है.
पाकिस्तान के खिलाफ एस जयशंकर की कूटनीतिक घेराबंदी जारी
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को यूरोपीय संघ की विदेश मंत्री काजा कल्लास से बातचीत की. जयशंकर ने ईयू की विदेश मंत्री को बताया कि किस तरह पाकिस्तान-प्रायोजित आतंकियों ने पहलगाम में निर्दोष हिंदुओं को निशाना बनाया. इस वार्ता में भारत ने पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया और पश्चिमी देशों से भी स्पष्ट समर्थन की अपेक्षा जताई.